मात पिता पर संकट आया बेटी पहले आई है
माना इस संसार में भक्तों, बेटी सदा पराई है,
मात पिता पर संकट आया, बेटी पहले आई है,
इस कलयुग में मात पिता से, बेटा अपना दूर हुआ,
माँ का नहीं मानता कहना, पत्नी के वशीभूत हुआ,
रोते रोते माँ बाप को, रोते रोते माँ बाप को,
बेटी आके मनाई है,
मात पिता पर संकट आया, बेटी पहले आई है,
मात पिता पर संकट आया, बेटी पहले आई है,
घर में रहके मात पिता के, दुःख दर्दों को समझती है,
खुश रहे मेरे मात पिता, वो ऐसी माला जपती है,
कैसे बताऊँ इक बेटी ने, कैसे बताऊँ इक बेटी ने,
कितनी ठोकर खाई है,
मात पिता पर संकट आया, बेटी पहले आई है,
मात पिता पर संकट आया, बेटी पहले आई है,
बेटी ही तो आगे जाकर, माँ का रूप कहाती है,
अपने बच्चों की खातिर, वो कितने आँशु बहाती है,
दूजे घर में रहकर भी तो, दूजे घर में रहकर भी तो,
अपनी माँ को मनाई है,
मात पिता पर संकट आया, बेटी पहले आई है,
मात पिता पर संकट आया, बेटी पहले आई है,
माना इस संसार में भक्तों, बेटी सदा पराई है,
मात पिता पर संकट आया, बेटी पहले आई है,
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