नवरात्री का त्यौहार आया वैष्णो मैया
नवरात्री का त्यौहार आया वैष्णो मैया ने हमको बुलाया
(मुखड़ा)
नवरात्रि का त्योहार आया,
वैष्णो मैया ने हमको बुलाया।।
(अंतरा)
माता जिनको बुलाए,
वही भक्त दर पे आए,
माता जिनको बुलाए,
वही भक्त दर पे आए,
ऊँचे पर्वत पे दरबार लगाया,
वैष्णो मैया ने हमको बुलाया।।
वही लोग हैं निराले,
नाम जिसका माँ बुलाले,
भक्त वही हैं निराले,
नाम जिसका माँ बुलाले,
फल माँ की कृपा वही पाया,
वैष्णो मैया ने हमको बुलाया।।
सारे कष्ट करे दूर,
मैया जग में मशहूर,
सारे कष्ट करे दूर,
मैया जग में मशहूर,
लिखके देवेंद्र यही गाया,
वैष्णो मैया ने हमको बुलाया।।
(अंतिम पुनरावृत्ति)
नवरात्रि का त्योहार आया,
वैष्णो मैया ने हमको बुलाया।।
नवरात्रि का त्योहार आया,
वैष्णो मैया ने हमको बुलाया।।
(अंतरा)
माता जिनको बुलाए,
वही भक्त दर पे आए,
माता जिनको बुलाए,
वही भक्त दर पे आए,
ऊँचे पर्वत पे दरबार लगाया,
वैष्णो मैया ने हमको बुलाया।।
वही लोग हैं निराले,
नाम जिसका माँ बुलाले,
भक्त वही हैं निराले,
नाम जिसका माँ बुलाले,
फल माँ की कृपा वही पाया,
वैष्णो मैया ने हमको बुलाया।।
सारे कष्ट करे दूर,
मैया जग में मशहूर,
सारे कष्ट करे दूर,
मैया जग में मशहूर,
लिखके देवेंद्र यही गाया,
वैष्णो मैया ने हमको बुलाया।।
(अंतिम पुनरावृत्ति)
नवरात्रि का त्योहार आया,
वैष्णो मैया ने हमको बुलाया।।
वैष्णो मैया ने हमको बुलाया l Vaishno Maiya Ne Humko Bulaya l पूज्य श्री देवेन्द्र जी महाराज यह भजन नवरात्रि के पर्व की महिमा और माँ वैष्णो देवी के बुलावे का वर्णन करता है। भक्तों का मानना है कि जिनका माँ बुलावा भेजती हैं, वे ही उनके दरबार में पहुँचते हैं। माँ की कृपा से भक्तों के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं, और माँ का दरबार संसार में अद्वितीय है।