तू राजा की राज दुलारी मैं सिरफ लंगोटे आळा
तू राजा की राज दुलारी,
मैं सिरफ लंगोटे आळा सूं,
भाँग रगड़ के पीया करूँ,
मैं कुण्डी सोटे आळा सूं,
बम बम भोले भंडारी,
तू क्यों डर रहा मेरे ते,
तीन लोक के महादेव,
मैं ब्याह करवाऊँ तेरे तै,
में अवधूत दर्शीनी बाबा,
ऱाख देख के डर ज्यागी,
में राख घोल के पिआ करूँ,
मेरा भाग देख के डर जागी,
मेरे सौ सौ नाग पड़े रहे गल में,
तू नाग देख के डर ज्यागी,
मैं पंच धूणी में तप्या करूँ,
मेरी राख़ देख के दर ज्यागी,
तू साहूकार की बेटी देखेँ,
मैं बिलकुल टोटे आळा सूं,
भाँग रगड़ के पीया करूँ,
मैं कुण्डी सोटे आळा सूं,
म्हारा जनम जनम का रिश्ता सै,
मैं या समझाऊँ तेरे तै,
तीन लोक के महादेव,
मैं ब्याह करवाऊँ तेरे तै,
त्रिया पद में वास तेरा,
मैं अटल अटारी रहा करूँ,
तू पालकियाँ में चालण आली,
मैं बिना सवारी रहा करूँ,
तन्ने छत्तीस भोजण मिले खान नै,
मैं पेट पुजारी रहा करूँ,
तन्ने घर चाहिए और वर चाहिए,
मैं सदा फरारी रहा करूँ,
मैं एक कमंडल एक कटोरा,
फूटे लौटे आळा सूं,
भाँग रगड़ के पीया करूँ,
मैं कुण्डी सोटे आळा सूं,
मन्ने महल अटारी ना चाहिए,
मैं धरती ते सो ज्याऊंगी,
मन्ने मोटर गाड़ी ना चाहिए,
मैं पैदल चाली जाउंगी,
मन्ने सत पकवानी ना चाहिए,
मैं कंदमूल फ़ल खाऊँगी,
मैं थारी सेवा में स्वामी,
पतिव्रता धर्म निभाऊंगी,
मैं साहूकार की बेटी सूं,
ना कुछ चाहूँ तेरे तै,
तीन लोक के महादेव,
मैं ब्याह करवाऊँ तेरे तै,
तू बागां की कोयल सै,
उड़े बर्फ पड़े हरी घास नहीं,
तू शाल दुशाले ओढण आली,
मेरे कंबल तक भी भाग नहीं,
तेरे सौ सौ दासी दास रहें,
मेरे एक भी नौकर पास नहीं,
तू किस तरिया दिन काटेगी,
उड़े शतरंज चौपड़ ताश नहीं,
तन्ने बनड़ा चाहिए जुल्फा आळा,
मैं लाम्बे चोटे आळा सूं,
भाँग रगड़ के पीया करूँ,
मैं कुण्डी सोटे आळा सूं,
मन्ने नौकर चाकर ना चाहिए,
मैं अपना काम चला ल्यूंगी,
मन्ने शाल दुशाले ना चाहिए,
धूणे की आग तपा ल्यूंगी,
मन्ने बाग़ बगीचे ना चाहिए,
पत्थरा पे लोट लगा ल्यूंगी,
मन्ने शतरंज चौपड़ ना चाहिए,
भजना में ध्यान लगा ल्यूंगी,
तीन लोक के महादेव,
मैं ब्याह करवाऊँ तेरे तै,
मैं अफ़ीम गाँझा खान आलिया,
तेल पिलाना ठीक नहीं,
ये तीनों धारा पैनी सै,
उसे चलाना ठीक नहीं,
गुरु लखमी चंद तै पूछ लिए,
यो खेल रचाणा ठीक नहीं,
तू और किते जा ब्याह करवाले,
इसा मेल मिलाना ठीक नहीं,
माँगे राम कहे बोझ मरेगी,
मैं जबर भरोटे आळा सूं,
भाँग रगड़ के पीया करूँ,
मैं कुण्डी सोटे आळा सूं,
कैलाश परबत वाशी के वासी कित,
आ डेरा यो डाल्या सै,
जगहा जगहा के धक्के खा लिए,
बड़ी मुश्किल ते पाया सै,
तू सुल्फा गांझा अफीम खानिया,
हे ईश्वर तेरी माया सै,
कहे रामनिवास सती पार्वती जी,
न्यूं समझावे भोले ते,
तीन लोक के महादेव,
मैं ब्याह करवाऊँ तेरे तै,
तू राजा की राज दुलारी,
मैं सिरफ लंगोटे आळा सूं,
भाँग रगड़ के पीया करूँ,
मैं कुण्डी सोटे आळा सूं,
बम बम भोले भंडारी,
तू क्यों डर रहा मेरे ते,
तीन लोक के महादेव,
मैं ब्याह करवाऊँ तेरे तै,
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तू राजा की राज दुलारी - हरियाणवी शिव भजन || Tu Raja Ki Raj Dulari [Bhole Nath Song]
Title - Tu Raja Ki Raj Dulari Song
Singer - Rekha Garg
Music - Rinku Gujral
Lyrics & Composer - Traditional
Editing - KV Sain
Label - Fine Digital Video
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