तेरी साँवरी सुरतिया पे मैं दिल गई हार लिरिक्स Teri Sanwari Suratiya Pe Lyrics

तेरी साँवरी सुरतिया पे मैं दिल गई हार लिरिक्स Teri Sanwari Suratiya Pe Lyrics

 
तेरी साँवरी सुरतिया पे मैं दिल गई हार लिरिक्स Teri Sanwari Suratiya Pe Lyrics

तेरे घूँघर वाले बाल,
चटक मटक चटकीली चाल,
तेरे घूँघर वाले बाल,
तिरछा मोर मुकट सिर पे,
और ये गल बैजंती माल,
तेरी साँवरी सुरतिया पे मैं दिल गई हार,
तेरी साँवरी सुरतिया पे मैं दिल गई हार,

नटखट नटवर नन्द दुलारे,
तुम भगतो के प्राण आधार,
चंचल चितवन चीर चुराइयाँ,
सब की नैया पार लगाइयाँ,
तेरी साँवरी सुरतिया पे मैं दिल गई हार,

केसरिया भागा तन सोहे,
बाँकी अदा मेरा मन मोहे,
कैसे मंत्र मोहनी डाली,
मैं सुध भूल गई मतवारी,
तेरी साँवरी सुरतिया पे मैं दिल गई हार,

पल पल करू वन्दना तेरी,
पूरी करो कामना मेरी,
छवि धाम रूप रस खानी,
 प्रीत की रीत निभानी जानी,
तेरी साँवरी सुरतिया पे मैं दिल गई हार,


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भक्त हुए इस भजन के दीवाने - तेरी सांवरी सुरतिया पे मैं दिल गई हार - देवी चित्रलेखा जी

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