मेरी माँ खोल दे तू मेरे भी नसीब को भजन

मेरी माँ खोल दे तू मेरे भी नसीब को भजन

(मुखड़ा)

मेरी माँ, खोल दे तू,
मेरे भी नसीब को,
तार दे तू, मैया,
इस गरीब को।
माँ, खोल दे तू,
मेरे भी नसीब को।।
(अंतरा 1)

तेरे दर आके, दुख
दिल के मैं रोता हूँ,
अश्कों से, तेरे मैया,
चरणों को धोता हूँ।

तेरे होते, दाती, क्यों
दुखियाँ मैं होता हूँ,
चैन से ना जिऊँ, मैया,
चैन से ना सोता हूँ।

गले से लगा लो,
बदनसीब को।
माँ, खोल दे तू,
मेरे भी नसीब को।।
(अंतरा 2)

ज्योत मैं जगाऊँ तेरी,
साँझ-सवेरे,
दूर करो, मैया, मेरे
ग़म के अंधेरे।

कष्ट निवारो, मैया,
अब तुम मेरे,
आके गिरा हूँ, मैया,
शरण में तेरे।

भूलो ना, माँ, अपने
अज़ीज़ को।
माँ, खोल दे तू,
मेरे भी नसीब को।।
(अंतरा 3)

अपने 'सलीम' को,
दे दो दिलासा, माँ,
ममता से भर दो, मैया,
मेरा भी कासा, माँ।

दूर ना जाए मेरे,
मुखड़े से हासा, माँ,
जाए ना दर से तेरा,
'कोमल' निराशा, माँ।

तोड़ो ना, माँ, मेरी
इस उम्मीद को।
माँ, खोल दे तू,
मेरे भी नसीब को।।
(अंतिम पुनरावृत्ति)

मेरी माँ, खोल दे तू,
मेरे भी नसीब को,
तार दे तू, मैया,
इस गरीब को।
माँ, खोल दे तू,
मेरे भी नसीब को।।

 


Meri Maa Khol De Mere Nasib Ko [Full Song] Maa Meri Maa

Bhajan: Meri Maa Khol De Mere Nasib Ko
Singer: Saleem
Music Director: Saleem-Parvez
Lyricist: Komal Bangeyawala
Album: Maa Meri Maa

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