तेरा मेरा मनुवां कैसे एक होइ रे लिरिक्स Tera Mera Manua Kaise Ek Hoi Re Lyrics

तेरा मेरा मनुवां कैसे एक होइ रे लिरिक्स Tera Mera Manua Kaise Ek Hoi Re Lyrics Kabir Bhajan Lyrics Hindi

 
तेरा मेरा मनुवां कैसे एक होइ रे लिरिक्स Tera Mera Manua Kaise Ek Hoi Re Lyrics Kabir Bhajan Lyrics Hindi

तेरा मेरा मनुवां कैसे एक होइ रे ।
मै कहता हौं आँखन देखी, तू कहता कागद की लेखी ।
मै कहता सुरझावन हारी, तू राख्यो अरुझाई रे ॥
मै कहता तू जागत रहियो, तू जाता है सोई रे ।
मै कहता निरमोही रहियो, तू जाता है मोहि रे ॥
जुगन-जुगन समझावत हारा, कहा न मानत कोई रे ।
तू तो रंगी फिरै बिहंगी, सब धन डारा खोई रे ॥
सतगुरू धारा निर्मल बाहै, बामे काया धोई रे ।
कहत कबीर सुनो भाई साधो, तब ही वैसा होई रे ॥

तेरा मेरा मनुआ कैसे एक होई रे।
तू कहता कागद की लेखी, मै कहता आंखन की देखी।
मैं कहता सुरझावनहारी, तू राख्यो अरुझोई रे।
मैं कहता हूं जागत रहियो, तू जाता है सोई रे।
मैं कति निरमोही रहियो, तू जाता है मोहि रे।
जुगन-जुगन समझावत हारा, कहा न मानत कोई रे।
तू तो रंगी फिरै बिहंगी, सब धन डारा खोई रे।
सतगुरु धारा निरमल बाहै, बा में काया धोई रे।
कहत कबीर सुनो भाई साधो, तब ही वैसा होई रे।
तेरा मेरा मनुआ कैसे एक होई रे।
तू कहता कागद की लेखी, मै कहता आंखन की देखी।
मैं कहता सुरझावनहारी, तू राख्यो अरुझोई रे।
मैं कहता हूं जागत रहियो, तू जाता है सोई रे।
मैं कति निरमोही रहियो, तू जाता है मोहि रे।
जुगन-जुगन समझावत हारा, कहा न मानत कोई रे।
तू तो रंगी फिरै बिहंगी, सब धन डारा खोई रे।
सतगुरु धारा निरमल बाहै, बा में काया धोई रे।
कहत कबीर सुनो भाई साधो, तब ही वैसा होई रे।

तेरा मेरा मनुआ कैसे एक होई रे।
तू कहता कागद की लेखी, मै कहता आंखन की देखी।
मैं कहता सुरझावनहारी, तू राख्यो अरुझोई रे।
मैं कहता हूं जागत रहियो, तू जाता है सोई रे।
मैं कति निरमोही रहियो, तू जाता है मोहि रे।
जुगन-जुगन समझावत हारा, कहा न मानत कोई रे।
तू तो रंगी फिरै बिहंगी, सब धन डारा खोई रे।
सतगुरु धारा निरमल बाहै, बा में काया धोई रे।
कहत कबीर सुनो भाई साधो, तब ही वैसा होई रे। 


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Lyrics
Tera Mera Manuwa Kaise Ek Hoi Re,
Main Kehta Hoon Aankhan Dekhi, Tu Kehta Kagad Ki Lekhi,
Main Kehta Surjhawan Haari, Tu Rakhyo Arujhayi Re.
Main Kehta Hoon Jaagat Rahiyo, Tu Jaata Hai Soi Re,
Main Kati Nirmohi Rahiyo, Tu Jaata Hai Mohi Re.
Jugna-Jugna Samjhavat Haara, Kaha Na Maanat Koi Re,
Tu To Rangi Phirai Bihangi, Sab Dhan Daara Khoi Re.
Satguru Dhaara Nirmal Bahai, Ba Mein Kaya Dhoi Re,
Kahat Kabir Suno Bhai Saadho, Tab Hi Waisa Hoi Re.

Tera Mera Manuwa Kaise Ek Hoi Re,
Tu Kehta Kagad Ki Lekhi, Main Kehta Aankhan Ki Dekhi,
Main Kehta Surjhawan Haari, Tu Rakhyo Arujhoi Re.
Main Kehta Hoon Jaagat Rahiyo, Tu Jaata Hai Soi Re,
Main Kati Nirmohi Rahiyo, Tu Jaata Hai Mohi Re.
Jugna-Jugna Samjhavat Haara, Kaha Na Maanat Koi Re,
Tu To Rangi Phirai Bihangi, Sab Dhan Daara Khoi Re.
Satguru Dhaara Nirmal Bahai, Ba Mein Kaya Dhoi Re,
Kahat Kabir Suno Bhai Saadho, Tab Hi Waisa Hoi Re.
 
कबीर भजन | मेरा तेरा मनुआँ | Mera Tera Manua
 
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