गुरु के समान नाहीं दूसरा जहान में लिरिक्स Guru Ke Samaan Nahi Dusara Jahan Me Lyrics
गुरु की महिमा अपार है, गुरु ही जीव को इस भव् सागर से पार लगाता है। अनेको अनेक योनियों के उपरान्त जीव मानुष देह धारण करता है। माया के भरम में पड़कर वह इस चोले की अहमियत को धूमिल कर देता है और इस जगत को अपना स्थायी घर मानकर मायाजनित व्यवहार करने में व्यस्त रहता है। गुरु ही सच्ची शिक्षा से पाप से बचाता है और पूर्ण परम ब्रह्म से मिलवाता है। गुरु को शिव का ही स्वरुप समझना चाहिए। सम्पूर्ण जगत में गुरु के जैसा दूसरा कोई नहीं है जो हमें जीवन का उद्देश्य सिखाता है। -सत श्री साहेब।
छल कपट त्याग दीजे, गुरु जी के शरण लीजै,
मन को विशाल कीजै, फिर खेलिए मैदान में।
गुरु के समान नाहीं दूसरा जहान में,
गुरु के समान नाहीं दूसरा जहान में,
पाप से बचावे गुरु, भय से छुडावे गुरु,
ब्रह्म से मिलावे गुरु, तत्पर ध्यान में,
गुरु के समान नाहीं दूसरा जहान में,
छल कपट त्याग दीजे, गुरु जी के शरण लीजै,
मन को विशाल कीजै, फिर खेलिए मैदान में।
गुरु ब्रह्म रूम जानो, शिव का स्वरूप मानों,
साक्षात् ब्रह्म जानो, लिखा है पुराण में,
गुरु के समान नाहीं दूसरा जहान में,
छल कपट त्याग दीजे, गुरु जी के शरण लीजै,
मन को विशाल कीजै, फिर खेलिए मैदान में।
गुरु के समान नाहीं दूसरा जहान में,
गुरु के समान नाहीं दूसरा जहान में,
मन को विशाल कीजै, फिर खेलिए मैदान में।
गुरु के समान नाहीं दूसरा जहान में,
गुरु के समान नाहीं दूसरा जहान में,
पाप से बचावे गुरु, भय से छुडावे गुरु,
ब्रह्म से मिलावे गुरु, तत्पर ध्यान में,
गुरु के समान नाहीं दूसरा जहान में,
छल कपट त्याग दीजे, गुरु जी के शरण लीजै,
मन को विशाल कीजै, फिर खेलिए मैदान में।
गुरु ब्रह्म रूम जानो, शिव का स्वरूप मानों,
साक्षात् ब्रह्म जानो, लिखा है पुराण में,
गुरु के समान नाहीं दूसरा जहान में,
छल कपट त्याग दीजे, गुरु जी के शरण लीजै,
मन को विशाल कीजै, फिर खेलिए मैदान में।
गुरु के समान नाहीं दूसरा जहान में,
गुरु के समान नाहीं दूसरा जहान में,
Guru Ke Samana Nahi bhajan by Sri Ganapathy Sachchidananda Swamiji
Chhal Kapat Tyaag Deeje, Guru Jee Ke Sharan Leejai,Man Ko Vishaal Keejai, Phir Khelie Maidaan Mein.
Guru Ke Samaan Naaheen Doosara Jahaan Mein,
Guru Ke Samaan Naaheen Doosara Jahaan Mein,
Paap Se Bachaave Guru, Bhay Se Chhudaave Guru,
Brahm Se Milaave Guru, Tatpar Dhyaan Mein,
Guru Ke Samaan Naaheen Doosara Jahaan Mein,
Chhal Kapat Tyaag Deeje, Guru Jee Ke Sharan Leejai,
Man Ko Vishaal Keejai, Phir Khelie Maidaan Mein.
Guru Brahm Room Jaano, Shiv Ka Svaroop Maanon,
Saakshaat Brahm Jaano, Likha Hai Puraan Mein,
Guru Ke Samaan Naaheen Doosara Jahaan Mein,
Chhal Kapat Tyaag Deeje, Guru Jee Ke Sharan Leejai,
Man Ko Vishaal Keejai, Phir Khelie Maidaan Mein.
Guru Ke Samaan Naaheen Doosara Jahaan Mein,
Guru Ke Samaan Naaheen Doosara Jahaan Mein,
Mesmerizing Hindi bhajan on Guru.His Holiness Sri Ganapathy Sachchidananda Swamiji sings during Guru Purnima celebrations in Trinidad 2006.
Related Post