दादी जी थारा कसके पकड़ लिया पाँव लिरिक्स Daadi Ji Thara Kasake Lyrics
दादी जी थारा,
कसके पकड़ लिया पाँव,
छुड़ाया भी छोडांगा,
ढांढण वाली मात।
कुलदेवी म्हारे सर पे,
रख दीज्यो हाथ,
हटाया भी ना हटने दयुन्गा,
ढांढण वाली मात।
दादी जी थांसू,
बाँधी है प्रीत की डोर,
तुड़ाया भी ना तोड़न दूंगा,
म्हारी ढांढण वाली मात।
दादी जी म्हारे रोम रोम में,
थारो नाम,
मिटाया भी ना मिटने दूँगा,
ढांढण वाली मात।
दादी जी थारे,
दर्शन की बलिहारी,
म्हे कदे ना मुख,
मोड़न दूंगा,
ढांढण वाली मात।
दादी जी प्यारी,
कृपा पवन पे राख,
थारा भजन म्हे
प्यारा गावांगा,
म्हारी ढांढण वाली मात।
दादी जी थारा,
कसके पकड़ लिया पाँव,
छुड़ाया भी छोडांगा,
म्हारी ढांढण वाली मात।
कसके पकड़ लिया पाँव,
छुड़ाया भी छोडांगा,
ढांढण वाली मात।
कुलदेवी म्हारे सर पे,
रख दीज्यो हाथ,
हटाया भी ना हटने दयुन्गा,
ढांढण वाली मात।
दादी जी थांसू,
बाँधी है प्रीत की डोर,
तुड़ाया भी ना तोड़न दूंगा,
म्हारी ढांढण वाली मात।
दादी जी म्हारे रोम रोम में,
थारो नाम,
मिटाया भी ना मिटने दूँगा,
ढांढण वाली मात।
दादी जी थारे,
दर्शन की बलिहारी,
म्हे कदे ना मुख,
मोड़न दूंगा,
ढांढण वाली मात।
दादी जी प्यारी,
कृपा पवन पे राख,
थारा भजन म्हे
प्यारा गावांगा,
म्हारी ढांढण वाली मात।
दादी जी थारा,
कसके पकड़ लिया पाँव,
छुड़ाया भी छोडांगा,
म्हारी ढांढण वाली मात।
ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.
ऐसे ही अन्य मधुर भजन देखें
पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।