जैसल धाड़वी लिरिक्स मीनिंग Jaisal Dhadavi Meaning With Lyrics, Baba Raamdev Ji Bhajan by Sunita Swami. Rajasthaani Bhajan Meaning.
बाबा राम देव जी के परम भक्त को जब जैसल धाड़वी नाम का लुटेरा लूटने के मक़सद से भक्त को राह के बीच में रोक लेता है। इस पर भक्त बाबा से अरदास करते हैं और बाबा भक्त को लुटेरे से उसे मुक्त करते हैं, जिस पर यह भजन आधारित है। इस भजन का हिंदी मीनिंग साथ में दिया गया है।
रामा कहूँ के रामदेव,
हीरा कहूं के लाल,
ज्याने मिलिया राम देव,
तो पल में कीन्हा निहाल।
हीरा कहूं के लाल,
ज्याने मिलिया राम देव,
तो पल में कीन्हा निहाल।
हीरा कहूं के लाल- हीरा और लाल, रत्न अमूल्य रत्न।
ज्याने - जिनको।
मिलिया-मिला।
कीन्हा-किया।
ज्याने - जिनको।
मिलिया-मिला।
कीन्हा-किया।
Hindi Meaning : आपको रामा कहूं या फिर रामदेव जी, हीरा कहूँ के लाल (रत्न). जिनको रामदेव जी मिल गए हैं वे पल भर में निहाल हो गए हैं।
कमर कसी तलवार धाड़वी,
कमर कसी तलवार रे,
कोई सोवन कटारों हाथ में,
जैसळ के रे (जैसल के)
कमर कसी तलवार रे,
कोई सोवन कटारों हाथ में,
जैसळ के रे (जैसल के)
कमर कसी तलवार धाड़वी- जैसल धाड़वी ने कमर पर तलवार को कस लिया।
कोई सोवन कटारों हाथ में- हाथों में तेज धार का कटार ले लिया।
जैसळ के रे - जैसल धाड़वी के हाथ में।
Hindi Meaning: भक्त सेठ को देख कर जैसल धाड़वी ने उसे लूटने के उद्देश्य से अपने कमर में तलवार और हाथ में तेज धार का कटार ले लिया।
कोई सोवन कटारों हाथ में- हाथों में तेज धार का कटार ले लिया।
जैसळ के रे - जैसल धाड़वी के हाथ में।
Hindi Meaning: भक्त सेठ को देख कर जैसल धाड़वी ने उसे लूटने के उद्देश्य से अपने कमर में तलवार और हाथ में तेज धार का कटार ले लिया।
आयो विकट तूफ़ान गाँव में,
आयो विकट तूफ़ान रै,
पणिहारीयां घड़ला फोड़िया,
पनघट पे रे,
पणिहारीयां घड़ा फोड़िया,
पनघट पे रे,
सब सूं मीठो बोल भाईड़ा,
सब सूं मिठो बोल रे,
दुनियाँ में थोड़ो जीवणों रे,
पंछीड़ा रे,
होजी, होजी।
आयो विकट तूफ़ान रै,
पणिहारीयां घड़ला फोड़िया,
पनघट पे रे,
पणिहारीयां घड़ा फोड़िया,
पनघट पे रे,
सब सूं मीठो बोल भाईड़ा,
सब सूं मिठो बोल रे,
दुनियाँ में थोड़ो जीवणों रे,
पंछीड़ा रे,
होजी, होजी।
आयो विकट तूफ़ान गाँव में-गाँव में विकट तूफ़ान आया।
पणिहारीयां घड़ला फोड़िया- पणिहारियो के घड़े पनघट पर फुट गए, रेतीली आंधी के कारण।
पनघट पे रे-पनघट पर ही।
सब सूं मीठो बोल भाईड़ा - सभी से मीठा मीठा बोलों भाई (भाईडा)
दुनियाँ में थोड़ो जीवणों रे-दुनिया में बहुत ही कम समय के लिए जीना है।
पंछीड़ा रे- जीवात्मा को पंछी कहा गया है।
होजी, होजी- भजन को गाने के लिए उपयोग में ली गई तुकबंधी।
Hindi Meaning हिंदी मीनिंग : गाँव में अत्यंत ही विकट, घोर तूफ़ान आया जिसके कारण चारों तरफ अन्धेरा छा गया और पनिहारियों के घड़े पनघट पर ही फुट गए। सबसे मीठा बोलो, इस दुनिया में जीवन सदा के लिए नहीं, बहुत ही अल्प है।
पणिहारीयां घड़ला फोड़िया- पणिहारियो के घड़े पनघट पर फुट गए, रेतीली आंधी के कारण।
पनघट पे रे-पनघट पर ही।
सब सूं मीठो बोल भाईड़ा - सभी से मीठा मीठा बोलों भाई (भाईडा)
दुनियाँ में थोड़ो जीवणों रे-दुनिया में बहुत ही कम समय के लिए जीना है।
पंछीड़ा रे- जीवात्मा को पंछी कहा गया है।
होजी, होजी- भजन को गाने के लिए उपयोग में ली गई तुकबंधी।
Hindi Meaning हिंदी मीनिंग : गाँव में अत्यंत ही विकट, घोर तूफ़ान आया जिसके कारण चारों तरफ अन्धेरा छा गया और पनिहारियों के घड़े पनघट पर ही फुट गए। सबसे मीठा बोलो, इस दुनिया में जीवन सदा के लिए नहीं, बहुत ही अल्प है।
सामे मिलगी सांड भुरड़ी,
सामे मिलगी सांड भुरड़ी,
जिन ऊपर बैठ्यो,
बाणियो मारु ला रे,
धन दौलत ले जाय धाड़वी,
धन दौलत लेजाय रे,
दुनिया में जीवतो छोड़ दे,
धाडेचा रे।
सामे मिलगी सांड भुरड़ी,
जिन ऊपर बैठ्यो,
बाणियो मारु ला रे,
धन दौलत ले जाय धाड़वी,
धन दौलत लेजाय रे,
दुनिया में जीवतो छोड़ दे,
धाडेचा रे।
सामे मिलगी सांड भुरड़ी-सामने से (सामे) मिल गए।
सामे मिलगी सांड भुरड़ी- भूरे रंग की सांड (ऊंटनी)
जिन ऊपर बैठ्यो- जिस पर बैठा था।
बाणियो मारु ला रे- बाणिया (वणिक -व्यापार करने वाले ) तुम्हे मैं मारूँगा।
धन दौलत ले जाय धाड़वी- वणिक कहता है की तुम मेरा धन दौलत ले जाओ।
दुनिया में जीवतो छोड़ दे- दुनिया में मुझे जीवित छोड़ दो।
धाडेचा रे- अरे, जैसल धाड़वी।
हिंदी मीनिंग : जैसल धाड़वी ने जब कमर पर तलवार को कस लिया और लूट के इरादे से जब वह आगे बढ़ता है तो उसे सांढ़ पर बैठा हुआ वणिया मिल जाता है और वह उसे कहता है की मैं तुम्हे मारूंगा। बनिया जैसल धाड़वी से कहता है की वह सारा धन दौलत को भले ही ले ले, लेकिन उसे जिन्दा छोड़ दे।
सामे मिलगी सांड भुरड़ी- भूरे रंग की सांड (ऊंटनी)
जिन ऊपर बैठ्यो- जिस पर बैठा था।
बाणियो मारु ला रे- बाणिया (वणिक -व्यापार करने वाले ) तुम्हे मैं मारूँगा।
धन दौलत ले जाय धाड़वी- वणिक कहता है की तुम मेरा धन दौलत ले जाओ।
दुनिया में जीवतो छोड़ दे- दुनिया में मुझे जीवित छोड़ दो।
धाडेचा रे- अरे, जैसल धाड़वी।
हिंदी मीनिंग : जैसल धाड़वी ने जब कमर पर तलवार को कस लिया और लूट के इरादे से जब वह आगे बढ़ता है तो उसे सांढ़ पर बैठा हुआ वणिया मिल जाता है और वह उसे कहता है की मैं तुम्हे मारूंगा। बनिया जैसल धाड़वी से कहता है की वह सारा धन दौलत को भले ही ले ले, लेकिन उसे जिन्दा छोड़ दे।
लेवा मिनख ने मार बाणिया,
लेवा मिनख ने मार रे,
लेवा मिनख ने मार बाणिया,
लेवा मिनख ने मार रे,
में जैसल कहिजू धाड़वी,
माण्योड़ौ रे, होजी, होजी,
करबा लाग्यो दान बाणियो,
करवा लागो दान रे,
कोई साध बिरामण जाणियो,
थे म्हाने रे,
होजी, होजी,
लेवा मिनख ने मार रे,
लेवा मिनख ने मार बाणिया,
लेवा मिनख ने मार रे,
में जैसल कहिजू धाड़वी,
माण्योड़ौ रे, होजी, होजी,
करबा लाग्यो दान बाणियो,
करवा लागो दान रे,
कोई साध बिरामण जाणियो,
थे म्हाने रे,
होजी, होजी,
लेवा मिनख ने मार बाणिया- जैसल धाड़वी कहता है की हम तो इंसान (मिनख) को मार देते हैं।
में जैसल कहिजू धाड़वी- मुझे जैसल धाड़वी कहते हैं।
माण्योड़ौ रे, होजी, होजी- मैं माना हुआ लुटेरा हूँ।
करबा लाग्यो दान बाणियो- बनिया जान बचाने के लिए धन दौलत को दान करने लगा।
कोई साध बिरामण जाणियो- बनिया कहता है की तुम मुझे कोई ब्राह्मण ही समझो।
हिंदी मीनिंग : जब जैसल धाड़वी लुटेरा बनिया को लूटने के लिए आगे बढ़ता है तो वह दान करने लगता है। इस पर जैसल धाड़वी कहता है की वह माना हुआ खूंखार लुटेरा है, जो व्यक्तियों की जान ले लेता है।
में जैसल कहिजू धाड़वी- मुझे जैसल धाड़वी कहते हैं।
माण्योड़ौ रे, होजी, होजी- मैं माना हुआ लुटेरा हूँ।
करबा लाग्यो दान बाणियो- बनिया जान बचाने के लिए धन दौलत को दान करने लगा।
कोई साध बिरामण जाणियो- बनिया कहता है की तुम मुझे कोई ब्राह्मण ही समझो।
हिंदी मीनिंग : जब जैसल धाड़वी लुटेरा बनिया को लूटने के लिए आगे बढ़ता है तो वह दान करने लगता है। इस पर जैसल धाड़वी कहता है की वह माना हुआ खूंखार लुटेरा है, जो व्यक्तियों की जान ले लेता है।
बुढ़ा मायड़ बाप धाड़वी,
बुढ़ा मायड़ बाप रै,
बुढ़ा मायड़ बाप धाड़वी,
बूढ़ा मायड़ बाप रै,
म्हारे नाना नाना बाळका नगरी में,
म्हारे छोटा छोटा बाळका नगरी में,
होजी, होजी,
बूढ़ा जोवे बाँट धाड़वी,
बूढ़ा जोवे बाट रे,
काग उड़ावे कामली महला में,
होजी, होजी,
सब सूं मीठो बोल भाईड़ा,
सब सूं मिठो बोल रे,
दुनियाँ में थोड़ो जीवणों रे,
पंछीड़ा रे,
होजी, होजी।
बुढ़ा मायड़ बाप रै,
बुढ़ा मायड़ बाप धाड़वी,
बूढ़ा मायड़ बाप रै,
म्हारे नाना नाना बाळका नगरी में,
म्हारे छोटा छोटा बाळका नगरी में,
होजी, होजी,
बूढ़ा जोवे बाँट धाड़वी,
बूढ़ा जोवे बाट रे,
काग उड़ावे कामली महला में,
होजी, होजी,
सब सूं मीठो बोल भाईड़ा,
सब सूं मिठो बोल रे,
दुनियाँ में थोड़ो जीवणों रे,
पंछीड़ा रे,
होजी, होजी।
बुढ़ा मायड़ बाप धाड़वी-जैसल धाड़वी सुनों, मेरे बूढ़े माँ बाप हैं।
म्हारे नाना नाना बाळका नगरी में- मेरे छोटे छोटे बच्चे हैं।
बूढ़ा जोवे बाँट धाड़वी-बूढ़े माँ और बाप मेरी राह देख रहे हैं।
काग उड़ावे कामली महला में- महल में मेरी पत्नी मेरी राह में काग उडा रही है।
सब सूं मीठो बोल भाईड़ा- भाई सब से मीठा मीठा बोलो, इस दुनिया में थोड़ा जीवन है।
हिंदी मीनिंग : बनिया जैसल धाड़वी से अनुरोध करता है की वह उसे जिन्दा छोड़ दे और कहता है की घर पर बूढ़े माँ बाप उसका इन्तजार कर रहे हैं। नगर में उसके छोटे छोटे बच्चे हैं। मेरे इन्तजार में मेरी पत्नी मुंडेर से काग उडा रही है (अपने प्रिय के इन्तजार का शगुन ). इस प्रकार से बनिया अपने प्राणों की रक्षा के लिए विनय करता है।
करबा लागो याद बाणियों,
करबा लागो याद रे,
निर्बल रो हेलो सांबलो अन्नदाता रे,
दुर्बल रो हेलो साम्भलो अन्नदाता रे,
होजी, होजी,
काना पड़ी आवाज भगत री,
कानां पड़ी आवाज़ रे,
चौपट ने आगी मेल दी, बाबाजी ओ,
चौपट ने आगी मेल दी, बाबाजी ओ,
होय लीले असवार बापजी,
होय लीले असवार रे,
बाणिया री वारा चढ़ गया बाबाजी रै,
सेठा री वारा चढ़ गया बाबाजी रे,
होजी, होजी।
करबा लागो याद रे,
निर्बल रो हेलो सांबलो अन्नदाता रे,
दुर्बल रो हेलो साम्भलो अन्नदाता रे,
होजी, होजी,
काना पड़ी आवाज भगत री,
कानां पड़ी आवाज़ रे,
चौपट ने आगी मेल दी, बाबाजी ओ,
चौपट ने आगी मेल दी, बाबाजी ओ,
होय लीले असवार बापजी,
होय लीले असवार रे,
बाणिया री वारा चढ़ गया बाबाजी रै,
सेठा री वारा चढ़ गया बाबाजी रे,
होजी, होजी।
करबा लागो याद बाणियों - बनिया रामदेव जी को याद करने लगा (करबा लागो)
निर्बल रो हेलो सांबलो अन्नदाता रे- हे अन्नदाता, दुर्बल की पुकार सुनों।
काना पड़ी आवाज भगत री-जब रामदेव जी के कानों में भक्त की पुकार पड़ी।
चौपट ने आगी मेल दी, बाबाजी ओ- चौपट (एक खेल ) को एक तरफ (आगे मेल ) रख दी।
होय लीले असवार बापजी- लीले पर सवार होकर बापजी (बाबा रामदेव)
बाणिया री वारा चढ़ गया बाबाजी रै-बनिया की तरफ कूच कर गए।
हिंदी मीनिंग : विकट परिस्थिति में जब भक्त ने बाबा को याद किया और कहा की निर्बल /दुर्बल की पुकार को सुनों, मेरी रक्षा करो। जब बाबा के कानों में भक्त की पुकार सुनाई पड़ी तो उन्होंने चौपट को एक तरफ रखकर लीले घोड़े पर सवार होकर बनिया की रक्षा के लिए चल पड़े।
निर्बल रो हेलो सांबलो अन्नदाता रे- हे अन्नदाता, दुर्बल की पुकार सुनों।
काना पड़ी आवाज भगत री-जब रामदेव जी के कानों में भक्त की पुकार पड़ी।
चौपट ने आगी मेल दी, बाबाजी ओ- चौपट (एक खेल ) को एक तरफ (आगे मेल ) रख दी।
होय लीले असवार बापजी- लीले पर सवार होकर बापजी (बाबा रामदेव)
बाणिया री वारा चढ़ गया बाबाजी रै-बनिया की तरफ कूच कर गए।
हिंदी मीनिंग : विकट परिस्थिति में जब भक्त ने बाबा को याद किया और कहा की निर्बल /दुर्बल की पुकार को सुनों, मेरी रक्षा करो। जब बाबा के कानों में भक्त की पुकार सुनाई पड़ी तो उन्होंने चौपट को एक तरफ रखकर लीले घोड़े पर सवार होकर बनिया की रक्षा के लिए चल पड़े।
पाछो मुड़ ने देख धाड़वी,
पाछो मुड़ ने देख रै,
पाछो मुड़ने देख धाड़वी,
पाछों मुड़ने देख रै,
आ हीरा भरी पालकड़ी लुटे नी,
आ हीरा भरी पालकड़ी लुटे नी,
सब सूं मीठो बोल भाईड़ा,
सब सूं मिठो बोल रे,
दुनियाँ में थोड़ो जीवणों रे,
पंछीड़ा रे,
होजी, होजी।
दीवी कला बरताय रे बापजी,
दीवी कला बताय रे,
जैसल ने आंधो कर दियो, बाबाजी रे,
होजी, होजी।
सब सूं मीठो बोल भाईड़ा,
सब सूं मिठो बोल रे,
दुनियाँ में थोड़ो जीवणों रे,
पंछीड़ा रे,
होजी, होजी।
पाछो मुड़ ने देख रै,
पाछो मुड़ने देख धाड़वी,
पाछों मुड़ने देख रै,
आ हीरा भरी पालकड़ी लुटे नी,
आ हीरा भरी पालकड़ी लुटे नी,
सब सूं मीठो बोल भाईड़ा,
सब सूं मिठो बोल रे,
दुनियाँ में थोड़ो जीवणों रे,
पंछीड़ा रे,
होजी, होजी।
दीवी कला बरताय रे बापजी,
दीवी कला बताय रे,
जैसल ने आंधो कर दियो, बाबाजी रे,
होजी, होजी।
सब सूं मीठो बोल भाईड़ा,
सब सूं मिठो बोल रे,
दुनियाँ में थोड़ो जीवणों रे,
पंछीड़ा रे,
होजी, होजी।
पाछो मुड़ ने देख धाड़वी- पीछे मुड़कर देखो धाड़वी।
आ हीरा भरी पालकड़ी लुटे नी- ये हीरे से भरी हुई पालकी को अब क्यों नहीं लूट रहे हो।
सब सूं मीठो बोल भाईड़ा-भाई सबसे मीठा बोलो।
दुनियाँ में थोड़ो जीवणों रे पंछीड़ा रे- पंछी रूप में तुम हो, दुनिया में बहुत कम समय के लिए जीना है।
हिंदी मीनिंग : जब बाबा रामदेव जी जैसल धाड़वी के पास पहुँचते हैं तो कहते हैं की जरा पीछे मुड़कर देखो। अब तुम इस हीरा से भरी गाडी को क्यों नहीं लूट रहे हो। यह जीवन बहुत कम समय के लिए है, इसलिए सभी से मीठा बोलो।
आ हीरा भरी पालकड़ी लुटे नी- ये हीरे से भरी हुई पालकी को अब क्यों नहीं लूट रहे हो।
सब सूं मीठो बोल भाईड़ा-भाई सबसे मीठा बोलो।
दुनियाँ में थोड़ो जीवणों रे पंछीड़ा रे- पंछी रूप में तुम हो, दुनिया में बहुत कम समय के लिए जीना है।
हिंदी मीनिंग : जब बाबा रामदेव जी जैसल धाड़वी के पास पहुँचते हैं तो कहते हैं की जरा पीछे मुड़कर देखो। अब तुम इस हीरा से भरी गाडी को क्यों नहीं लूट रहे हो। यह जीवन बहुत कम समय के लिए है, इसलिए सभी से मीठा बोलो।
अरे लेले तीन तलाक धाड़वी,
ले ले तीन तलाक रे,
नहीं साध वीरमण लूट सी दुनिया में रे,
हो... हो...जी...होजी, होजी।
सब सूं मीठो बोल भाईड़ा,
सब सूं मिठो बोल रे,
दुनियाँ में थोड़ो जीवणों रे,
पंछीड़ा रे, होजी, होजी।
कमर कसी तलवार धाड़वी,
कमर कसी तलवार रे,
कोई सोवन कटारों हाथ में,
जैसळ के रे।
ले ले तीन तलाक रे,
नहीं साध वीरमण लूट सी दुनिया में रे,
हो... हो...जी...होजी, होजी।
सब सूं मीठो बोल भाईड़ा,
सब सूं मिठो बोल रे,
दुनियाँ में थोड़ो जीवणों रे,
पंछीड़ा रे, होजी, होजी।
कमर कसी तलवार धाड़वी,
कमर कसी तलवार रे,
कोई सोवन कटारों हाथ में,
जैसळ के रे।
दीवी कला बरताय रे बापजी- बाबा जी ने अपनी कला को बता दिया, अपना परचा दिखा दिया।
जैसल ने आंधो कर दियो, बाबाजी रे- जैसल धाड़वी को पल भर में ही अँधा कर दिया।
जैसल ने आंधो कर दियो, बाबाजी रे- जैसल धाड़वी को पल भर में ही अँधा कर दिया।
हिंदी मीनिंग : इस प्रकार से भक्त की पुकार पर बाबा ने जैसल धाड़वी को अँधा करके भक्त की रक्षा की।
इसके आगे कुछ गायकों के द्वारा निम्न पंक्तियों का उपयोग भी किया जाता है जिसमे जैसल धाड़वी बाबा से दुबारा कभी डकैती नहीं करने का वादा करता है।
अरे लेले तीन तलाक धाड़वी,
ले ले तीन तलाक रे,
नहीं साध वीरमण लूट सी दुनिया में रे,
हो... हो...जी...होजी, होजी।
सब सूं मीठो बोल भाईड़ा,
सब सूं मिठो बोल रे,
दुनियाँ में थोड़ो जीवणों रे,
पंछीड़ा रे, होजी, होजी।
कमर कसी तलवार धाड़वी,
कमर कसी तलवार रे,
कोई सोवन कटारों हाथ में,
जैसळ के रे।
ले ले तीन तलाक रे,
नहीं साध वीरमण लूट सी दुनिया में रे,
हो... हो...जी...होजी, होजी।
सब सूं मीठो बोल भाईड़ा,
सब सूं मिठो बोल रे,
दुनियाँ में थोड़ो जीवणों रे,
पंछीड़ा रे, होजी, होजी।
कमर कसी तलवार धाड़वी,
कमर कसी तलवार रे,
कोई सोवन कटारों हाथ में,
जैसळ के रे।
Sunita Swami !! जैसल धाड़वी || Kamar kasi Talvar || Jesal Dhadvi || 2020 Rajasthani Bhajan ||