कलयुग का अवतार मेरा लखदातार Kalyug Ka Avtaar Khatu Shyam Ji Bhajan Kalyug Ka Avtar Mera Lakh Dataar by Kumar Vishu.
सुन्दर सजा दरबार, खाटू श्याम का भक्तों,
डंका बजे दुनियाँ में, श्याम नाम का भक्तों।
पावन है नाम चल रे,चल खाटू धाम चल रे।
हम यात्रा गाते हैं, खाटू धाम की भक्तों,
जय बोलकर के शुरु करेंगे, श्याम की भक्तों।
गाते हैं जिनकी वंदना, सुर और मुनि जन,
श्रेष्ठ है कलियुग में, श्याम नाम का वंदन,
बिगड़ी हुई तक़दीर, संवरती है धाम पे,
होती सुबह शुरु यहाँ पे, श्याम नाम से,
जग में है ऊँची शान, खाटू श्याम की भक्तों,
जय गूँजती यहाँ पे, श्याम नाम की भक्तों।
मिलती नहीं जग में कहीं, ऐसी मिशाल है,
बाबा का बेमिशाल यहाँ पे कमाल है,
आओ करे हम यात्रा श्री श्याम नाम ले,
भली करेंगे श्याम जी का हाथ थाम ले,
पावन है नाम चल रे,चल खाटू धाम चल रे।
पावन है नाम चल रे,चल खाटू धाम चल रे।
दुखड़े सदा हर ले जो श्याम नाम है ऐसा,
बिगड़ी को दे सँवार, श्याम नाम है ऐसा,
जब श्याम श्याम श्याम ,श्याम नाम को,
चल खाटू धाम धाम धाम, खाटू धाम को,
शीश के दानी दयालु श्याम हैं मेरे,
पूर्ण करेंगे श्याम जी हर काम को तेरे,
ऐसा दयालु दानी जग में और नहीं है,
अहिलवती के लाल सा, दूजा ना कहीं है,
भक्तों के नाव की हैं पतवार, श्याम जी,
देते हैं सदा लख लख लखदातार श्याम जी,
पावन है नाम चल रे,चल खाटू धाम चल रे।
पावन है नाम चल रे,चल खाटू धाम चल रे।
पावन धरा मरुधरा, पे धाम है पावन,
जप श्याम श्याम श्याम, श्याम नाम है पावन,
सीकर है जिला एक मरुदेस में जहाँ,
एक गाँव खाटू धाम, के नाम से वहाँ,
अहिलवती के लाल का दरबार है यहाँ,
सुन्दर सजीला, श्याम सरकार है यहाँ,
हारे को सहारा सदा देते हैं श्याम जी,
हर पल सदा खाटू में रहते हैं श्याम जी,
इक बार श्याम जी के जो दरबार आ गया,
हरबार आ गया वो बार बार आ गया,
पावन है नाम चल रे,चल खाटू धाम चल रे।
पावन है नाम चल रे,चल खाटू धाम चल रे।
चढ़ते हैं ध्वजा नारियल, निसान यहाँ पे,
है श्याम की अद्भुद निराली शान यहाँ पे,
बैठा हो जैसे सेठ दरबार लगा के,
बैठा है मेरा श्याम जरा देख ले आके,
झाँकी सजी है श्याम की नजरें नहीं भरती,
जितना भी देखता हूँ, कामना यही करती,
बस देखता रहूं मैं श्याम, श्याम की सूरत,
मन भा गई मेरे तो श्याम श्याम की मूरत,
विश्वास लेकर श्याम जी के द्वार पे आ,
जग जायेगी सोइ हुई तक़दीर भी यहाँ,
पावन है नाम चल रे,चल खाटू धाम चल रे।
पावन है नाम चल रे,चल खाटू धाम चल रे।
खाटू के जैसा धाम जग में दूसरा नहीं,
दरबार श्याम जी के जैसा, और ना कहीं,
आओ करे हम यात्रा खाटू के धाम की,
जय बोलकर शुरू करेंगे, श्याम नाम की,
जयपुर बीकानेर राजमार्ग पे रींगस,
श्याम जी के धाम पे जाती, यहाँ से बस,
रिंगस के लिए रेलमार्ग भी रहे उत्तम,
होती है रेलगाड़ियों की यात्रा भी सुगम,
रींगस से अठारह किलोमीटर पर धाम है,
मेरे बाबा श्याम रहते हैं वो खाटू गाँव है,
है धन्य खाटू गाँव, धन्य गाँव की भूमि,
श्री श्याम ने अपने लिए, जगह यही चुनी,
पावन है नाम चल रे,चल खाटू धाम चल रे।
पावन है नाम चल रे,चल खाटू धाम चल रे।
हर माह में आती है शुक्ल पक्ष की ग्यारस,
इस रोज खाटू धाम में रहता है बड़ा रश,
लगते यहाँ मेले बड़े, हर साल में दो,
आओ चले श्री श्याम के दर्शन का लाभ लो,
कार्तिक सुदी एकादशी, लो आ गई पावन,
श्याम जन्म देखकर हर्षित हुआ है मन,
फागण माह और शुक्ल पक्ष की है दशमी,
मेला लगे ऐसा ना जाए बात भी बरनी,
द्वार पे आते हैं भक्त दूर दूर से,
गुजरात महाराष्ट्र कोई कानपुर से,
पावन है नाम चल रे,चल खाटू धाम चल रे।
पावन है नाम चल रे,चल खाटू धाम चल रे।
बंगाल कोलकाता गोहाटी आसाम से,
हरियाणा से भी आते हैं बाबा के धाम पे,
साउथ से दिल्ली से कोई बैंगलूर से,
धाम पे आते हैं भक्त दूर दूर से,
मरू प्रदेश के बसे जन जन में श्याम जी,
हर पल सदा रहते इनके मन में श्याम जी,
भक्तों की हर घडी लगी रहती कतार है,
सबको भला लगता है, वो खाटू का द्वार है,
साफ़ मन से जो कामना लेके आ गया,
समझो वो दूजे पल में जो माँगा सो पा गया,
पावन है नाम चल रे,चल खाटू धाम चल रे।
पावन है नाम चल रे,चल खाटू धाम चल रे।
डंका बजे दुनियाँ में, श्याम नाम का भक्तों।
पावन है नाम चल रे,चल खाटू धाम चल रे।
हम यात्रा गाते हैं, खाटू धाम की भक्तों,
जय बोलकर के शुरु करेंगे, श्याम की भक्तों।
गाते हैं जिनकी वंदना, सुर और मुनि जन,
श्रेष्ठ है कलियुग में, श्याम नाम का वंदन,
बिगड़ी हुई तक़दीर, संवरती है धाम पे,
होती सुबह शुरु यहाँ पे, श्याम नाम से,
जग में है ऊँची शान, खाटू श्याम की भक्तों,
जय गूँजती यहाँ पे, श्याम नाम की भक्तों।
मिलती नहीं जग में कहीं, ऐसी मिशाल है,
बाबा का बेमिशाल यहाँ पे कमाल है,
आओ करे हम यात्रा श्री श्याम नाम ले,
भली करेंगे श्याम जी का हाथ थाम ले,
पावन है नाम चल रे,चल खाटू धाम चल रे।
पावन है नाम चल रे,चल खाटू धाम चल रे।
दुखड़े सदा हर ले जो श्याम नाम है ऐसा,
बिगड़ी को दे सँवार, श्याम नाम है ऐसा,
जब श्याम श्याम श्याम ,श्याम नाम को,
चल खाटू धाम धाम धाम, खाटू धाम को,
शीश के दानी दयालु श्याम हैं मेरे,
पूर्ण करेंगे श्याम जी हर काम को तेरे,
ऐसा दयालु दानी जग में और नहीं है,
अहिलवती के लाल सा, दूजा ना कहीं है,
भक्तों के नाव की हैं पतवार, श्याम जी,
देते हैं सदा लख लख लखदातार श्याम जी,
पावन है नाम चल रे,चल खाटू धाम चल रे।
पावन है नाम चल रे,चल खाटू धाम चल रे।
पावन धरा मरुधरा, पे धाम है पावन,
जप श्याम श्याम श्याम, श्याम नाम है पावन,
सीकर है जिला एक मरुदेस में जहाँ,
एक गाँव खाटू धाम, के नाम से वहाँ,
अहिलवती के लाल का दरबार है यहाँ,
सुन्दर सजीला, श्याम सरकार है यहाँ,
हारे को सहारा सदा देते हैं श्याम जी,
हर पल सदा खाटू में रहते हैं श्याम जी,
इक बार श्याम जी के जो दरबार आ गया,
हरबार आ गया वो बार बार आ गया,
पावन है नाम चल रे,चल खाटू धाम चल रे।
पावन है नाम चल रे,चल खाटू धाम चल रे।
चढ़ते हैं ध्वजा नारियल, निसान यहाँ पे,
है श्याम की अद्भुद निराली शान यहाँ पे,
बैठा हो जैसे सेठ दरबार लगा के,
बैठा है मेरा श्याम जरा देख ले आके,
झाँकी सजी है श्याम की नजरें नहीं भरती,
जितना भी देखता हूँ, कामना यही करती,
बस देखता रहूं मैं श्याम, श्याम की सूरत,
मन भा गई मेरे तो श्याम श्याम की मूरत,
विश्वास लेकर श्याम जी के द्वार पे आ,
जग जायेगी सोइ हुई तक़दीर भी यहाँ,
पावन है नाम चल रे,चल खाटू धाम चल रे।
पावन है नाम चल रे,चल खाटू धाम चल रे।
खाटू के जैसा धाम जग में दूसरा नहीं,
दरबार श्याम जी के जैसा, और ना कहीं,
आओ करे हम यात्रा खाटू के धाम की,
जय बोलकर शुरू करेंगे, श्याम नाम की,
जयपुर बीकानेर राजमार्ग पे रींगस,
श्याम जी के धाम पे जाती, यहाँ से बस,
रिंगस के लिए रेलमार्ग भी रहे उत्तम,
होती है रेलगाड़ियों की यात्रा भी सुगम,
रींगस से अठारह किलोमीटर पर धाम है,
मेरे बाबा श्याम रहते हैं वो खाटू गाँव है,
है धन्य खाटू गाँव, धन्य गाँव की भूमि,
श्री श्याम ने अपने लिए, जगह यही चुनी,
पावन है नाम चल रे,चल खाटू धाम चल रे।
पावन है नाम चल रे,चल खाटू धाम चल रे।
हर माह में आती है शुक्ल पक्ष की ग्यारस,
इस रोज खाटू धाम में रहता है बड़ा रश,
लगते यहाँ मेले बड़े, हर साल में दो,
आओ चले श्री श्याम के दर्शन का लाभ लो,
कार्तिक सुदी एकादशी, लो आ गई पावन,
श्याम जन्म देखकर हर्षित हुआ है मन,
फागण माह और शुक्ल पक्ष की है दशमी,
मेला लगे ऐसा ना जाए बात भी बरनी,
द्वार पे आते हैं भक्त दूर दूर से,
गुजरात महाराष्ट्र कोई कानपुर से,
पावन है नाम चल रे,चल खाटू धाम चल रे।
पावन है नाम चल रे,चल खाटू धाम चल रे।
बंगाल कोलकाता गोहाटी आसाम से,
हरियाणा से भी आते हैं बाबा के धाम पे,
साउथ से दिल्ली से कोई बैंगलूर से,
धाम पे आते हैं भक्त दूर दूर से,
मरू प्रदेश के बसे जन जन में श्याम जी,
हर पल सदा रहते इनके मन में श्याम जी,
भक्तों की हर घडी लगी रहती कतार है,
सबको भला लगता है, वो खाटू का द्वार है,
साफ़ मन से जो कामना लेके आ गया,
समझो वो दूजे पल में जो माँगा सो पा गया,
पावन है नाम चल रे,चल खाटू धाम चल रे।
पावन है नाम चल रे,चल खाटू धाम चल रे।
Kalyug Ka Avtar Mera Lakh Data (Yatra Shri Khaatu Shyam)
Sundar Saja Darabaar, Khaatoo Shyaam Ka Bhakton,
Danka Baje Duniyaan Mein, Shyaam Naam Ka Bhakton.
Paavan Hai Naam Chal Re,chal Khaatoo Dhaam Chal Re.
Danka Baje Duniyaan Mein, Shyaam Naam Ka Bhakton.
Paavan Hai Naam Chal Re,chal Khaatoo Dhaam Chal Re.
Provided to YouTube by Super Cassettes Industries Limited Kalyug Ka Avtar Mera Lakh Data (Yatra Shri Khaatu Shyam) · Kumar Vishu Kalyug Ka Avtaar Mera Lakhdaata (Yatra Shri Khatu Shyam) ℗ Super Cassettes Industries Limited Released on: 2004-11-18 Auto-generated by YouTube.
Lyrics
Sundar Saja Darbar, Khatu Shyam Ka Bhakton,
Danka Baje Duniya Mein, Shyam Naam Ka Bhakton.
Pawan Hai Naam Chal Re, Chal Khatu Dham Chal Re.
Hum Yatra Gaate Hain, Khatu Dham Ki Bhakton,
Jai Bolkar Ke Shuru Karenge, Shyam Ki Bhakton.
Gaate Hain Jinki Vandana, Sur Aur Muni Jan,
Shreshth Hai Kaliyug Mein, Shyam Naam Ka Vandan,
Bigdi Hui Takdeer, Sanwarti Hai Dham Pe,
Hoti Subah Shuru Yahaan Pe, Shyam Naam Se,
Jag Mein Hai Oonchi Shaan, Khatu Shyam Ki Bhakton,
Jai Goonjti Yahaan Pe, Shyam Naam Ki Bhakton.
Milti Nahi Jag Mein Kahin, Aisi Misaal Hai,
Baba Ka Bemisaal Yahaan Pe Kamaal Hai,
Aao Kare Hum Yatra Shri Shyam Naam Le,
Bhali Karenge Shyam Ji Ka Haath Thaam Le,
Pawan Hai Naam Chal Re, Chal Khatu Dham Chal Re.
Pawan Hai Naam Chal Re, Chal Khatu Dham Chal Re.
Dukhde Sada Har Le Jo Shyam Naam Hai Aisa,
Bigdi Ko De Sanwar, Shyam Naam Hai Aisa,
Jab Shyam Shyam Shyam, Shyam Naam Ko,
Chal Khatu Dham Dham Dham, Khatu Dham Ko,
Sheesh Ke Daanee Dayalu Shyam Hai Mere,
Poorn Karenge Shyam Ji Har Kaam Ko Tere,
Aisa Dayalu Daanee Jag Mein Aur Nahi Hai,
Ahilwati Ke Laal Sa, Dooja Na Kahin Hai,
Bhakton Ke Naav Ki Hain Patwaar, Shyam Ji,
Dete Hain Sada Lakh Lakh Lakhdataar Shyam Ji,
Pawan Hai Naam Chal Re, Chal Khatu Dham Chal Re.
Pawan Hai Naam Chal Re, Chal Khatu Dham Chal Re.
Pawan Dhara Marudhara, Pe Dham Hai Pawan,
Jap Shyam Shyam Shyam, Shyam Naam Hai Pawan,
Seeker Hai Jila Ek Marudes Mein Jahaan,
Ek Gaav Khatu Dham, Ke Naam Se Wahaan,
Ahilwati Ke Laal Ka Darbar Hai Yahaan,
Sundar Sajila, Shyam Sarkar Hai Yahaan,
Haare Ko Sahara Sada Dete Hain Shyam Ji,
Har Pal Sada Khatu Mein Rahte Hain Shyam Ji,
Ik Baar Shyam Ji Ke Jo Darbar Aa Gaya,
Har Baar Aa Gaya Wo Baar Baar Aa Gaya,
Pawan Hai Naam Chal Re, Chal Khatu Dham Chal Re.
Pawan Hai Naam Chal Re, Chal Khatu Dham Chal Re.
Chadhte Hain Dhwaja Nariyal, Nisan Yahaan Pe,
Hai Shyam Ki Adbhut Nirali Shaan Yahaan Pe,
Baitha Ho Jaise Seth Darbar Laga Ke,
Baitha Hai Mera Shyam Zara Dekh Le Aake,
Jhanki Saji Hai Shyam Ki Nazar Nahin Bharti,
Jitna Bhi Dekhta Hoon, Kamna Yahii Karti,
Bas Dekhta Rahoon Main Shyam, Shyam Ki Surat,
Man Bhaa Gayi Mere To Shyam Shyam Ki Murat,
Vishwas Lekar Shyam Ji Ke Dwaar Pe Aa,
Jag Jaayegi Soi Hui Takdeer Bhi Yahaan,
Pawan Hai Naam Chal Re, Chal Khatu Dham Chal Re.
Pawan Hai Naam Chal Re, Chal Khatu Dham Chal Re.
Khatu Ke Jaisa Dham Jag Mein Doosra Nahi,
Darbar Shyam Ji Ke Jaisa, Aur Na Kahin,
Aao Kare Hum Yatra Khatu Ke Dham Ki,
Jai Bolkar Shuru Karenge, Shyam Naam Ki,
Jaipur Bikaner Rajmarg Pe Rings,
Shyam Ji Ke Dham Pe Jaati, Yahaan Se Bas,
Rings Ke Liye Railmarg Bhi Rahe Uttam,
Hoti Hai Railgaadiyon Ki Yatra Bhi Sugam,
Rings Se Atharah Kilometre Par Dham Hai,
Mere Baba Shyam Rahte Hain Wo Khatu Gaav Hai,
Hai Dhanya Khatu Gaav, Dhanya Gaav Ki Bhoomi,
Shri Shyam Ne Apne Liye, Jagah Yahii Chuni,
Pawan Hai Naam Chal Re, Chal Khatu Dham Chal Re.
Pawan Hai Naam Chal Re, Chal Khatu Dham Chal Re.
Har Mah Mein Aati Hai Shukl Paksh Ki Gyaras,
Is Roz Khatu Dham Mein Rahata Hai Bada Rash,
Lagte Yahaan Mela Bade, Har Saal Mein Do,
Aao Chale Shri Shyam Ke Darshan Ka Laabh Lo,
Kartik Sudi Ekadashi, Lo Aa Gayi Pawan,
Shyam Janm Dekhkar Harshit Hua Hai Man,
Phagan Mah Aur Shukl Paksh Ki Hai Dashami,
Mela Lage Aisa Na Jaye Baat Bhi Barni,
Dwaar Pe Aate Hain Bhakt Door Door Se,
Gujarat Maharashtra Koi Kanpur Se,
Pawan Hai Naam Chal Re, Chal Khatu Dham Chal Re.
Pawan Hai Naam Chal Re, Chal Khatu Dham Chal Re.
Bengal Kolkata Guwahati Assam Se,
Haryana Se Bhi Aate Hain Baba Ke Dham Pe,
South Se Dilli Se Koi Bangalore Se,
Dham Pe Aate Hain Bhakt Door Door Se,
Maru Pradesh Ke Base Jan Jan Mein Shyam Ji,
Har Pal Sada Rahte Inke Mann Mein Shyam Ji,
Bhakton Ki Har Ghadi Lagi Rahti Kaatar Hai,
Sabko Bhala Lagta Hai, Wo Khatu Ka Dwaar Hai,
Saaf Mann Se Jo Kamna Le Ke Aa Gaya,
Samjho Wo Dooje Pal Mein Jo Maanga So Pa Gaya,
Pawan Hai Naam Chal Re, Chal Khatu Dham Chal Re.
Pawan Hai Naam Chal Re, Chal Khatu Dham Chal Re.
Danka Baje Duniya Mein, Shyam Naam Ka Bhakton.
Pawan Hai Naam Chal Re, Chal Khatu Dham Chal Re.
Hum Yatra Gaate Hain, Khatu Dham Ki Bhakton,
Jai Bolkar Ke Shuru Karenge, Shyam Ki Bhakton.
Gaate Hain Jinki Vandana, Sur Aur Muni Jan,
Shreshth Hai Kaliyug Mein, Shyam Naam Ka Vandan,
Bigdi Hui Takdeer, Sanwarti Hai Dham Pe,
Hoti Subah Shuru Yahaan Pe, Shyam Naam Se,
Jag Mein Hai Oonchi Shaan, Khatu Shyam Ki Bhakton,
Jai Goonjti Yahaan Pe, Shyam Naam Ki Bhakton.
Milti Nahi Jag Mein Kahin, Aisi Misaal Hai,
Baba Ka Bemisaal Yahaan Pe Kamaal Hai,
Aao Kare Hum Yatra Shri Shyam Naam Le,
Bhali Karenge Shyam Ji Ka Haath Thaam Le,
Pawan Hai Naam Chal Re, Chal Khatu Dham Chal Re.
Pawan Hai Naam Chal Re, Chal Khatu Dham Chal Re.
Dukhde Sada Har Le Jo Shyam Naam Hai Aisa,
Bigdi Ko De Sanwar, Shyam Naam Hai Aisa,
Jab Shyam Shyam Shyam, Shyam Naam Ko,
Chal Khatu Dham Dham Dham, Khatu Dham Ko,
Sheesh Ke Daanee Dayalu Shyam Hai Mere,
Poorn Karenge Shyam Ji Har Kaam Ko Tere,
Aisa Dayalu Daanee Jag Mein Aur Nahi Hai,
Ahilwati Ke Laal Sa, Dooja Na Kahin Hai,
Bhakton Ke Naav Ki Hain Patwaar, Shyam Ji,
Dete Hain Sada Lakh Lakh Lakhdataar Shyam Ji,
Pawan Hai Naam Chal Re, Chal Khatu Dham Chal Re.
Pawan Hai Naam Chal Re, Chal Khatu Dham Chal Re.
Pawan Dhara Marudhara, Pe Dham Hai Pawan,
Jap Shyam Shyam Shyam, Shyam Naam Hai Pawan,
Seeker Hai Jila Ek Marudes Mein Jahaan,
Ek Gaav Khatu Dham, Ke Naam Se Wahaan,
Ahilwati Ke Laal Ka Darbar Hai Yahaan,
Sundar Sajila, Shyam Sarkar Hai Yahaan,
Haare Ko Sahara Sada Dete Hain Shyam Ji,
Har Pal Sada Khatu Mein Rahte Hain Shyam Ji,
Ik Baar Shyam Ji Ke Jo Darbar Aa Gaya,
Har Baar Aa Gaya Wo Baar Baar Aa Gaya,
Pawan Hai Naam Chal Re, Chal Khatu Dham Chal Re.
Pawan Hai Naam Chal Re, Chal Khatu Dham Chal Re.
Chadhte Hain Dhwaja Nariyal, Nisan Yahaan Pe,
Hai Shyam Ki Adbhut Nirali Shaan Yahaan Pe,
Baitha Ho Jaise Seth Darbar Laga Ke,
Baitha Hai Mera Shyam Zara Dekh Le Aake,
Jhanki Saji Hai Shyam Ki Nazar Nahin Bharti,
Jitna Bhi Dekhta Hoon, Kamna Yahii Karti,
Bas Dekhta Rahoon Main Shyam, Shyam Ki Surat,
Man Bhaa Gayi Mere To Shyam Shyam Ki Murat,
Vishwas Lekar Shyam Ji Ke Dwaar Pe Aa,
Jag Jaayegi Soi Hui Takdeer Bhi Yahaan,
Pawan Hai Naam Chal Re, Chal Khatu Dham Chal Re.
Pawan Hai Naam Chal Re, Chal Khatu Dham Chal Re.
Khatu Ke Jaisa Dham Jag Mein Doosra Nahi,
Darbar Shyam Ji Ke Jaisa, Aur Na Kahin,
Aao Kare Hum Yatra Khatu Ke Dham Ki,
Jai Bolkar Shuru Karenge, Shyam Naam Ki,
Jaipur Bikaner Rajmarg Pe Rings,
Shyam Ji Ke Dham Pe Jaati, Yahaan Se Bas,
Rings Ke Liye Railmarg Bhi Rahe Uttam,
Hoti Hai Railgaadiyon Ki Yatra Bhi Sugam,
Rings Se Atharah Kilometre Par Dham Hai,
Mere Baba Shyam Rahte Hain Wo Khatu Gaav Hai,
Hai Dhanya Khatu Gaav, Dhanya Gaav Ki Bhoomi,
Shri Shyam Ne Apne Liye, Jagah Yahii Chuni,
Pawan Hai Naam Chal Re, Chal Khatu Dham Chal Re.
Pawan Hai Naam Chal Re, Chal Khatu Dham Chal Re.
Har Mah Mein Aati Hai Shukl Paksh Ki Gyaras,
Is Roz Khatu Dham Mein Rahata Hai Bada Rash,
Lagte Yahaan Mela Bade, Har Saal Mein Do,
Aao Chale Shri Shyam Ke Darshan Ka Laabh Lo,
Kartik Sudi Ekadashi, Lo Aa Gayi Pawan,
Shyam Janm Dekhkar Harshit Hua Hai Man,
Phagan Mah Aur Shukl Paksh Ki Hai Dashami,
Mela Lage Aisa Na Jaye Baat Bhi Barni,
Dwaar Pe Aate Hain Bhakt Door Door Se,
Gujarat Maharashtra Koi Kanpur Se,
Pawan Hai Naam Chal Re, Chal Khatu Dham Chal Re.
Pawan Hai Naam Chal Re, Chal Khatu Dham Chal Re.
Bengal Kolkata Guwahati Assam Se,
Haryana Se Bhi Aate Hain Baba Ke Dham Pe,
South Se Dilli Se Koi Bangalore Se,
Dham Pe Aate Hain Bhakt Door Door Se,
Maru Pradesh Ke Base Jan Jan Mein Shyam Ji,
Har Pal Sada Rahte Inke Mann Mein Shyam Ji,
Bhakton Ki Har Ghadi Lagi Rahti Kaatar Hai,
Sabko Bhala Lagta Hai, Wo Khatu Ka Dwaar Hai,
Saaf Mann Se Jo Kamna Le Ke Aa Gaya,
Samjho Wo Dooje Pal Mein Jo Maanga So Pa Gaya,
Pawan Hai Naam Chal Re, Chal Khatu Dham Chal Re.
Pawan Hai Naam Chal Re, Chal Khatu Dham Chal Re.
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Author - Saroj Jangir
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