कान्हाँ मत मारे पिचकारी लिरिक्स Kanha Mat Maare Pichkaari Lyrics

कान्हाँ मत मारे पिचकारी लिरिक्स Kanha Mat Maare Pichkaari Lyrics 

 
कान्हाँ मत मारे पिचकारी लिरिक्स Kanha Mat Maare Pichkaari Lyrics

सास लड़ेगी रे,
मेरे घर नणद लड़ेगी रे,
कान्हाँ मत मारे पिचकारी,
मेरे घर सास लडेगी रे।
कान्हाँ मत मारे पिचकारी,
मेरे घर सास लडेगी रे।
सास लड़ेगी रे,
मेरे घर ननद लड़ेगी रे,
ओ कान्हा मत मारे पिचकारी,
मेरे घर सास लड़ेगी रे।

सास डुकरियां मेरी बड़ी खोटी,
गारी देगी, ना देगी मोहे रोटी,
देराणी जेठाणी मेरी जनम की बैरण,
कलह करेगी रे।
ओ कान्हा मत मारे पिचकारी,
मेरे घर सास लड़ेगी रे।

जा जा झूठ पिया से बोले,
एक की चार चार की सौलह,
नणद बड़ी बदमास,
पिया के कान भरेगी रै,
ओ कान्हा मत मारे पिचकारी,
मेरे घर सास लड़ेगी रे।

कछु न बिगड़े श्याम तिहारो,
मोको होयगो देस निकारो,
बृज की नारी दे दे तारी,
मेरी हँसी करेगी रे।
ओ कान्हा मत मारे पिचकारी,
मेरे घर सास लड़ेगी रे।

जोड़ूँ हाथ पडूं तोरे पैयां,
पकड़ो मती श्याम मोरी बैंया,
घासी राम मोतियन की माला,
टूट पडेगी रे ।
ओ कान्हा मत मारे पिचकारी,
मेरे घर सास लड़ेगी रे।

कान्हाँ मत मारे पिचकारी मीनिंग Kanha Mat Maare Pichkaari Meaning.

सास लड़ेगी रे, मेरे घर नणद लड़ेगी रे : कान्हा जब गोपियों के रंग लगाते हैं तो वे कहती हैं की कान्हा मुझ पर रंग मत डालो, मेरे घर पर मेरी लास और ननद मुझसे लड़ेगी।
सास डुकरियां मेरी बड़ी खोटी : मेरी सास बूढी डोकरी (वृद्ध अवस्था) बहुत ही बुरी (खोटी) है।
गारी देगी, ना देगी मोहे रोटी : सास मुझे गाली देगी और भोजन (रोटी) नहीं देगी।
देराणी जेठाणी मेरी जनम की बैरण : देराणी और जेठानी मेरी तो जन्मों जन्म की शत्रु हैं।
कलह करेगी रे : मेरे घर में झगड़ा (कलह) करेगी।
जा जा झूठ पिया से बोले, एक की चार चार की सौलह : मेरे पति से झूठ बोलती हैं और एक की चार और चार की सोलह बताती हैं।
नणद बड़ी बदमास, पिया के कान भरेगी रै : मेरी ननद बड़ी बदमाश है वह मेरे पिया के कान भरेगी।
कछु न बिगड़े श्याम तिहारो, मोको होयगो देस निकारो : कान्हा तुम्हारा तो कुछ नहीं होगा मुझे देस निकला हो जाएगा।
बृज की नारी दे दे तारी, मेरी हँसी करेगी रे : बृज की औरतें ताली दे देकर मेरी हंसी उड़ाएंगी।
जोड़ूँ हाथ पडूं तोरे पैयां : मैं तुम्हारे हाथ जोड़ती हूँ और तुम्हारे पाँव पड़ती हूँ।
पकड़ो मती श्याम मोरी बैंया- मेरी बाँह मत पकड़ो हे कृष्ण।
घासी राम मोतियन की माला- भक्त और लेखक घासीराम जी कहते हैं की मोतियों की माला टूट जायेगी।  


फागोत्सव भजन || कान्हा मत मारे पिचकारी मेरे घर सास लड़ेगी रे || Shri Radha Krishna Ji Maharaj Bhajan

Mere Ghar Nanad Ladegee Re,
Kaanhaan Mat Maare Pichakaaree,
Mere Ghar Saas Ladegee Re.
Kaanhaan Mat Maare Pichakaaree,
Mere Ghar Saas Ladegee Re.
Saas Ladegee Re,
Mere Ghar Nanad Ladegee Re,
O Kaanha Mat Maare Pichakaaree,
Mere Ghar Saas Ladegee Re.

Saas Dukariyaan Meree Badee Khotee,
Gaaree Degee, Na Degee Mohe Rotee,
Deraanee Jethaanee Meree Janam Kee Bairan,
Kalah Karegee Re.
O Kaanha Mat Maare Pichakaaree,
Mere Ghar Saas Ladegee Re.

Ja Ja Jhooth Piya Se Bole,
Ek Kee Chaar Chaar Kee Saulah,
Nanad Badee Badamaas,
Piya Ke Kaan Bharegee Rai,
O Kaanha Mat Maare Pichakaaree,
Mere Ghar Saas Ladegee Re.

Kachhu Na Bigade Shyaam Tihaaro,
Moko Hoyago Des Nikaaro,
Brj Kee Naaree De De Taaree,
Meree Hansee Karegee Re.
O Kaanha Mat Maare Pichakaaree,
Mere Ghar Saas Ladegee Re.

Jodoon Haath Padoon Tore Paiyaan,
Pakado Matee Shyaam Moree Bainya,
Ghaasee Raam Motiyan Kee Maala,
Toot Padegee Re .
O Kaanha Mat Maare Pichakaaree,
Mere Ghar Saas Ladegee Re.
 
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