मन रे सतगुरु कर मेरा भाई लिरिक्स Man Re Satguru kar Mera Bhai Lyrics

मन रे सतगुरु कर मेरा भाई लिरिक्स Man Re Satguru kar Mera Bhai Lyrics Rajasthani Chetawani Bhajan. Kailash Ji Larna, Thanwala, Nagaur

इस राजस्थानी भजन में सन्देश है की मन (जीवात्मा), सतगुरु धारण करना आवश्यक है। अंतिम समय में सतगुरु ही तेरे काम आने वाला है। सतगुरु के अतिरिक्त कोई भी तेरा नहीं है। कष्ट के पड़ने पर, सतगुरु ही तेरे काम आने वाले हैं। कुटुंब कबीला सभी मुंह छिपा लेते हैं। धन दौलत, राज तेज आदि सभी यहीं धरे रह जाने हैं और यम के दूत तुझे जूते देते हुए लेकर जाएंगे। इस सकल सांसारिक माया/बंधन से मात्र गुरु ही बंधन को छुड़ाने वाले हैं इसलिए मन मेरे सतगुरु को धारण कर। इस राजस्थानी भजन के गायक कलाकार कैलाश जी लारणा, थाँवला, नागौर जी हैं। 
मन रे सतगुरु कर मेरा भाई लिरिक्स Man Re Satguru kar Mera Bhai Lyrics Rajasthani Chetawani Bhajan. Kailash Ji Larna, Thanwala, Nagaur

गुरु समान दाता नहीं,
याचक शिष्य समान,
तीन लोक की सम्पदा,
कर दी पल में दान।
गुरु बिन माला फेरता,
गुरु बिन देता दान,
ज्याका दान हराम है,
बांचे वेद पुराण।
मन रे सतगुरु कर मेरा भाई,
सतगुरु बिन संग नहीं तेरो,
अन्त समय के माँही,
मन रे सतगुरु कर मेरा भाई।

जब जब महा कष्ट पड़ेगो तुझपर,
कोई न आडो आई,
मात पिता और कुटुंब कबीलो,
सब ही मुंडा छुपाई,
मन रे सतगुरु कर मेरा भाई।

धन दौलत तेरा माल खजाना,
सब धरिया रह जाइ,
मन रे सब धरिया रह जाइ,
जम का दूत पकड़ ले जाइ,
जूता खातों जाई,
मन रे सतगुरु कर मेरा भाई।

राज तेज की करी हिमायती,
संग चाले नाहीं,
सतगुरु देख्या दूर खड़ा है,
भाग जावें जमराई,
मन रे सतगुरु कर मेरा भाई।

सतगुरु मिले तेरा बंधन छुडावे,
निर्भय हो ज्या म्हारा भाई,
अचल राम तज सकल आसरो,
चरण शरण सुख पाई,
मन रे सतगुरु कर मेरा भाई।
सतगुरु बिन संग नहीं तेरो,
अन्त समय के माँही,
मन रे सतगुरु कर मेरा भाई।
 

मन मेरा सतगुरू कर मेरा भाई || कैलास जी लारणा ने बहुत ही सुंदर वाणी में गाया || Kalish Ji Larna

 Guru Samaan Daata Nahin,
Yaachak Shishy Samaan,
Teen Lok Kee Sampada,
Kar Dee Pal Mein Daan.
Guru Bin Maala Pherata,
Guru Bin Deta Daan,
Jyaaka Daan Haraam Hai,
Baanche Ved Puraan.
Man Re Sataguru Kar Mera Bhaee,
Sataguru Bin Sang Nahin Tero,
Ant Samay Ke Maanhee,
Man Re Sataguru Kar Mera Bhaee.

Jab Jab Maha Kasht Padego Tujhapar,
Koee Na Aado Aaee,
Maat Pita Aur Kutumb Kabeelo,
Sab Hee Munda Chhupaee,
Man Re Sataguru Kar Mera Bhaee.

Dhan Daulat Tera Maal Khajaana,
Sab Dhariya Rah Jai,
Man Re Sab Dhariya Rah Jai,
Jab Ka Doot Pakad Le Jai,
Joota Khaaton Jaee,
Man Re Sataguru Kar Mera Bhaee.

Raaj Tej Kee Karee Himaayatee,
Sang Chaale Naaheen,
Sataguru Dekhya Door Khada Hai,
Bhaag Jaaven Jamaraee,
Man Re Sataguru Kar Mera Bhaee.

Sataguru Mile Tera Bandhan Chhudaave,
Nirbhay Ho Jya Mhaara Bhaee,
Achal Raam Taj Sakal Aasaro,
Charan Sharan Sukh Paee,
Man Re Sataguru Kar Mera Bhaee.
Sataguru Bin Sang Nahin Tero,
Ant Samay Ke Maanhee,
Man Re Sataguru Kar Mera Bhaee.

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