शिव जी की महिमा अपरम्पार है लिरिक्स Shiv Ji Ki Mahima Aparampaar Hai Lyrics Shiv Bhajan by Mukesh Kumar Meena
शिव जी की महिमा अपरम्पार है
आया शिवरात्रि का त्यौहार है,
शिव जी की महिमा अपरम्पार है
आया शिवरात्रि का त्यौहार है,
जिनके उर में सर्पो की माला है,
भस्म रमाए बैठा डमरुँ वाला है,
जिनके उर में सर्पो की माला है,
भस्म रमाए बैठा डमरू वाला है,
सिर पर जिनके गंगा की धार है,
दुनियां उनकी करती जय जयकार है,
शिव जी की महिमा अपरम्पार है
आया शिवरात्रि का त्यौहार है,
भांग धतूरा बेल पत्र ले आए हैं,
गंगा जल में अक्षत फूल सजाए हैं,
भांग धतूरा बेल पत्र ले आए हैं,
गंगा जल में अक्षत फूल सजाएं हैं,
होंठों पे भरे बस ओम कार है,
शिवजी के मंत्रो का गुंजार है,
शिव जी की महिमा अपरम्पार है
आया शिवरात्रि का त्यौहार है,
इच्छा जन जन की ये पूरी करते हैं,
झोली हरदम भक्तों की ये भरते हैं,
ईच्छा जन जन की ये पूरी करते हैं,
झोली हरदम भक्तों की ये भरते हैं,
दर्शन करने से ही उद्धार है,
गजब अनुज देवेंद्र इनका शृंगार है,
शिव जी की महिमा अपरम्पार है
आया शिवरात्रि का त्यौहार है,
आया शिवरात्रि का त्यौहार है,
शिव जी की महिमा अपरम्पार है
आया शिवरात्रि का त्यौहार है,
जिनके उर में सर्पो की माला है,
भस्म रमाए बैठा डमरुँ वाला है,
जिनके उर में सर्पो की माला है,
भस्म रमाए बैठा डमरू वाला है,
सिर पर जिनके गंगा की धार है,
दुनियां उनकी करती जय जयकार है,
शिव जी की महिमा अपरम्पार है
आया शिवरात्रि का त्यौहार है,
भांग धतूरा बेल पत्र ले आए हैं,
गंगा जल में अक्षत फूल सजाए हैं,
भांग धतूरा बेल पत्र ले आए हैं,
गंगा जल में अक्षत फूल सजाएं हैं,
होंठों पे भरे बस ओम कार है,
शिवजी के मंत्रो का गुंजार है,
शिव जी की महिमा अपरम्पार है
आया शिवरात्रि का त्यौहार है,
इच्छा जन जन की ये पूरी करते हैं,
झोली हरदम भक्तों की ये भरते हैं,
ईच्छा जन जन की ये पूरी करते हैं,
झोली हरदम भक्तों की ये भरते हैं,
दर्शन करने से ही उद्धार है,
गजब अनुज देवेंद्र इनका शृंगार है,
शिव जी की महिमा अपरम्पार है
आया शिवरात्रि का त्यौहार है,
साजन मेरा उस पार है - फिल्मी तर्ज भजन | Shiv Bhajan | Mukesh Kumar Meena Bhajan