(मुखड़ा) तेरा ही लाल हूँ मैं, कुछ तो माँ ख़याल करो, बिठा गोद में मुझको भी, थोड़ा प्यार करो, तेरा ही लाल हूँ मैं, कुछ तो माँ ख़याल करो।।
(अंतरा 1) तुम्हारे प्यार का, प्यासा ये दिल हमारा है, मेरी इस नाव का, तू ही तो माँ किनारा है। पुकारूँ मैं तुझे, पुकारूँ मैं तुझे, मेरा भी बेड़ा पार करो, तेरा ही लाल हूँ मैं, कुछ तो माँ ख़याल करो।।
(अंतरा 2) हजारों दोष हैं जिनका, कोई हिसाब नहीं, बिखरता पन्ना हूँ मैं तो, कोई किताब नहीं। मुझे समेट कर, मुझे समेट कर, मैया मेरा उद्धार करो, तेरा ही लाल हूँ मैं, कुछ तो माँ ख़याल करो।।
(अंतरा 3) जहान से तोड़कर रिश्ता, माँ तुमसे जोड़ लिया, तू ही बता तूने मुझको, भला क्यों छोड़ दिया। तुम अपने प्यार की, तुम अपने प्यार की, मुझ पर भी फुहार करो, तेरा ही लाल हूँ मैं, कुछ तो माँ ख़याल करो।।
(अंतिम पुनरावृत्ति) तेरा ही लाल हूँ मैं, कुछ तो माँ ख़याल करो, बिठा गोद में मुझको भी, थोड़ा प्यार करो, तेरा ही लाल हूँ मैं, कुछ तो माँ ख़याल करो।।
तेरा ही लाल हूँ मैं !! माता रानी भजन !! Tera Hi Lal Hoon Main !! Ujjwal Khakoliya !!