कांगसियों
कांगसियो हिंदी अर्थ : कांगसियो एक राजस्थानी भाषा का शब्द है जिसका अर्थ 'कंघा' बाल संवारने का कंघा/comb होता है। इस पारम्परिक लोक गीत में नायिका अपने प्रियतम से कहती है की उसका कंघा पनिहारी (पानी भरने वाली स्त्री) ले गई हैं। आगे वह अपने पति के समक्ष कंघे की विवेचना करती है की वह कितना कीमती था। इस फोक सांग का अर्थ निचे दिया गया है।
म्हारां छैल भवँर रो कांगसियों,
पणिहारिया ले गई हो,
म्हारा छेल आलीजा भंवर रो कांगसियों,
पणिहारिया ले गई हो,
पणिहारिया ले गई रे छेल पणिहारिया ले गई रे,
म्हारां छैल भवँर रो कागसियो, पणिहारिया ले गई हो। डेढ़ मोहर रो कागसियो म्हे अठवाड़े सूं लाई रे,
डेढ़ मोहर रो कागसियो म्हे अठवाड़े सूं लाई रे,
दांतें दांतें मोती जड़िया अधबीच हीरा जड़िया रे,
दाते दाते मोती जड़िया अधबुद्ध हीरा जड़िया रे
बिणजारयाँ ले गई रे छैल बिणजारयाँ ले गई रे,
म्हारां छैल भवँर रो कागसियो,
पणिहारिया ले गई हो,
म्हारा छेल आलीजा भंवर रो कागसियो,
पणिहारिया ले गई हो।
अलिया हरयो गलियां हेरियो कोय ना लाध्यो कागसियो,
अलिया हरयो गलियां हेरियो कोय ना लाध्यो कागसियो,
जयपुर हेर जोधपुर हेरियो कठे ना पायो कांगसियों,
जयपुर हेर जोधपुर हेरियो कठे नी पायो कांगसियों,
सोतनियाँ ले गई रे, छैल सोतनियाँ ले गई रे,
पणिहारिया ले गई हो,
म्हारा छेल आलीजा भंवर रो कांगसियों,
पणिहारिया ले गई हो।
म्हारां छैल भवँर रो कांगसियों,
पणिहारिया ले गई हो,
म्हारा छेल आलीजा भंवर रो कांगसियों,
पणिहारिया ले गई हो,
पणिहारिया ले गई रे छेल पणिहारिया ले गई रे,
म्हारां छैल भवँर रो कागसियो, पणिहारिया ले गई हो।
कांगसियों हिंदी मीनिंग
म्हारां छैल भवँर रो कांगसियों, पणिहारिया ले गई हो : मेरे छैल भंवर (प्रिय पति ) का कंघा तो पनिहारियाँ लेकर चली गई हैं।
म्हारा छेल आलीजा भंवर रो कांगसियों, पणिहारिया ले गई हो : आलीजा भंवर का अर्थ भी स्वामी/पति होता है।
डेढ़ मोहर रो कागसियो म्हे अठवाड़े सूं लाई रे : मेरा कंघा तो डेढ़ मोहर (मुद्रा) का था जो मैं जयपुर के अठवाड़ा के बाजार से लेकर आई थी। पूर्व में अठवाड़ा का बाजार स्त्रियों के सामान के लिए विख्यात था।
दांतें दांतें मोती जड़िया अधबीच हीरा जड़िया रे : कंघे के प्रत्येक सिरे पर मोती जडे थे और कंघे के बीच में हीरे जड़े हुए थे।
अलिया हरयो गलियां हेरियो कोय ना लाध्यो कागसियो : आस पास और गलियों में उसको ढूंढा लेकिन मिला/लाध्या नहीं।
जयपुर हेर जोधपुर हेरियो कठे ना पायो कांगसियों : मैंने उसे जयपुर में ढूंढा, जोधपुर में ढूंढा लेकिन वह कहीं पर नहीं मिला।
सोतनियाँ ले गई रे, छैल सोतनियाँ ले गई रे : लगता है उसे मेरी सौतन लेकर चली गई है।
KANGASIYO - Full Video | Anupriya Lakhawat | Ajay Soni | Rajasthani Song | Sarthak | Rishi & Khushal
Mhaaraan Chhail Bhavanr Ro Kaangasiyon,
Panihaariya Le Gai Ho,
Mhaara Chhel Aalija Bhanvar Ro Kaangasiyon,
Panihaariya Le Gai Ho,
Panihaariya Le Gai Re Chhel Panihaariya Le Gai Re,
Mhaaraan Chhail Bhavanr Ro Kaagasiyo, Panihaariya Le Gai Ho.
Dedh Mohar Ro Kaagasiyo Mhe Athavaade Sun Lai Re,
Dedh Mohar Ro Kaagasiyo Mhe Athavaade Sun Lai Re,
Daanten Daanten Moti Jadiya Adhabich Hira Jadiya Re,
Daate Daate Moti Jadiya Adhabuddh Hira Jadiya Re
Binajaarayaan Le Gai Re Chhail Binajaarayaan Le Gai Re,
Mhaaraan Chhail Bhavanr Ro Kaagasiyo,
Panihaariya Le Gai Ho,
Mhaara Chhel Aalija Bhanvar Ro Kaagasiyo,
Panihaariya Le Gai Ho.
Aliya Harayo Galiyaan Heriyo Koy Na Laadhyo Kaagasiyo,
Aliya Harayo Galiyaan Heriyo Koy Na Laadhyo Kaagasiyo,
Jayapur Her Jodhapur Heriyo Kathe Na Paayo Kaangasiyon,
Jayapur Her Jodhapur Heriyo Kathe Ni Paayo Kaangasiyon,
Sotaniyaan Le Gai Re, Chhail Sotaniyaan Le Gai Re,
Panihaariya Le Gai Ho,
Mhaara Chhel Aalija Bhanvar Ro Kaangasiyon,
Panihaariya Le Gai Ho.
Mhaaraan Chhail Bhavanr Ro Kaangasiyon,
Panihaariya Le Gai Ho,
Mhaara Chhel Aalija Bhanvar Ro Kaangasiyon,
Panihaariya Le Gai Ho,
Panihaariya Le Gai Re Chhel Panihaariya Le Gai Re,
Mhaaraan Chhail Bhavanr Ro Kaagasiyo, Panihaariya Le Gai Ho.
Song: Kangasiyo
Lyrics: Traditional (Folk Song)
Singer: Anupriya Lakhawat
Music & Programming: Ajay Soni Keys
Flute: Lokesh Dadhich
इस बार आप सभी के लिए लेकर आये हैं बहुत ही रंग रंगीला व राजस्थानी संस्कृति से ओत प्रोत और पारम्परिक वेशभूषा एवं इतिहासिक विरासत को दर्शाने वाला राजस्थानी गीत "कांगसियो"। इस गीत का फिल्मांकन ऐतिहासिक नगरी जोधपुर में किया गया है। आप सभी के स्नेह और सहयोग के लिए कांगसियो की पूरी टीम आप की आभारी है।
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