मैं तो अमर चुनड़ी ओढ़ूँ भजन मीनिंग Main To Amar Chunadi Odhu Meaning

मैं तो अमर चुनड़ी ओढ़ूँ भजन Main To Amar Chunadi Odhu Meaning

 
मैं तो अमर चुनड़ी ओढ़ूँ भजन Main To Amar Chunadi Odhu Meaning

मीरा जनमी मेड़ते, वा परणाई चित्तोड़,
राम भजन प्रताप सूं सकल श्रृष्टि शिर मोड़,
जगत में सारा जाणी,
आगे भई अनेक,
कई बायां कई राणी,
जिनकी रीत सगराम कहे,
है बैकुण्ठा ठौड़,

धरती माता नो वालो पैहरू घाघरो,
में तो अमर, चुनड़ी ओढ़ूँ,
में तो संतो रे भेळी रहवू,
में तो बाबो रे भेळी रहवू,
मैं आदि पुरुष री चेली जी।

चाँद सूरज मारे, आंगणे लगाऊ,
में तो झरणा रो, झांझर पहरु,
मैं तो संतो रे भेळी रेवु ,
मैं तो बाबो रे भेळी रेवू,
मैं आदि पुरुष री चेली जी।

ज्ञानी ध्यानी रे, बगल में राखूं,
हनुमान वालो, कांकण पहरुं,
मैं तो संतो रे भेळी रेवु ,
मैं तो बाबो रे भेळी रेवू,
मैं आदि पुरुष री चेली जी।
नवलख तारा, म्हारे आंगणे लगाऊँ,
में तो चरना रो ,जाँजर पहरुं,
मैं तो संतो रे भेळी रेवु ,
मैं तो बाबो रे भेळी रेवू,
मैं आदि पुरुष री चेली जी।

पारस ने सरहद कर राखूं,
में तो डूंगर डोडी में खेलूं,
मैं तो संतो रे भेळी रहवू,
मैं तो बाबो रे भेळी रेवू,
मैं आदि पुरुष री चेली जी।

नवकाले नाग,
म्हारे चोटले बंधाऊ,
जद म्हारो , माथो गुथाऊँ,
मैं तो संतो रे भेळी रेवु ,
मैं तो बाबो रे भेळी रेवू,
मैं आदि पुरुष री चेली जी।

दोई कर जोड़, मीरा बाई बोले,
में तो गुण, गोविन्द रा गाउँ,
मैं तो संतो रे भेळी रेवु ,
मैं तो बाबो रे भेळी रेवू,
मैं आदि पुरुष री चेली जी। 

मैं तो अमर, चुनड़ी ओढ़ूँ भजन मीनिंग
 
मीरा जनमी मेड़ते, वा परणाई चित्तोड़ : मीरा बाई जो परम कृष्ण भक्त है, उनका जन्म मेड़ता में हुआ और उनका विवाह चित्तोड़ में हो गया था। परणाई-विवाह होना।
राम भजन प्रताप सूं सकल श्रृष्टि शिर मोड़ : राम भजन से, भक्ति से उन्होंने स्वंय को सम्पूर्ण जगत में सिरोमणि हो गई।
जगत में सारा जाणी, आगे भई अनेक : सम्पूर्ण जगत ने उन्हें ही जाना।
कई बायां कई राणी : उनके आगे भी कई बाया-लड़किया, और कई रानियां हुई। बाई मीरा को ही उनकी भक्ति के कारण जाना गया, अन्य लड़कियों और रानियों को कोई नहीं जानता है।
जिनकी रीत सगराम कहे, है बैकुण्ठा ठौड़ : ऐसे भक्तों का वास बैकुंठ/स्वर्ग में है।
धरती माता नो वालो पैहरू घाघरो, में तो अमर, चुनड़ी ओढ़ूँ : मैं धरती माता का घाघरा बना कर पहनती हूँ। मैं तो अमर चुनड़ी ओढ़ती हूँ।
में तो संतो रे भेळी रहवू, में तो बाबो रे भेळी रहवू : मैं संतों और साधुओं के संग रहती हूँ।
मैं आदि पुरुष री चेली जी : मैं आदि पुरुष/श्री कृष्ण जी की शिष्या हूँ।
चाँद सूरज मारे, आंगणे लगाऊ, में तो झरणा रो, झांझर पहरु : चाँद और सूरज को मैं अपने आंगन में लगाईं हूँ। मैंने झरनों के झांझर पैरों में पहन रखा है। 


Me Amar Chundadi Odhu - Prakash Mali का राजस्थान का सदा बहार भजन जिसको हर कोई सुनना पसंद करता है!
Mira Janami Medate, Va Paranai Chittod,
Raam Bhajan Prataap Sun Sakal Shrrshti Shir Mod,
Jagat Mein Saara Jaani,
Aage Bhi Anek,
Kai Baayaan Kai Raani,
Jinaki Rit Sagaraam Kahe,
Hai Baikuntha Thaud,

Dharati Maata No Vaalo Paiharu Ghaagharo,
Mein To Amar, Chunadi Odhun,
Mein To Santo Re Bheli Rahavu,
Mein To Baabo Re Bheli Rahavu,
Main Aadi Purush Ri Cheli Ji.

Chaand Suraj Maare, Aangane Lagau,
Mein To Jharana Ro, Jhaanjhar Paharu,
Main To Santo Re Bheli Revu ,
Main To Baabo Re Bheli Revu,
Main Aadi Purush Ri Cheli Ji.

Gyaani Dhyaani Re, Bagal Mein Raakhun,
Hanumaan Vaalo, Kaankan Paharun,
Main To Santo Re Bheli Revu ,
Main To Baabo Re Bheli Revu,
Main Aadi Purush Ri Cheli Ji.
Navalakh Taara, Mhaare Aangane Lagaun,
Mein To Charana Ro ,jaanjar Paharun,
Main To Santo Re Bheli Revu ,
Main To Baabo Re Bheli Revu,
Main Aadi Purush Ri Cheli Ji.

Paaras Ne Sarahad Kar Raakhun,
Mein To Dungar Dodi Mein Khelun,
Main To Santo Re Bheli Rahavu,
Main To Baabo Re Bheli Revu,
Main Aadi Purush Ri Cheli Ji.

Navakaale Naag,
Mhaare Chotale Bandhau,
Jad Mharo Maatho Guthaun,
Main To Santo Re Bheli Revu ,
Main To Baabo Re Bheli Revu,
Main Aadi Purush Ri Cheli Ji.

Doi Kar Jod, Mira Bai Bole,
Mein To Gun, Govind Ra Gaun,
Main To Santo Re Bheli Revu ,
Main To Baabo Re Bheli Revu,
Main Aadi Purush Ri Cheli Ji.
 
Song : Me Amar Chundadi Odhu
Album : Me Amar Chundadi Odhu
Singer : Prakash Mali
Lyrics : Traditional
Music Lable : N.K.M
 
Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

दैनिक रोचक विषयों पर में 20 वर्षों के अनुभव के साथ, मैं एक विशेषज्ञ के रूप में रोचक जानकारियों और टिप्स साझा करती हूँ, मेरे इस ब्लॉग पर। मेरे लेखों का उद्देश्य सामान्य जानकारियों को पाठकों तक पहुंचाना है। मैंने अपने करियर में कई विषयों पर गहन शोध और लेखन किया है, जिनमें जीवन शैली और सकारात्मक सोच के साथ वास्तु भी शामिल है....अधिक पढ़ें

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