मुझे मेरे मस्ती कहा लेके आई लिरिक्स Mujhe Meri Masti Kahan Leke Aai Bhajan Lyrics

मुझे मेरे मस्ती कहा लेके आई लिरिक्स Mujhe Meri Masti Kahan Leke Aai Bhajan

मुझे मेरे मस्ती कहा लेके आई लिरिक्स Mujhe Meri Masti Kahan Leke Aai Bhajan
 
मुझे मेरी मस्ती कहा लेके आई,
सिवा मेरे अपने और कछु नाहीं।

अलख के अमल पर चढ़े योगियों को,
जणायॆ तरण और जग बादशाही,
मुझे मेरी मस्ती कहा लेके आई,
सिवा मेरे अपने और कछु नाहीं।

जगह जगह देखा मैंने नाम तेरा पाया,
खुदा तेरी मूरत खुद में ही पायी,
मुझे मेरी मस्ती कहा लेके आई,
सिवा मेरे अपने और कछु नाहीं।

रामानंद तेरा भणत कबीरा,
हरी को तू भेजले मंडे के माहीं,
मुझे मेरी मस्ती कहा लेके आई,
सिवा मेरे अपने और कछु नाहीं। 
 

Mujhe Mere Masti Kaha Leke Aayi by Shree Navratan giri ji Maharaj

Mujhe Meree Mastee Kaha Leke Aaee,
Siva Mere Apane Aur Kachhu Naaheen.

Alakh Ke Amal Par Chadhe Yogiyon Ko,
Janaayai Taran Aur Jag Baadashaahee,
Mujhe Meree Mastee Kaha Leke Aaee,
Siva Mere Apane Aur Kachhu Naaheen.

Jagah Jagah Dekha Mainne Naam Tera Paaya,
Khuda Teree Moorat Khud Mein Hee Paayee,
Mujhe Meree Mastee Kaha Leke Aaee,
Siva Mere Apane Aur Kachhu Naaheen.

Raamaanand Tera Bhanat Kabeera,
Haree Ko Too Bhejale Mande Ke Maaheen,
Mujhe Meree Mastee Kaha Leke Aaee,
Siva Mere Apane Aur Kachhu Naaheen.
 
Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

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