सांवरिया थारो नाम हज़ार भजन लिरिक्स Sanwariya Thara Naam Hajaar Lyrics

सांवरिया थारो नाम हज़ार भजन लिरिक्स Sanwariya Thara Naam Hajaar Lyrics

सांवरिया थारा नाम हज़ार, मैं कइयाँ लिखूं कुंकु पत्री
कुंकु पत्री रे श्यामा प्रेम पत्री,
सांवरिया थारा नाम हज़ार, मैं कइयाँ लिखूं कुंकु पत्री।

कोई कहे मीरा बाई रो, कोई कहे कर्मा बाई रो,
कोई कहे राधाजी को श्याम, कइयाँ लिखूं कुंकु पत्री,
सांवरिया थारा नाम हज़ार, मैं कइयाँ लिखूं कुंकु पत्री।

कोई कहे बंशी वालो, कोई कहे मुरली वालो,
कोई कहे गाया रो ग्वाल, कइयाँ लिखूं कुंकु पत्री,
सांवरिया थारा नाम हज़ार, मैं कइयाँ लिखूं कुंकु पत्री।

कोई कहे गोकुल माहि, कोई कहे मथुरा माहि,
कोई कहे द्वारिका रो नाथ, कइयाँ लिखूं कुंकु पत्री,
सांवरिया थारा नाम हज़ार, मैं कइयाँ लिखूं कुंकु पत्री।

कोई कहे यशोदा रो, कोई कहे देवकी रो,
कोई कहे नन्द जी को लाल, कइयाँ लिखूं कुंकु पत्री,
सांवरिया थारा नाम हज़ार, मैं कइयाँ लिखूं कुंकु पत्री। 

सांवरिया थारो नाम हज़ार भजन मीनिंग Sanwariya Thara Naam Hajaar Lyrics, Meera Bhajan by Shree Navratan giri ji Maharaj, Rajasthani Bhajan Meaning Hindi.

सांवरिया थारा नाम हज़ार, मैं कइयाँ लिखूं कुंकु पत्री : हे श्री कृष्ण आपके हजारों नाम हैं, मैं आपको निमंत्रण पत्र कैसे लिखूं कुमकुम पत्री से आशय है ऐसा निमंत्रण पत्र जिस पर कुमकुम लगा हो, शुभ हो।
कोई कहे मीरा बाई रो, कोई कहे कर्मा बाई रो : कोई कहता है की आप तो मीरा बाई के  हैं,कोई कहता है की आप कर्मा बाई के हैं।
कोई कहे राधाजी को श्याम, कइयाँ लिखूं कुंकु पत्री : कोई कहता है की आप राधा जी के श्याम हैं, ऐसे में, मैं आपको कैसे कुकू पत्री लिखूं।
कोई कहे बंशी वालो, कोई कहे मुरली वालो : कोई कहता है की आप बंशी वाले हैं। कोई कहता है की आप मुरली वाले हैं।
कोई कहे गाया रो ग्वाल, कइयाँ लिखूं कुंकु पत्री : कोई आपको गायों का ग्वाल कहता है,  ऐसे में मैं आपको किस नाम से निमंत्रण लिखूं।
कोई कहे गोकुल माहि, कोई कहे मथुरा माहि : कोई आपका पता गोकुल बताता है, कोई कहता है की आप मथुरा में हैं।
कोई कहे द्वारिका रो नाथ, कइयाँ लिखूं कुंकु पत्री : कोई आपको द्वारिका का नाथ कहता है, ऐसे में कैसे आपको निमंत्रण पत्र लिखा जाय।
कोई कहे यशोदा रो, कोई कहे देवकी रो : कोई कहता है की आप यशोदा के पुत्र हैं तो कोई कहता है की आप देवकी के पुत्र हैं।
कोई कहे नन्द जी को लाल, कइयाँ लिखूं कुंकु पत्री : कोई कहता है की आप नन्द बाबा के पुत्र हैं। आप ही बताएं की आपको कैसे निमंत्रण लिखा जाए।  

Shree Navratan giri ji Maharaj | Saawariya Thara Naam Hazaar kaiya likhun kunku patri

Saanvariya Thara Naam Hazaar, Main Kaiyaan Likhun Kunku Patri
Kunku Patri Re Shyaama Prem Patri,
Saanvariya Thara Naam Hazaar, Kaiyaan Likhun Kunku Patri,

Koi Kahe Mira Bai Ro, Koi Kahe Karma Bai Ro,
Koi Kahe Raadhaaji Ko Shyaam, Kaiyaan Likhun Kunku Patri,
Saanvariya Thara Naam Hazaar, Kaiyaan Likhun Kunku Patri,

Koi Kahe Banshi Vaalo, Koi Kahe Murali Vaalo,
Koi Kahe Gaaya Ro Gvaal, Kaiyaan Likhun Kunku Patri,
Saanvariya Thara Naam Hazaar, Kaiyaan Likhun Kunku Patri,

Koi Kahe Gokul Maahi, Koi Kahe Mathura Maahi,
Koi Kahe Dvaarika Ro Naath, Kaiyaan Likhun Kunku Patri,
Saanvariya Thara Naam Hazaar, Kaiyaan Likhun Kunku Patri,

Koi Kahe Yashoda Ro, Koi Kahe Devaki Ro,
Koi Kahe Nand Ji Ko Laal, Kaiyaan Likhun Kunku Patri,
Saanvariya Thara Naam Hazaar, Kaiyaan Likhun Kunku Patri,
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