चौहटै च्यंतामणि चढ़ी हाडी मारत हाथि कबीर के दोहे

चौहटै च्यंतामणि चढ़ी हाडी मारत हाथि हिंदी मीनिंग Chouhate Chyantamani Chadhi Meaning

 
चौहटै च्यंतामणि चढ़ी, हाडी मारत हाथि। मीरा मुझसूँ मिहर करि, इब मिलौं न काहू साथि॥

चौहटै च्यंतामणि चढ़ी, हाडी मारत हाथि।
मीरा मुझसूँ मिहर करि, इब मिलौं न काहू साथि॥

Chouhate Chyantamani Chadhi, Haadi Marat Hathi,
Meera Mujhsu Mihar Kari, Ib Milo Na Kahu Sathi.


कबीर दोहा हिंदी शब्दार्थ /Kabir Doha Hindi Shabdarth
  • चौहटै -चौराहा, चौड़ा रास्ता.
  • च्यंतामणि-चिंतामणि.
  • चढ़ी -अग्रसर होना.
  • हाडी : दलाल.
  • मारत हाथि-हाथ मारना, छीनने का प्रयत्न कर रहे हैं.
  • मीरा-मालिक, स्वामी, यहाँ गुरु के भाव से अर्थ लिया गया है.
  • मिहर-मेहर करना, दया करना.
  • इब मिलौं न काहू साथि-अबके मैं किसी की तरफ अपना ध्यान नहीं लगाउंगी.

कबीर दोहा हिंदी मीनिंग- चौराहे पर आत्मा रूपी चिंतामणि व्यापार के लिए चल पड़ी। इस पर सौदे पर हाथ मारने के लिए कई डाकू भी आ गए। माया रूपी दलालों ने उस सौदे पर/ व्यापार पर बुरी नजर से हाथ रखना शुरू कर दिया, जैसे की उनका इसमें हिस्सा है। साधक अपने गुरु से निवेदन करता है की हे गुरुवर आप मुझ पर कृपा कीजिए मैं पुनः कभी भी माया के भ्रम के साथ नहीं जाऊँगा।अतः इस साखी का मूल भाव है की हृदय अपने स्वामी का सुमिरन करने में लगना चाहता है लेकिन मोह और माया उसे अपने भरम का शिकार बना कर। 

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Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

दैनिक रोचक विषयों पर में 20 वर्षों के अनुभव के साथ, मैं एक विशेषज्ञ के रूप में रोचक जानकारियों और टिप्स साझा करती हूँ, मेरे इस ब्लॉग पर। मेरे लेखों का उद्देश्य सामान्य जानकारियों को पाठकों तक पहुंचाना है। मैंने अपने करियर में कई विषयों पर गहन शोध और लेखन किया है, जिनमें जीवन शैली और सकारात्मक सोच के साथ वास्तु भी शामिल है....अधिक पढ़ें

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