पंषि उडाणी गगन कूँ प्यंड रह्या परदेस हिंदी मीनिंग Pankhi Udaani Gagan Ku Meaning Kabir Ke Dohe Hindi Meaning

पंषि उडाणी गगन कूँ प्यंड रह्या परदेस हिंदी मीनिंग Pankhi Udaani Gagan Ku Meaning Kabir Ke Dohe Hindi Meaning.

पंषि उडाणी गगन कूँ, प्यंड रह्या परदेस।
पाँणी पीया चंच बिन, भूलि गया यहु देस॥
Pankhi Udani Gagan Ku, Pyand Rahya Pardes,
Paani Piya Chanch Bin, Bhuli Gaya Yahu Des.

कबीर दोहा हिंदी शब्दार्थ Kabir Doha Hindi Word Meaning.

पंषि-पक्षी (जीवात्मा)
उडाणी-उड़ गया
गगन कूँ-आकाश, ब्रह्माण्ड.
प्यंड रह्या-देह रही, देश यही पर रह गई.
परदेस-परदेश.
पाँणी पीया-सहस्त्रदल से निकला अमृत.
चंच बिन-बिना चौंच के.
भूलि गया-विस्मरण कर दिया.
यहु देस-यह देश. 

कबीर दोहा हिंदी मीनिंग Kabir Doha Hindi Meaning.

प्रस्तुत साखी में कबीर साहेब ने आत्मा के विषय में कहा है की वह शुद्ध होकर गगन, पूर्व परमात्मा की तरफ बढ़ चली है और यह देह यहीं पर रह गया है। आत्मा ऊर्ध्वगमन हो गई है। शून्य में पहुँच कर आत्मा ने बिना किसी इन्द्रियों की सहायता के अमृत का पान किया है। इस अमृत का पान करके वह सांसारिकता को भूल गया है। आत्मा इस जगत को भुला चुकी है और अमृत पान को बगैर किसी बाह्य इन्द्रियों की सहायता के पान कर रही है। भाव है की उसे अब सांसारिक मायाजनित कार्यों से अलगाव हो गया है और आत्मा अमृत का पान कर रही है. इस साखी में अन्योक्ति और विभावना अलंकार की व्यंजना हुई है.
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3 Comments
  • Unknown
    Unknown 9/23/2021

    Pijar prem prakasiye aatir bhaya ujass muki kasturi mahmhi baddi futti baas vehkya

  • बेनामी
    बेनामी 7/29/2022

    Kahe ri nlini Tu kumhiani, tere hi naali sarovar pani

  • बेनामी
    बेनामी 7/29/2022

    Pura kiya bisahuda, bahuri n aavo hat

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