ऐ पंडा बाबा झूला डार दे चम्पा चमेली
(मुखड़ा)
ऐ पंडा बाबा, झूला डार दे,
चंपा-चमेली की बगिया में,
झूलेगी मैया दुपहरिया में।।
(अंतरा)
रेशम की डोरी ले अइयो,
चंदन को पलना बनवइयो,
पंडा जाए बढ़ई से कहियो,
जइयो-जइयो नगरिया में,
झूलेगी मैया दुपहरिया में।।
गोटेदार चुनरिया लइयो,
मेरी मैया जी को उड़इयो,
पंडा जी बनिया से कहियो,
जइयो-जइयो बजरिया में,
झूलेगी मैया दुपहरिया में।।
चुन-चुन कलियाँ हार बनइयो,
मेरी मैया जी को पहनईयो,
पंडा जी माली से कहियो,
जइयो-जइयो बजरिया में,
झूलेगी मैया दुपहरिया में।।
ढोलक, झाँझ, मंजीरा बजइयो,
मैया जी की भेंटें गइयो,
पंडा जाए पदम से कहियो,
जइयो माँ की दुअरिया में,
झूलेगी मैया दुपहरिया में।।
(अंतिम पुनरावृत्ति)
ऐ पंडा बाबा, झूला डार दे,
चंपा-चमेली की बगिया में,
झूलेगी मैया दुपहरिया में।।
ऐ पंडा बाबा झूला डार दे...