जागो हरि रा लाल सूरज चढ़्यो है मीनिंग Jaago Hari Raa Laal Rajasthani Bhajan by Anil Nagori
पौ फाटी बगड़ो भयो,और जागी जिया जूण,
दाता सबने भेज सी,
चोँच परिवाने चून।
(पौ फाटी पगड़ा भया, जागी जीया जून।
सब काहु कूं देत हैं, प्रभु चौंच समाना चून। )
अजगर करे ना चाकरी,
पंछी करे ना काम,
दास मलूका कह गए,
सबके दाता राम।
जागो हरि रा लाल,
सूरज चढ़्यो है,
सूरज चढ़्यो है,
दिनडो चढ़्यो है,
जागो हरि रा लाल,
सूरज चढ़्यो है।
अकथ युगा की बंदा,
बीत गई रजनी,
पाँव पसारयो कहाँ,
तू तो पड्यो है,
जागो हरि रा लाल,
सूरज चढ़्यो है,
सूरज चढ़्यो है,
दिनडो चढ़्यो है,
जागो हरि रा लाल,
सूरज चढ़्यो है।
सींग पूँछ थारा,
पशुओं को दीन्हा,
सोलवे सोने को थारो,
शरीर घड़यो है।
जागो हरि रा लाल,
सूरज चढ़्यो है,
सूरज चढ़्यो है,
दिनडो चढ़्यो है,
जागो हरि रा लाल,
सूरज चढ़्यो है।
हरी ओम हरी ओम,
सब कोई बोले,
तोरे कहाँ जिभिया के,
जंजीर जड्यो है,
जागो हरि रा लाल,
सूरज चढ़्यो है,
सूरज चढ़्यो है,
दिनडो चढ़्यो है,
जागो हरि रा लाल,
सूरज चढ़्यो है।
नवला राम भजन,
का मौका अब आया,
मानखो जनम तेरो,
भाग मिल्यो है,
जागो हरि रा लाल,
सूरज चढ़्यो है,
सूरज चढ़्यो है,
दिनडो चढ़्यो है,
जागो हरि रा लाल,
सूरज चढ़्यो है।
दाता सबने भेज सी,
चोँच परिवाने चून।
(पौ फाटी पगड़ा भया, जागी जीया जून।
सब काहु कूं देत हैं, प्रभु चौंच समाना चून। )
अजगर करे ना चाकरी,
पंछी करे ना काम,
दास मलूका कह गए,
सबके दाता राम।
जागो हरि रा लाल,
सूरज चढ़्यो है,
सूरज चढ़्यो है,
दिनडो चढ़्यो है,
जागो हरि रा लाल,
सूरज चढ़्यो है।
अकथ युगा की बंदा,
बीत गई रजनी,
पाँव पसारयो कहाँ,
तू तो पड्यो है,
जागो हरि रा लाल,
सूरज चढ़्यो है,
सूरज चढ़्यो है,
दिनडो चढ़्यो है,
जागो हरि रा लाल,
सूरज चढ़्यो है।
सींग पूँछ थारा,
पशुओं को दीन्हा,
सोलवे सोने को थारो,
शरीर घड़यो है।
जागो हरि रा लाल,
सूरज चढ़्यो है,
सूरज चढ़्यो है,
दिनडो चढ़्यो है,
जागो हरि रा लाल,
सूरज चढ़्यो है।
हरी ओम हरी ओम,
सब कोई बोले,
तोरे कहाँ जिभिया के,
जंजीर जड्यो है,
जागो हरि रा लाल,
सूरज चढ़्यो है,
सूरज चढ़्यो है,
दिनडो चढ़्यो है,
जागो हरि रा लाल,
सूरज चढ़्यो है।
नवला राम भजन,
का मौका अब आया,
मानखो जनम तेरो,
भाग मिल्यो है,
जागो हरि रा लाल,
सूरज चढ़्यो है,
सूरज चढ़्यो है,
दिनडो चढ़्यो है,
जागो हरि रा लाल,
सूरज चढ़्यो है।
पौ फाटी बगड़ो भयो, और जागी जिया जूण : आलस्य को छोड़ कर हरी सुमिरण का सन्देश देता हुआ यह भजन जिसमे कहा गया है की पौफाटी, सुबह हो गई है और बगडो-सुबह का सूरज प्रकट हो गया है, प्रभाती हो चुकी है। समस्त श्रष्टि के जीव जाग चुके हैं भले ही वो किसी भी जून (विभिन्न प्राणी) में हों।
दाता सबने भेज सी, चोँच परिवाने चून : दाता सभी को उनकी चोंच के लिए भोजन भेजेगा। सभी की चोँच/मुंह के मुताबिक़ भोजन देगा।
(पौ फाटी पगड़ा भया, जागी जीया जून।
सब काहु कूं देत हैं, प्रभु चौंच समाना चून। )
जागो हरि रा लाल, सूरज चढ़्यो है, सूरज चढ़्यो है, दिनडो चढ़्यो है : भगवान के बन्दे जागो और देखो की सूरज चढ़ आया है, दिन निकल चूका है। लाल-पुत्र।
अकथ युगा की बंदा, बीत गई रजनी : अनेकों युगों/काल की रात्रि बीत चुकी है (अज्ञान की निंद्रा)
पाँव पसारयो कहाँ, तू तो पड्यो है : तुम कहाँ ऐसे पाँव पसार कर पड़े हो।
सींग पूँछ थारा, पशुओं को दीन्हा : तुम्हे ईश्वर ने श्रेष्ठ बनाया है और तुम्हारी पूँछ और सींग (जानवर के प्रतीक) पशुओं को दिए हैं।
सोलवे सोने को थारो, शरीर घड़यो है : तुम्हारा शरीर बहुत ही यत्न पूर्वक बनाया है।
हरी ओम हरी ओम, सब कोई बोले : सभी लोग हरी ओम का सुमिरण करते हैं।
तोरे कहाँ जिभिया के, जंजीर जड्यो है : तुम्हारी जिव्हा के क्यों ताला लगा है, क्यों जंजीरों से जकड़ा है।
नवला राम भजन, का मौका अब आया : मानव जून पाकर अब श्रेष्ठ मौका है हरी के नाम का सुमिरण करने का, ऐसा लेखक नवला राम जी कहते हैं।
मानखो जनम तेरो, भाग मिल्यो है : तेरा मनुष्य जीवन बहुत ही भाग्य से मिला है (इसका सदुपयोग करो और हरी के नाम का सुमिरण करो )
दाता सबने भेज सी, चोँच परिवाने चून : दाता सभी को उनकी चोंच के लिए भोजन भेजेगा। सभी की चोँच/मुंह के मुताबिक़ भोजन देगा।
(पौ फाटी पगड़ा भया, जागी जीया जून।
सब काहु कूं देत हैं, प्रभु चौंच समाना चून। )
जागो हरि रा लाल, सूरज चढ़्यो है, सूरज चढ़्यो है, दिनडो चढ़्यो है : भगवान के बन्दे जागो और देखो की सूरज चढ़ आया है, दिन निकल चूका है। लाल-पुत्र।
अकथ युगा की बंदा, बीत गई रजनी : अनेकों युगों/काल की रात्रि बीत चुकी है (अज्ञान की निंद्रा)
पाँव पसारयो कहाँ, तू तो पड्यो है : तुम कहाँ ऐसे पाँव पसार कर पड़े हो।
सींग पूँछ थारा, पशुओं को दीन्हा : तुम्हे ईश्वर ने श्रेष्ठ बनाया है और तुम्हारी पूँछ और सींग (जानवर के प्रतीक) पशुओं को दिए हैं।
सोलवे सोने को थारो, शरीर घड़यो है : तुम्हारा शरीर बहुत ही यत्न पूर्वक बनाया है।
हरी ओम हरी ओम, सब कोई बोले : सभी लोग हरी ओम का सुमिरण करते हैं।
तोरे कहाँ जिभिया के, जंजीर जड्यो है : तुम्हारी जिव्हा के क्यों ताला लगा है, क्यों जंजीरों से जकड़ा है।
नवला राम भजन, का मौका अब आया : मानव जून पाकर अब श्रेष्ठ मौका है हरी के नाम का सुमिरण करने का, ऐसा लेखक नवला राम जी कहते हैं।
मानखो जनम तेरो, भाग मिल्यो है : तेरा मनुष्य जीवन बहुत ही भाग्य से मिला है (इसका सदुपयोग करो और हरी के नाम का सुमिरण करो )
Anil Nagori जागो हरि के लाल सुरज चढीयो प्रभाती भजन jago hari ke lal suraj chdhiyo
Pau Phaataiai Bagado Bhayo,
Aur Jaagaiai Jiy Jun,
Daat Sabanai Bhaij Saiai,
Chhonchh Parivaanai Chhun.
(Pau Phaataiai Pagad Bhay, Jaagaiai Jaiaiy Jun.
Sab Kaahu Kun Dait Hain, Prabhu Chhaunchh Samaan Chhun. )
Ajagar Karai Na Chhaakaraiai,
Panchhhaiai Karai Na Kaam,
Daas Maluk Kah Gaai,
Sabakai Daat Raam.
Jaago Hari Ra Laal,
Suraj Chhadhyo Hai,
Suraj Chhadhyo Hai,
Dinado Chhadhyo Hai,
Jaago Hari Ra Laal,
Suraj Chhadhyo Hai.
Akath Yug Kaiai Band,
Baiait Gaaiai Rajanaiai,
Paanv Pasaarayo Kahaan,
Tu To Padyo Hai,
Jaago Hari Ra Laal,
Suraj Chhadhyo Hai,
Suraj Chhadhyo Hai,
Dinado Chhadhyo Hai,
Jaago Hari Ra Laal,
Suraj Chhadhyo Hai.
Saiaing Punchhh Thaar,
Pashuon Ko Daiainh,
Solavai Sonai Ko Thaaro,
Sharaiair Ghadayo Hai.
Jaago Hari Ra Laal,
Suraj Chhadhyo Hai,
Suraj Chhadhyo Hai,
Dinado Chhadhyo Hai,
Jaago Hari Ra Laal,
Suraj Chhadhyo Hai.
Haraiai Om Haraiai Om,
Sab Koaiai Bolai,
Torai Kahaan Jibhiy Kai,
Janjaiair Jadyo Hai,
Jaago Hari Ra Laal,
Suraj Chhadhyo Hai,
Suraj Chhadhyo Hai,
Dinado Chhadhyo Hai,
Jaago Hari Ra Laal,
Suraj Chhadhyo Hai.
Naval Raam Bhajan,
Ka Mauka Aub Aaya,
Maanakho Janam Tairo,
Bhaag Milyo Hai,
Jaago Hari Ra Laal,
Suraj Chhadhyo Hai,
Suraj Chhadhyo Hai,
Dinado Chhadhyo Hai,
Jaago Hari Ra Laal,
Suraj Chhadhyo Hai.
Aur Jaagaiai Jiy Jun,
Daat Sabanai Bhaij Saiai,
Chhonchh Parivaanai Chhun.
(Pau Phaataiai Pagad Bhay, Jaagaiai Jaiaiy Jun.
Sab Kaahu Kun Dait Hain, Prabhu Chhaunchh Samaan Chhun. )
Ajagar Karai Na Chhaakaraiai,
Panchhhaiai Karai Na Kaam,
Daas Maluk Kah Gaai,
Sabakai Daat Raam.
Jaago Hari Ra Laal,
Suraj Chhadhyo Hai,
Suraj Chhadhyo Hai,
Dinado Chhadhyo Hai,
Jaago Hari Ra Laal,
Suraj Chhadhyo Hai.
Akath Yug Kaiai Band,
Baiait Gaaiai Rajanaiai,
Paanv Pasaarayo Kahaan,
Tu To Padyo Hai,
Jaago Hari Ra Laal,
Suraj Chhadhyo Hai,
Suraj Chhadhyo Hai,
Dinado Chhadhyo Hai,
Jaago Hari Ra Laal,
Suraj Chhadhyo Hai.
Saiaing Punchhh Thaar,
Pashuon Ko Daiainh,
Solavai Sonai Ko Thaaro,
Sharaiair Ghadayo Hai.
Jaago Hari Ra Laal,
Suraj Chhadhyo Hai,
Suraj Chhadhyo Hai,
Dinado Chhadhyo Hai,
Jaago Hari Ra Laal,
Suraj Chhadhyo Hai.
Haraiai Om Haraiai Om,
Sab Koaiai Bolai,
Torai Kahaan Jibhiy Kai,
Janjaiair Jadyo Hai,
Jaago Hari Ra Laal,
Suraj Chhadhyo Hai,
Suraj Chhadhyo Hai,
Dinado Chhadhyo Hai,
Jaago Hari Ra Laal,
Suraj Chhadhyo Hai.
Naval Raam Bhajan,
Ka Mauka Aub Aaya,
Maanakho Janam Tairo,
Bhaag Milyo Hai,
Jaago Hari Ra Laal,
Suraj Chhadhyo Hai,
Suraj Chhadhyo Hai,
Dinado Chhadhyo Hai,
Jaago Hari Ra Laal,
Suraj Chhadhyo Hai.
Author - Saroj Jangir
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