मन मोहना बड़े झूठे भजन लिरिक्स Man Mohana Bade Jhuthe Lyrics Krishna Bhajan by Lata Mangeshkar
मन मोहना बड़े झूठे,हार के हार नहीं माने।
बन के खिलाडी पिया,
निकले अनाड़ी,
मोसे बईमानी की,
मुझ से ही रूठें।
मन मोहना बड़े झूठे,
हार के हार नहीं माने।
तुम्हारी यह बंसी कहना,
बनी गल फंसी,
तान सूना के मेरा,
तन मन लूटे।
मन मोहना बड़े झूठे,
हार के हार नहीं माने।
राग जयजयवन्ती एक शास्त्रीय गान की राग है जिसे बिलवाल और सोरठ नामक दो अन्य रागों का मिश्रण भी कहा जा सकता है। प्रधान रूप से जयजयवंती राग सोरठ का ही अंग माना जाता है।
राग जयजयवन्ती के विषय में -
स्वर: आरोह में गंधार व धैवत वर्ज्यतथा निषाद व गंधार दोनों। शेष शुद्ध स्वर होते हैं।
राग जयजयवन्ती जाति-औढव - सम्पूर्ण वक्र
राग जयजयवन्ती थाट-काफी
राग जयजयवन्ती वादी/संवादी रिषभ/पंचम
राग जयजयवन्ती समय- इस गान के लिए रात्री का दूसरा प्रहर निश्चित होता है।
राग जयजयवन्ती विश्रांति स्थान सा रे प नि - सा प रे
राग जयजयवन्ती मुख्य अंग- ,ध ,नि१ रे ; रे ग१ रे सा ; ,नि सा ; रे म प नि ; नि१ ध प ;
आरोह-अवरोह-सा ,ध ,नि१ रे s ; रे ग१ रे सा ; ग प म ग रे ; रे म प नि सा' - सा' नि१ ध प म ग रे ग१ रे सा ; ,नि सा ,ध ,नि१ रे सा;
राग जयजयवन्ती के विषय में -
स्वर: आरोह में गंधार व धैवत वर्ज्यतथा निषाद व गंधार दोनों। शेष शुद्ध स्वर होते हैं।
राग जयजयवन्ती जाति-औढव - सम्पूर्ण वक्र
राग जयजयवन्ती थाट-काफी
राग जयजयवन्ती वादी/संवादी रिषभ/पंचम
राग जयजयवन्ती समय- इस गान के लिए रात्री का दूसरा प्रहर निश्चित होता है।
राग जयजयवन्ती विश्रांति स्थान सा रे प नि - सा प रे
राग जयजयवन्ती मुख्य अंग- ,ध ,नि१ रे ; रे ग१ रे सा ; ,नि सा ; रे म प नि ; नि१ ध प ;
आरोह-अवरोह-सा ,ध ,नि१ रे s ; रे ग१ रे सा ; ग प म ग रे ; रे म प नि सा' - सा' नि१ ध प म ग रे ग१ रे सा ; ,नि सा ,ध ,नि१ रे सा;
MAN MOHANA BADE JHUTHE - Lata JI.
मन मोहना बड़े झूठे भजन लिरिक्स Man Mohana Bade Jhuthe Lyrics
Haar Ke Haar Nahin Maane.
Ban Ke Khilaadi Piya,
Nikale Anaadi,
Mose Baimaani Ki,
Mujh Se Hi Ruthen.
Man Mohana Bade Jhuthe,
Haar Ke Haar Nahin Maane.
Tumhaari Yah Bansi Kahana,
Bani Gal Phansi,
Taan Suna Ke Mera,
Tan Man Lute.
Man Mohana Bade Jhuthe,
Haar Ke Haar Nahin Maane.