इक दिन ऐसा होइगा मीनिंग कबीर के दोहे
इक दिन ऐसा होइगा मीनिंग
इक दिन ऐसा होइगा, सब सूँ पड़ै बिछोइ।राजा राणा छत्रापति, सावधान किन होइ॥
Ek Din Aisa Hoiga, Sab Su Pade Bichhod,
Raaja Rana Chatrapati, Savdhaan Kin Hoi.
इक दिन ऐसा होइगा : एक दिन ऐसा होगा.
होइगा : होगा.
सब सूँ पड़ै बिछोइ : सबसे बिछड़ना पड़ेगा.
सब सूँ : सब से.
पड़ै बिछोइ : बिछोह होगा.
राजा राणा छत्रापति : राजा, राणा(राजा), छत्रपति (राजाओं की एक उपाधि)
सावधान किन होइ : सावधान क्यों नहीं होते हो.
होइगा : होगा.
सब सूँ पड़ै बिछोइ : सबसे बिछड़ना पड़ेगा.
सब सूँ : सब से.
पड़ै बिछोइ : बिछोह होगा.
राजा राणा छत्रापति : राजा, राणा(राजा), छत्रपति (राजाओं की एक उपाधि)
सावधान किन होइ : सावधान क्यों नहीं होते हो.
कबीर साहेब की वाणी है की एक रोज ऐसा आएगा, जब सभी से तेरा बिछोह हो जाएगा, सभी से बिछड़ना पड़ेगा, संसार के समस्त नाते/रिश्ते विछिन्न हो जायेंगे. इसलिए तुम पहले से ही सावधान क्यों नहीं हो जाते हो, तुम्हे सावधान होकर चेतना को प्राप्त करना चाहिए. इसलिए सन्देश है की समस्त सांसारिक रिश्ते नाते, माया, वैभव विलासिता से विमुख होकर साधक को हरी के नाम का सुमिरण करना चाहिए. जीवन में कुछ भी साथ नहीं जाने वाला है, साथ मात्र सद्कर्म और जीवन में किए गए नेक कर्म, हरी के नाम का सुमिरण ही जाने वाला है. बिछोह का दुःख कम तभी होगा जब हम अपना चित्त हरी नाम सुमिरण में लगायेंगे.
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Author - Saroj Jangir
दैनिक रोचक विषयों पर में 20 वर्षों के अनुभव के साथ, मैं कबीर के दोहों को अर्थ सहित, कबीर भजन, आदि को सांझा करती हूँ, मेरे इस ब्लॉग पर। मेरे लेखों का उद्देश्य सामान्य जानकारियों को पाठकों तक पहुंचाना है। मैंने अपने करियर में कई विषयों पर गहन शोध और लेखन किया है, जिनमें जीवन शैली और सकारात्मक सोच के साथ वास्तु भी शामिल है....अधिक पढ़ें। |