कोई देखे या ना देखे बाबा भजन
कोई देखे या ना देखे बाबा देख रहा है भजन
कोई देखे या ना देखे,बाबा देख रहा है,
अपनी गरज को माथा,
टेक रहा है,
कोई देखे या ना देखे,
बाबा देख रहा है।
कल तक करता था तू अर्जी,
अब अपनी चलाता है मर्जी,
तुझको जमाना बोलेगा,
रे बन्दे तूने हद कर दी,
इक दिन जमाना बोलेगा,
रे बन्दे तूने हद कर दी,
देख कर दौलत आँखें,
सेक रहा है,
कोई देखे या ना देखे,
बाबा देख रहा है।
तेरी करनी का फल प्यारे,
इक दिन बाबा से पायेगा,
गीता में कहा विधाता ने,
कोई ना बख्शा जाएगा,
नया भाव माल पुराना,
बेच रहा है,
कोई देखे या ना देखे,
बाबा देख रहा है।
मैंने दान दिया, मैंने मान किया,
मैं यहाँ गया, मैं वहाँ गया,
मैंने इसको दिया, मैंने उसको दिया,
मैंने यह किया, मैंने वह किया,
तू जो लम्बी लम्बी लम्बी लम्बी,
फेंक रहा है,
कोई देखे या ना देखे,
बाबा देख रहा है।
कोई देखे या ना देखे,
बाबा देख रहा है,
अपनी गरज को माथा,
टेक रहा है,
कोई देखे या ना देखे,
बाबा देख रहा है।
You may also like
बाबा देख रहा है - खाटू श्याम जी का ये भजन झूमने पर मजबूर कर देगा - Tarun Sagar @Saawariya
Baaba Dekh Raha Hai,
Apani Garaj Ko Maatha,
Tek Raha Hai,
Koi Dekhe Ya Na Dekhe,
Baaba Dekh Raha Hai.