दास तुम्हारा तरस रहा, है दर्शन दो अब शाम, तुम सब जानते हाल मेरा, दर्शन दो घनश्याम, दास तुम्हारा तरस रहा।
जब जब च्यानण ग्यारस आती, यादें तुम्हारी दिल तड़पाती, तेरे दर्शन की चाहत में, सेवक तड़पे दिन और राती बाँट निहारु मैं तो तेरी, लीले के असवार
रिश्ता ये जोड़ा जन्मो का तुमसे, फिर इतना क्यों बिसराते हो, भूल हुई क्या ओ खाटूवाले, दर्शन को क्यों तरसाते हो, अर्ज़ी मेरी सुनलो अब तो, हारे के बाबा श्याम,
मेरे मन की पीड़ा को बाबा, तुम ही तो बस जानते हो, तेरे नवीन को आस तुम्हारी, मुझको क्यों नहीं अपनाते हो जीवन अनीश का तेरे हवाले, बाबा लखदातार।
दास तुम्हारा तरस रहा, है दर्शन दो अब शाम, तुम सब जानते हाल मेरा, दर्शन दो घनश्याम, दास तुम्हारा तरस रहा।
दर्शन दो घनश्याम | Darshan Do Ghanshyam | Latest Khatu shyam Bhajan | Naveen Verma ( Full HD)
Daas Tumhaara Taras Raha, Hai Darshan Do Ab Shaam, Tum Sab Jaanate Haal Mera, Darshan Do Ghanashyaam, Daas Tumhaara Taras Raha.
Jab Jab Chyaanan Gyaaras Aati, Yaaden Tumhaari Dil Tadapaati, Tere Darshan Ki Chaahat Mein, Sevak Tadape Din Aur Raati Baant Nihaaru Main To Teri, Lile Ke Asavaar