क्या लेके आया जगत में लिरिक्स Kya Leke Aaya Jagat Me Lyrics, Kabir Saheb Bhajan
इस जगत सराए में,मुसाफ़िर रहना दो दिन का,
रहना दो दिन का,
मुसाफ़िर रहना दो दिन का,
रहना दो दिन का,
क्यों वृथा करे ग़ुमान,
मूरख इस धन और जोबन का,
नाहीं भरोसा पल का,
यूँ ही मर जाएगा,
दो दिन की जिंदगी है,
दो दिन का मेला,
क्या लेके आया जगत में,
क्या लेके जाएगा,
दो दिन की जिंदगी है,
दो दिन का मेला।
इस काय का है भाग,
भाग बिन पाया नहीं जाता,
करम बिना नसीब फ़ल,
तोड़ खाया नहीं जाता,
कहे सत्य नाम जग ये,
झूठा झमेला,
दो दिन की जिंदगी है,
दो दिन का मेला,
क्या लेके आया जगत में,
क्या लेके जाएगा,
दो दिन की जिंदगी है,
दो दिन का मेला।
दो दिन की जिंदगी है,
दो दिन का मेला,
क्या लेके आया जगत में,
क्या लेके जाएगा,
दो दिन की जिंदगी है,
दो दिन का मेला।
Kya Leke Aaya Jagat Mein | क्या लेके आया जगत में | साहेब कबीर भजन
Musaafir Rahana Do Din Ka,
Rahana Do Din Ka,
Musaafir Rahana Do Din Ka,
Rahana Do Din Ka,
Kyon Vrtha Kare Gumaan,
Murakh Is Dhan Aur Joban Ka,
Naahin Bharosa Pal Ka,
Yun Hi Mar Jaega,
Do Din Ki Jindagi Hai,
Do Din Ka Mela,
Kya Leke Aaya Jagat Mein,
Kya Leke Jaega,
Do Din Ki Jindagi Hai,
Do Din Ka Mela.
Is Kaay Ka Hai Bhaag,
Bhaag Bin Paaya Nahin Jaata,
Karam Bina Nasib Fal,
Tod Khaaya Nahin Jaata,
Kahe Saty Naam Jag Ye,
Jhutha Jhamela,
Do Din Ki Jindagi Hai,
Do Din Ka Mela,
Kya Leke Aaya Jagat Mein,
Kya Leke Jaega,
Do Din Ki Jindagi Hai,
Do Din Ka Mela.
Do Din Ki Jindagi Hai,
Do Din Ka Mela,
Kya Leke Aaya Jagat Mein,
Kya Leke Jaega,
Do Din Ki Jindagi Hai,
Do Din Ka Mela.