अच्युतम केशवं राम नारायणं, कृष्ण दमोधराम वासुदेवं हरिं, श्रीधरं माधवं गोपिका वल्लभं, जानकी नायकं रामचंद्रम भजे। जन्माष्टमी का दिन लागे बड़ा प्यारा, सोने के पलने में रेशम की डोरी बांधे, झूला झुलाएं बृज बाला।
मथुरा में कान्हां जनम लियो है, जग हित को अवतार लियो है, सोलह कला, सम्पूर्ण कन्हाई,
ऐसा दूजा देव है नहीं, लड्डू गोपाल लागे प्यारा, जन्माष्टमी का दिन लागे बड़ा प्यारा, सोने के पलने में रेशम की डोरी बांधे, झूला झुलाएं बृज बाला।
दूध दही और छाछ लुटाओ, माखन मिश्री भोग लगाओ, खुद नाँचों और जग को नचाओ, मिलजुल के यह पर्व मनाओ, आया जग का रखवाला,
KrishnaJanmashtmiBhajanLyricsHindi
जन्माष्टमी का दिन लागे बड़ा प्यारा, सोने के पलने में रेशम की डोरी बाँधें, झूला झुलाएं बृज बाला।
व्रत राखो और मंदिर जाओ, भजनों से कान्हां को रिझाओ, तन मन धन सब इस पे वारो, करो श्रृंगार और आरती उतारो, मन को बाए नंदलाला, जन्माष्टमी का दिन लागे बड़ा प्यारा, सोने के पलने में रेशम की डोरी बांधे,