मेरे घर आये लखदातार भजन

Mere Ghar Aaye Lakhdaatar

श्याम प्रभु का घर है ये,
श्याम ही इसके मालिक हैं,
हम तो निर्भय रहते हैं,
श्याम हमारा रक्षक है,
श्याम चरण में ही बैठा है,
अपना ये परिवार,
कृपा बरसाए रहे,
कृपा बरसाए रहे।

आज सराहूं क़िस्मत को,
श्याम धणी घर आये हैं,
मेरे घर के आँगन में,
ये दरबार लगाएं हैं,
कितना प्यारा रूप है इनका,
सुन्दर है श्रृंगार,
कृपा बरसाए रहे,
कृपा बरसाए रहे।

प्रेमी जन का जमघट है,
भाव भरा सबके दिल में,
श्याम प्रभु के दीवाने,
झूम रहे सब मस्ती में,
जगमग जगमग ज्योत जल रही,
हो रही जय जयकार,
कृपा बरसाए रहे,
कृपा बरसाए रहे।

जो भी जरुरत होती है,
श्याम ही पूरी करते हैं,
नई नई सौगातों से,
सबकी झोली भरते है,
बिन्नू सारे जग में इनकी,
महिमा अपरम्पार,
कृपा बरसाए रहे,
कृपा बरसाए रहे।

श्याम प्रभु का घर है ये,
श्याम ही इसके मालिक हैं,
हम तो निर्भय रहते हैं,
श्याम हमारा रक्षक है,
श्याम चरण में ही बैठा है,
अपना ये परिवार,
कृपा बरसाए रहे,
कृपा बरसाए रहे।
 

Mere Ghar Aaye Lakhdatar | मेरे घर आये लखदातार | Krishnanad Ji Maharaj & Pradeep Parul Atreya

Shyaam Prabhu Ka Ghar Hai Ye,
Shyaam Hi Isake Maalik Hain,
Ham To Nirbhay Rahate Hain,
Shyaam Hamaara Rakshak Hai,
Shyaam Charan Mein Hi Baitha Hai,
Apana Ye Parivaar,
Krpa Barasae Rahe,
Krpa Barasae Rahe.
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