सावरिया मन भाया रे भजन
सावरिया मन भाया रे,
सावरिया मन भाया रे,
सांवरिया मन भाया रे,
सांवरिया मन भाया रे ।
सोहिनी सूरत, मोहनी मूरत,
हृदय बीच समाया रे,
सांवरिया मन भाया रे,
सांवरिया मन भाया रे ।
देश में ढूँढा विदेश में ढूंढा,
अंत को अंत ना पाया रे,
अंत को अंत ना पाया रै,
सांवरिया मन भाया रे,
सांवरिया मन भाया रे ।
काहू में अहमद, काहू में ईसा,
काहू में राम कहाया रे,
काहू में राम कहाया रै,
सांवरिया मन भाया रे,
सांवरिया मन भाया रे ।
सोच कहे यकरंग पिया,
जिन ढूंढा तिन पाया रे,
जिन ढूंढा तिन पाया रै,
सांवरिया मन भाया रे,
सांवरिया मन भाया रे ।भजन श्रेणी :
कृष्ण भजन
Saawariya Mann Bhaaya Re[Kirshna Bhajan By Jagjit Singh] - Radhe Krishna Radhe Shyam
Saavariya Man Bhaaya Re,
Saavariya Man Bhaaya Re,
Saanvariya Man Bhaaya Re,
Saanvariya Man Bhaaya Re .
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