सत री संगत करिये ओ राम भजन

सत री संगत करिये ओ राम भजन

सतसंगत री एक घड़ी,
तो माला बरस पचास,
इंद्र तेरी एक घड़ी,
कुआ बारह मास।

सत री संगत रा महातम सुणिये,
राम सभा करिये, ओ,
शूरवीरों रा अही है लक्षण,
समझ पाँव धरिये जी,
साधू भाई, सत री संगत करिये।

एकण रंग एकण वरण,
एकण घाट घड़िये जी,
शूरवीरों रा अही है लक्षण,
समझ पाँव धरिये जी,
ओ साधु भाई,
सत री संगत करिये, ओ,
पभु भजन रे कारणे जी,
मानुष देह धरिए जी
ओ साधू भाई,
सत री संगत करिये, ओ राम।

सोना चांदी परदा धरिए,
लोहा चौक धरिए, ओ जी,
काम पड़िया झगड़े माहीं जावे,
शूरवीरो से अड़िये,
ओ साधू भाई,
सत री संगत करिये, ओ राम।

दया गरीबी और आधीनता,
पापी तो रुळिये, ओ जी,
पुरखदास सतगुरु रे शरणे,
भवसागर तिरिए,
ओ साधू भाई,
सत री संगत करिये, ओ राम।

सत री संगत रा महातम सुणिये,
राम सभा करिये, ओ,
शूरवीरों रा अही है लक्षण,
समझ पाँव धरिये जी,
साधू भाई, सत री संगत करिये।

भजन श्रेणी : राजस्थानी भजन

सत् री संगत करिये | सत्संग महिमा भजन | Satsang Bhajan | Sat Ri Sangat Kariye | Shyam Vaishnav

Satasangat Ri Ek Ghadi,
To Maala Baras Pachaas,
Indr Teri Ek Ghadi,
Kua Baarah Maas.

Sat Ri Sangat Ra Mahaatam Suniye,
Raam Sabha Kariye, O,
Shuraviron Ra Ahi Hai Lakshan,
Samajh Paanv Dhariye Ji,
Saadhu Bhai, Sat Ri Sangat Kariye.

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