श्याम पिया नहीं लागे जिया लिरिक्स Shyam Piya Nahi Laage Jiya
श्याम पिया नहीं लागे जिया, तेरी रह रह याद सताए, श्याम पिया, नहीं लागे जिया।
तेरे दर्श को तरसती है अखियां, तेरे दर्श को तरसती है अखियां, कर कर के यादें, बरसती है अखियां, कहाँ छुपा है वो नन्द नगर को, उसका पता बताए, श्याम पिया, नहीं लागे जिया।
जग का सताया हूँ, विपदा का मारा, जग का सताया हूँ, विपदा का मारा, तेरे सिवा नहीं दूजा सहारा, तेरे मिलन की आस लगाई, तू कैसे अपनाएं, श्याम पिया, नहीं लागे जिया।
ढूंढ़ ढूंढ कर हार थका हूँ, सारा जीवन वार चुका हूँ, कैसे बताऊँ ये दिल की बातें, सारे जग तड़पाये, श्याम पिया, नहीं लागे जिया।
श्याम पिया नहीं लागे जिया, तेरी रह रह याद सताए, श्याम पिया, नहीं लागे जिया।