मंझधार बाबा, अटकी पड़ी नैया, थे बेड़ो पार करो, लाखा ने तारया हो, बेटे ने भूल्यो क्यों, प्रभु उपकार करो, भटक्योड़ा ने श्याम आके, राह दिखोओ जी, थारी मोरछड़ी लहराओ जी, थारी मोर छड़ी लहराओ जी।
बर साँस बंद है, तकदीर को तालो, दयालू खोल दयो, चरणां बिठाकर के, दो बोल मीठा सा, मुख स्यूँ बोल दयो, टाबरिया के श्याम सिर पे, हाथ फिराओ जी, थारी मोरछड़ी लहराओ जी, थारी मोर छड़ी लहराओ जी।
हालात को मारयो, दुखड़ा स्युँ मैं हारयो, मेरा उद्धार करो, थारो सहारो है, थारे हर्ष ने इब तो, धणी स्वीकार करो, हारोड़या की श्याम थे ही, जीत करोओ जी, थारी मोरछड़ी लहराओ जी, थारी मोर छड़ी लहराओ जी।