जय जय स्कन्द माता (स्कन्द माता आरती) लिरिक्स Jay Jay Skand Mata Lyrics

जय जय स्कन्द माता (स्कन्द माता आरती) लिरिक्स Jay Jay Skand Mata Lyrics, Mata Rani Bhajan by Singer - Avinash Karn


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तेरा सजा दिया दरबार,
मैया आ जाओ,
मैया आ जाओ, मैया आ जाओ,
माँ आ जाओ, माँ आ जाओ,
तेरा सजा दिया दरबार,
मैया आ जाओ।

तेरे दर पर अकबर आया था,
सोने का छत्र चढ़ाया था,
तूने नहीं किया स्वीकार,
मैया आ जाओं,
तेरा सजा दिया दरबार,
मैया आ जाओ।

तेरे दर पर ध्यानू आया था,
उससे काट के शीश चढ़ाया था,
तूने कर दिया बेड़ा पार,
मैया आ जाओं,
तेरा सजा दिया दरबार,
मैया आ जाओ।

तेरे दर पर हम भी आये हैं,
दर्शन की आशा लाए हैं,
मैया दे दो दर्शन आज,
मैया आ जाओं,
तेरा सजा दिया दरबार,
मैया आ जाओ।

तेरा सजा दिया दरबार,
मैया आ जाओ,
मैया आ जाओ, मैया आ जाओ,
माँ आ जाओ, माँ आ जाओ,
तेरा सजा दिया दरबार,
मैया आ जाओ।


भजन श्रेणी : माता रानी भजन (Read More : Mata Rani Bhajan) 

स्कन्द माता आरती हिंदी अर्थ/मीनिंग

हे स्कंद माता, जय हो, जय हो! तुम भक्ति और शक्ति प्रदान करने वाली, और सभी सुखों की दाता हो। तुम भगवान कार्तिकेय की माता हो, और भगवान शिव की शक्ति हो। तुम अपने भक्तों को अपनी भक्ति प्रदान करो। तुम्हारे चार हाथ बहुत सुंदर हैं, और तुम्हारी गोद में भगवान कार्तिकेय हैं। हे जगजननी, हम मूर्ख बालक हैं, तुम हम पर दया करो। तुम्हारा शुभ्र वर्ण बहुत पवित्र है, और सबका मन मोह लेता है। जो भी तुम्हें पूजता है, वह तुम्हें प्रिय होता है।
तुम ब्रह्माणी, राधा, रुद्राणी, लक्ष्मी, सरस्वती, काली, और कमला कल्याणी हो। तुम काम, क्रोध, और मद को हरने वाली हो। तुम नवदुर्गा की पांचवीं स्वरूप हो, और नवरात्रि के पांचवें दिन तुम्हारी पूजा की जाती है। तुम भगवान शिव के धाम में निवास करती हो, और तांडव करती हो। हे माँ, हम तुम्हारे दीन दुखी बालक हैं, तुम हम पर दया करो। हे स्कंद माता, जय हो, जय हो! तुम भक्ति और शक्ति प्रदान करने वाली, और सभी सुखों की दाता हो।

इस आरती में, भक्त देवी स्कंद माता की स्तुति करते हैं। वे उन्हें भक्ति, शक्ति, और सभी सुखों की दाता के रूप में वर्णित करते हैं। वे उन्हें कार्तिकेय की माता, शिव की शक्ति, और नवदुर्गा की पांचवीं स्वरूप के रूप में भी वर्णित करते हैं। भक्त देवी स्कंद माता से अपने ऊपर दया करने और उनकी सभी समस्याओं को दूर करने की प्रार्थना करते हैं। यह आरती नवरात्रि के पांचवें दिन, स्कंद माता के दिन गाई जाती है।


नवरात्र का पांचवा दिन - माँ स्कंदमाता की आरती - Maa Skandmata Ki Aarti - जय तेरी हो स्कंदमाता

Jay Jay Skand Maata,
Om Jayati Jay Skand Maata,
Bhakti Shakti Pradaayini
Bhakti Shakti Pradaayini
Sab Sukh Ki Daata,
Om Jayati Jay Skand Maata,
Jay Jay Skand Maata
Om Jayati Jay Skand Maata,
Bhakti Shakti Pradaayini
Bhakti Shakti Pradaayini
Sab Sukh Ki Daata,
Om Jayati Jay Skand Maata.

Kaartikey Ki Ho Maata,
Shambhu Ki Shakti,
Maan Shambhu Ki Shakti,
Bhakt Janon Ko Maiya,
Bhakt Janon Ko Maiya,
Dena Nij Bhakti,
Om Jayati Jay Skand Maata.

Chaar Bhuja Ati Sohe,
Godi Mein Hain Skand,
Maan Godi Mein Hain Skand,
Daya Karo Jagajanani,
Daya Karo Jagajanani,
Baalak Ham Matimand,
Om Jayati Jay Skand Maata.

Shubhr Varn Ati Paavan,
Sabaka Man Mohe,
Maan Sabaka Man Mohe,
Hota Priy Maan Tumako,
Hota Priy Maan Tumako,
Jo Puje Tohe,
Om Jayati Jay Skand Maata.

Svaaha Svadha Brahmaani,
Raadha Rudraani,
Maan Raadha Rudraani,
Lakshmi Shaarada Kaali,
Lakshmi Shaarada Kaali,
Kamala Kalyaani,
Om Jayati Jay Skand Maata.

Kaam Krodh Mad Maiya,
Jagajanani Harana,
Maan Jagajanani Harana,
Vishay Vikaari Tan Man,
Vishay Vikaari Tan Man,
Ko Paavan Karana,
Om Jayati Jay Skand Maata.

Navadurgo Mein Pancham,
Maiya Svarup Tera,
Hai Maiya Pancham Svarup Tera,
Paanchave Navaraatre Ko,
Paanchave Navaraatre Ko,
Hota Pujan Tera,
Om Jayati Jay Skand Maata.

Tu Shiv Dhaam Nivaasini,
Mahaavilaasini Tu,
Maan Mahaavilaasini Tu,
Tu Shamashaan Vihaarini,
Tu Shamashaan Vihaarini,
Taandav Laasini Tu,
Om Jayati Jay Skand Maata.

Ham Ati Din Dukhi Maan,
Kashton Ne Ghere,
Maan Kashton Ne Ghere,
Apana Jaan Daya Kar,
Apana Jaan Daya Kar,
Baalak Hain Tere,
Om Jayati Jay Skand Maata.

Om Jayati Jay Skand Maata,
Bhakti Shakti Pradaayini
Bhakti Shakti Pradaayini
Sab Sukh Ki Daata,
Om Jayati Jay Skand Maata.

स्कंद माता हिंदू धर्म में देवी दुर्गा का पांचवां रूप हैं। वह भगवान स्कंद की माता हैं, जो शिव और पार्वती के पुत्र हैं। स्कंद माता को "मां दुर्गा का एक रूप माना जाता है जो अपने बच्चों की रक्षा करती है। वह आशीर्वाद, ज्ञान और शक्ति का प्रतीक हैं।  स्कंद माता को आमतौर पर एक सिंह पर सवार दर्शाया जाता है, जो शक्ति और साहस का प्रतीक है। उनके चार हाथ हैं, जिनमें से दो में कमल के फूल हैं, एक वरमुद्रा में है, और एक में भगवान स्कंद को गोद में है। स्कंद माता को अक्सर श्वेत या पीले रंग के कपड़े पहने हुए दिखाया जाता है, जो पवित्रता और शुद्धता का प्रतीक हैं।

स्कंद माता की पूजा नवरात्रि के पांचवें दिन की जाती है। इस दिन, भक्त मां स्कंद माता की पूजा और आराधना करते हैं, ताकि वे उनके आशीर्वाद प्राप्त कर सकें। स्कंद माता की पूजा के लिए कई मंत्र और भजन हैं। कुछ लोकप्रिय मंत्रों में "ओम स्कंदमाते नमो नमः" और "श्री स्कंदमाता नमस्ते" शामिल हैं। स्कंद माता की पूजा करने से भक्तों को बच्चों की रक्षा, ज्ञान, और शक्ति प्राप्त करने में मदद मिलती है। वह उन लोगों के लिए भी एक आशा का प्रतीक हैं जो किसी कठिन समय से गुजर रहे हैं।

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