माँ अम्बे तू भर दे झोली मेरी मैं आई तेरे द्वार
माँ अम्बे तू भर दे झोली मेरी मैं आई तेरे द्वार पे
माँ अम्बे तू भर दे झोली मेरी,मैं आई तेरे द्वार पे,
द्वार पे माँ अम्बे रानी तेरे द्वार पे,
द्वार पे माँ अम्बे रानी तेरे द्वार पे,
ना जाऊं यहाँ से मैं खाली,
मैं आई तेरे द्वार पे,
द्वार पे माँ, अम्बे रानी तेरे द्वार पे,
द्वार पे माँ, वैष्णों रानी तेरे द्वार पे।
तेरी कृपा माँ चलती है ये सृष्टि
ज़्यादा ना मांगू बस एक ही विनती
दरश तू देदे मुझको मेरी शेरावालिये
आई तेरे द्वार पे मैं आई तेरे द्वार पे
द्वार पे माँ, अम्बे रानी तेरे द्वार पे,
द्वार पे माँ, वैष्णों रानी तेरे द्वार पे।
कब से ये आँखें तरसी तेरे दीदार को
टूक टूक निहारूं पाने तेरे इस प्यार को
लौटेगी ना ऐसे माँ तेरी ये सवाली तेरे द्वार से
द्वार पे माँ, अम्बे रानी तेरे द्वार पे,
द्वार पे माँ, वैष्णों रानी तेरे द्वार पे।
माँ अम्बे तू भर दे झोली मेरी,
मैं आई तेरे द्वार पे,
द्वार पे माँ अम्बे रानी तेरे द्वार पे,
द्वार पे माँ अम्बे रानी तेरे द्वार पे,
ना जाऊं यहाँ से मैं खाली,
मैं आई तेरे द्वार पे,
द्वार पे माँ, अम्बे रानी तेरे द्वार पे,
द्वार पे माँ, वैष्णों रानी तेरे द्वार पे।
माँ अम्बे तू भर दे झोली | Maa Ambey Bhar De Jholi | Matarani Navratri Bhajan by Navya Singh Baghel