माँ शेर पे चढ़ के आई जयकारा गूँजे गली

माँ शेर पे चढ़ के आई जयकारा गूँजे गली गली लिरिक्स

माँ शेर पे चढ़ के आई,
जयकारा गूँजे गली गली,
माँ शेर पे चढ़ के आयी,
जयकारा गूँजे गली गली।

माँ आसन पर आ बैठ गई,
मां आसन पर आ बैठ गयी,
चरणों में दीप जलाया,
उजियारा हो गया गली गली,
माँ शेर पे चढ़ के आयी,
जयकारा गूँजे गली गली।

माँ आसन पर आ बैठ गई,
मां आसन पर आ बैठ गयी,
मैंने प्रेम से चरण धुलाए,
गंगा जल हो गया गली गली,
माँ शेर पे चढ़ के आयी,
जयकारा गूँजे गली गली।

माँ आसन पर आ बैठ गई,
मां आसन पर आ बैठ गयी,
मैंने माँ को तिलक लगाया,
रंग बिखर गए है गली गली,
माँ शेर पे चढ़ के आयी,
जयकारा गूँजे गली गली।

माँ आसन पर आ बैठ गई,
मां आसन पर आ बैठ गयी,
मैंने ऐसी फूल चढ़ाया,
फुलवारी हो गई गली गली,
माँ शेर पे चढ़ के आयी,
जयकारा गूँजे गली गली।

माँ आसन पर आ बैठ गई,
मां आसन पर आ बैठ गयी,
मैंने माँ को भोग लगाया,
भंडारा हो गया गली गली,
माँ शेर पे चढ़ के आयी,
जयकारा गूँजे गली गली।

माँ आसन पर आ बैठ गई,
मां आसन पर आ बैठ गयी,
हम सबने भेटे गाई,
जगराता हो गया गली गली,
माँ शेर पे चढ़ के आयी,
जयकारा गूँजे गली गली।

माँ शेर पे चढ़ के आई,
जयकारा गूँजे गली गली,
माँ शेर पे चढ़ के आयी,
जयकारा गूँजे गली गली।

भजन श्रेणी : माता रानी भजन (Read More : Mata Rani Bhajan)

नवरात्री भजन - माँ शेर पे चढ़ के आई जयकारा गूँजे गली गली (MAA SHER PE CHADH KE AAYI) || Mata Bhajan

Maan Sher Pe Chadh Ke Aai,
Jayakaara Gunje Gali Gali,
Maan Sher Pe Chadh Ke Aayi,
Jayakaara Gunje Gali Gali.
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