पंचमुखी मेरे वीर हनुमान
पंचमुखी मेरे वीर हनुमान लिरिक्स Panchmukhi Mere Veer Balwan
पंचमुखी मेरे वीर हनुमान,सारे जग में नही तुमसा कोई बलवान,
पंचमुखी मेरे वीर हनुमान।
बंदी बना कर राम लखन को,
ले गया जब अहिरावण,
पंच मुखी का रूप आपने,
तभी किया था धारण,
प्रभु राम के तुमने बनाए है काम,
पंच मुखी मेरे वीर हनुमान,
सारे जग में नही तुमसा कोई बलवान,
पंचमुखी मेरे वीर हनुमान।
पंच मुखी वाला ये रूप है,
भक्तों पर उपकारी,
काम कोध मद लोभ अहम की,
करता नष्ट बीमारी,
भक्तो का करते हो सदा कल्याण,
पंच मुखी मेरे वीर हनुमान,
सारे जग में नही तुमसा कोई बलवान,
पंचमुखी मेरे वीर हनुमान।
ज्ञानवान और दयावान,
कोई तुमसा नही बजरंगी,
कष्ट मिटाते दुखी जनों के,
दुखियों के है संगी,
सब की मुश्किल करे है,
आसन पंच मुखी,
पंच मुखी मेरे वीर हनुमान,
सारे जग में नही तुमसा कोई बलवान,
पंचमुखी मेरे वीर हनुमान।
सिया राम की आपके,
मन में प्यारी छवि समाई,
आपने अपने भक्तों पर,
हरपल कृपा बरसाई,
करो मुझ पर भी थोड़ा,
अहसान पंच मुखी,
पंच मुखी मेरे वीर हनुमान,
सारे जग में नही तुमसा कोई बलवान,
पंचमुखी मेरे वीर हनुमान।
पञ्चमुखी मेरे वीर हनुमान,
सारे जग में नही तुमसा कोई बलवान,
पंचमुखी मेरे वीर हनुमान।
भजन श्रेणी : हनुमान भजन (Hanuman Bhajan)
मन की गहराई में उतर जायेगा हनुमान जी का ये भजन ||पंचमुखी मेरे वीर हनुमान ||PanchMukhiMereVeerHanuman
Panchamukhi Mere Vir Hanumaan,
Saare Jag Mein Nahi Tumasa Koi Balavaan,
Panchamukhi Mere Vir Hanumaan.
Saare Jag Mein Nahi Tumasa Koi Balavaan,
Panchamukhi Mere Vir Hanumaan.