एक घडी आधी घडी आधी हूँ ते आध मीनिंग कबीर के दोहे

एक घडी आधी घडी आधी हूँ ते आध मीनिंग Ek Ghadi Aadhi Ghadi Meaning, Kabir Ke Dohe (Saakhi) Hindi Arth/Hindi Meaning Sahit (कबीर दास जी के दोहे सरल हिंदी मीनिंग/अर्थ में )

एक घडी आधी घडी, आधी हूँ ते आध,
कबीर संगती साधू की, कटे कोटि अपराध.
Ek Ghadi Aadhi Ghadi, Aadhi Hu Te Aadh,
Kabir Sangati Sadhu Ki, Kate Koti Apradh.

एक घडी आधी घडी : एक घडी या आधी घडी.
आधी हूँ ते आध : आधी से भी आधी घडी.
कबीर संगती साधू की : साधू की सद्संगती से.
कटे कोटि अपराध : करोड़ों अपराध कट जाते हैं.
एक घडी आधी घडी, आधी हूँ ते आध : अल्प समय के लिए भी.
कबीर संगती साधू की : कबीर साहेब कहते हैं की साधू की संगती से.
कटे : कट जाते हैं.
कोटि अपराध : करोड़ों अपराध.

साधू की संगती की महिमा बताते हुए कबीर साहेब कहते हैं की साधू की संगती से करोड़ों ही अपराध नष्ट हो जाते हैं. भले ही साधू जन की संगती बहुत ही अल्प समय के लिए की जाए. संसार में आकर माया के प्रभाव में व्यक्ति करोड़ों ही पाप कार्य करता है. ऐसे में यदि वह साधू की संगती करता है तो अवश्य ही उसके पाप कर्मों का फल नष्ट हो जाता है.
साहेब ने अनेकों स्थान पर मायाजनित व्यवहार करने वाले व्यक्तिओं को लोहे के समान बताया है जो स्वंय तो डूबते ही हैं और अपने साथी को भी ले डूबते हैं. ऐसे में हमें संतजन का सानिध्य लेना चाहिए जिससे हमारे पाप कर्म नष्ट होते हैं. व्यक्ति को सद्बुद्धि प्राप्त होती है और वह भक्ति मार्ग की तरफ अग्रसर होता है.
 
Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

दैनिक रोचक विषयों पर में 20 वर्षों के अनुभव के साथ, मैं कबीर के दोहों को अर्थ सहित, कबीर भजन, आदि को सांझा करती हूँ, मेरे इस ब्लॉग पर। मेरे लेखों का उद्देश्य सामान्य जानकारियों को पाठकों तक पहुंचाना है। मैंने अपने करियर में कई विषयों पर गहन शोध और लेखन किया है, जिनमें जीवन शैली और सकारात्मक सोच के साथ वास्तु भी शामिल है....अधिक पढ़ें

+

एक टिप्पणी भेजें