माँगन चली है सुहाग गौरा रानी से भजन
माँगन चली है सुहाग,
गौरा रानी से
माथे को माँगू मैं लाल लाल बिंदिया,
सिंदूर भरी रहे माँग,
गौरा रानी से,
माँगन चली है सुहाग,
गौरा रानी से।
कानों को माँगू में सोने के झुमके,
गले में हीरों का हार गौरा रानी से,
माँगन चली है सुहाग,
गौरा रानी से।
हाथों को माँगू में हरी हरी चूड़ियां,
मेहँदी रचे दोनों हाथ गौरा रानी से,
माँगन चली है सुहाग,
गौरा रानी से।
कमर को माँगू मैं सोने की तगड़ी,
गुच्छे हों रोणदेदार गौरा रानी से
माँगन चली है सुहाग,
गौरा रानी से।
पैरों को माँगू मैं बजनी सी पायल,
बिछिए हों रोणदेदार गौरा रानी से,
माँगन चली है सुहाग,
गौरा रानी से।
अंगों को माँगू मैं लाल लाल सारी,
चुनरी हो गोटेदार गौरा रानी से,
माँगन चली है सुहाग,
गौरा रानी से।
मायके को माँगू मैं भाई भतीजे,
भरा हुआ परिवार गौरा रानी से,
माँगन चली है सुहाग,
गौरा रानी से।
ससुराल को माँगू में धन और दौलत,
भरा पूरा परिवार गौरा रानी से,
माँगन चली है सुहाग,
गौरा रानी से।
जुग जुग जीवे मेरा गोदी का ललना,
अमर रहे सुहाग गौरा रानी से,
माँगन चली है सुहाग,
गौरा रानी से।
गौरा रानी से
माथे को माँगू मैं लाल लाल बिंदिया,
सिंदूर भरी रहे माँग,
गौरा रानी से,
माँगन चली है सुहाग,
गौरा रानी से।
कानों को माँगू में सोने के झुमके,
गले में हीरों का हार गौरा रानी से,
माँगन चली है सुहाग,
गौरा रानी से।
हाथों को माँगू में हरी हरी चूड़ियां,
मेहँदी रचे दोनों हाथ गौरा रानी से,
माँगन चली है सुहाग,
गौरा रानी से।
कमर को माँगू मैं सोने की तगड़ी,
गुच्छे हों रोणदेदार गौरा रानी से
माँगन चली है सुहाग,
गौरा रानी से।
पैरों को माँगू मैं बजनी सी पायल,
बिछिए हों रोणदेदार गौरा रानी से,
माँगन चली है सुहाग,
गौरा रानी से।
अंगों को माँगू मैं लाल लाल सारी,
चुनरी हो गोटेदार गौरा रानी से,
माँगन चली है सुहाग,
गौरा रानी से।
मायके को माँगू मैं भाई भतीजे,
भरा हुआ परिवार गौरा रानी से,
माँगन चली है सुहाग,
गौरा रानी से।
ससुराल को माँगू में धन और दौलत,
भरा पूरा परिवार गौरा रानी से,
माँगन चली है सुहाग,
गौरा रानी से।
जुग जुग जीवे मेरा गोदी का ललना,
अमर रहे सुहाग गौरा रानी से,
माँगन चली है सुहाग,
गौरा रानी से।
भजन श्रेणी : माता रानी भजन (Mata Rani Bhajan)
Maangan Chalee Hai Suhaag,
Gaura Raanee Se
Maathe Ko Maangoo Main Laal Laal Bindiya,
Sindoor Bharee Rahe Maang,
Gaura Raanee Se,
Maangan Chalee Hai Suhaag,
Gaura Raanee Se.
Gaura Raanee Se
Maathe Ko Maangoo Main Laal Laal Bindiya,
Sindoor Bharee Rahe Maang,
Gaura Raanee Se,
Maangan Chalee Hai Suhaag,
Gaura Raanee Se.
Singer : Sarala Dahiya Ji
गौरा रानी से विवाहिता महिलाएं अपनी खुशहाली, सुंदरता, परिवार, और सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना करती हैं। लाल लाल बिंदिया, सिंदूर, सोने के झुमके, हीरों का हार, हरी चूड़ियां, मेहँदी, सोने की तगड़ी, बजनी सी पायल, लाल लाल साड़ी, चुनरी, ये सब प्रतीक हैं शुभता, सौंदर्य और विवाहित स्त्री के सम्मान के। सुहाग अपने आप में जीवन की पुनरुत्थान, सौभाग्य, और एक नए अध्याय के आरंभ का संदेश है, जो न केवल बाहरी आभूषणों और श्रृंगार में प्रकट होता है, बल्कि आंतरिक दृढ़ता, आत्मविश्वास और सांस्कृतिक संतुलन की गहरी अनुभूति भी प्रदान करता है। माता की ममतामयी छाया में जीवन की हर कठिनाई का समाधान हो जाता है, और सुहाग का आशीर्वाद मिलने से परिवार, विशेषकर महिलाओं को सुरक्षा और सम्मान मिलता है।
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