डाची वालिया मोड़ मुहार वे सोहणी वालेया ले चल नाळ वे Dachi Waliya Mod Muhar Meaning
यह एक लोकप्रिय पंजाबी फोक सांग है जो पंजाब में सबसे अधिक प्रचलित सांग है। इस गीत के बोल निचे दिए गए हैं और इसका हिंदी अर्थ/हिंदी ट्रांसलेशन लिरिक्स के बाद में दिया गया है जो आपको अवश्य ही पसंद आएगा। यदि आपको इसमें कोई त्रुटि लगती है/यदि आप इस विषय में अधिक जानते हैं, तो कृपया कमेंट करके बताये इसे अवश्य ही सुधार दिया जाएगा।
डाची वालिया मोड़ मुहार हिंदी मीनिंग/हिंदी ट्रांसलेशन
डाची : ऊँटनी ( female camel) (पूर्व में लोग, विशेषकर सिंध प्रदेश के लोग ऊंट/ऊंटनी का उपयोग सवारी करने, माल लाने, ले जाने के काम में करते थे। ) Female Camel वालिया : वाला (जो ऊंट का मालिक है, जिसका ऊंट है उसे सम्बोधित किया गया है ) Dachi Waleya : rider of female camel. मोड़ : मोड़ लो, घुमा लो। Turn (towards me) मुहार : लगाम/ मूरी, मूर (harness) (ऊंट के नाक में छेद करके एक रस्सी को उससे गुजार कर उसके गले में बंधी हुई एक रस्सी, जिसके माध्यम से ऊंट को काबू में किया जाता है। डाची वालिया मोड़, मुहार वे : डाची वाले, डाची को वापस मेरी तरफ मोड़ो (मेरी तरफ मोड़ लो, लगाम/हार्नेस को मेरी तरफ मोड़ो) सोहणी वालेया : सोहनी/सुन्दर। Beautiful ले चल नाळ वे : मुझे अपने साथ ले चलो। नाळ : साथ में, संग में। With सोहणी वालेया, ले चल नाळ वे : सुन्दर डाची वाले मुझे भी अपने साथ ले चलो। O beautiful camel rider, take me along with you. तेरी डाची : तुम्हारी ऊंटनी। Female Camel दे : के। गल : गले/थ्रोट। कण्ठ। विच : के अंदर / के ऊपर। टल्लियां : Tinkling Bells /घंटी, घंटियाँ (ऊंट की सजावट में जैसे राजस्थान में गोरबंद लगाया जाता है, ऐसे ही रेशमी रस्सियों और ऊंट के चलने पर बजने वाली घंटियां ऊंट के गले में बाँधी जाती हैं। ) तेरी डाची दे गल विच टल्लियां : तेरी ऊंटनी के गले में तो घंटियाँ हैं। वे मैं : अरे मैं तो। पीर : (مُرشِد) मुर्शिद, यार, प्रिय। परलोक का मार्ग दर्शक, धर्म गुरु, अध्यात्मिक गुरु (پِیرْ) मनावण : मनाने के लिए। चल्लियाँ : जा रही हूँ।
वे मैं पीर मनावण चल्लियाँ : डाची वाले मैं तो अपने पीर, मुर्शिद को मनाने के लिए जा रही हूँ। तेरी डाची दी सोहनी चाल वे : तेरी डाची की चाल तो बड़ी सुन्दर है, आकर्षक है। डाची वालिया ले चल नाल वे : डाची वाले मुझे भी अपने साथ/संग में लेकर चलो। तेरी डाची दे चुम्मनियाँ याँ पैर वे : मैं तुम्हारी डाची / ऊंटनी के पैरों को चूमती हूँ। तेरे सिर दी मंगनियाँ खैर वे : मैं तुम्हारे सर की सलामती की खैर ईश्वर से मांगती हूँ, मैं तुम्हारी खैर मांगती हूँ, तुम सलामत रहो। साडी जिन्दड़ी नूं इंज ना तू गाल वे : हमारी (मेरी) जिंदगी को तुम यूँ ना बर्बाद करो। डाची वालिया ले चल नाल वे : डाची वालिया मुझे भी अपने साथ ले चलो। थलां : जमीन। नूं : को चीरनी : चीर देना। तेरी डाची थलां नूं चीरनी : तेरी डाची तो धरती को चीरती है, बहुत अधिक तेज चलती है। वे मैं पीरां नूं सुखनियाँ सीरनी : मैं तो मुर्शिद को सुख प्राप्ति के लिए शामिल हूँ। आ के : आकर के। तक जा : देख जाओ, हाल चाल पता कर लो। साडा : हमारा / मेरा। आ के तक जा, साडा हाल वे : आकर मेरा हाल भी देख लो। डाची वालिया ले चल नाल वे : डाची वाले मुझे साथ ले चलो। तेरी डाची तोँ सदके मैं जानियाँ : तेरी डाची को मैं न्योछावर जाती हूँ। पंजा पीरां नूं पई वे मनानियाँ : मेरे पांचो पीरों को मैं मनाती हूँ, मिन्नत करती हूँ। सुखां सुखनिया तेरियां लाल वे : तेरे लाल/पुत्र सुख पूर्वक रहें। डाची वालिया ले चल नाल वे : डाची वाले मुझे भी अपने साथ ले चलो।
Dachi Waliya Folk Song Hindi Meaning : It is a Punjabi folk song, in which the young lady addresses the owner of a camel. In the past, people used camels for rides, as a transport. The young lady addressed the dachi Wala (onwer of Dachi) (Dachi: female camel) that turn Dachi towards my side. Your Dachi has tinkling bells around her neck. I am going to please my Peer (Murshid). I kiss the feet (hooves) of your "Dachi", do Sadaqa. I pray for your well being, take me with you too