गुरु से लगन कठिन है रे भाई लिरिक्स Guru Le Lagan Kathin Hai Bhai Lyrics

गुरु से लगन कठिन है रे भाई लिरिक्स Guru Le Lagan Kathin Hai Bhai Lyrics, Kabir Bhajan by Vyas Ji Maurya

गुरु से लगन कठिन है रे भाई,
लगन लगाया बिना काज नहीं सरिये,
जीव प्रलय होय जाई,
गुरु से लगन कठिन है रे भाई।

स्वाति बूँद को रटे पपैया,
पिया पिया रट लाई,
प्यासे प्राण जात है अब ही,
और नीर नहीं भायी,
गुरु से लगन कठिन है रे भाई।

तज घर बार सती होय निकली,
सत करण को जाई,
पावक देख डरे नहीं तनिको,
कूद पड़े हर्षाई,
गुरु से लगन कठिन है रे भाई।

मिर्गो नाद शब्द को भेदी,
शब्द सुण न को जाई,
सोही शब्द सुन प्राण त्याग दे,
मन मे डर नहीं लाई,
गुरु से लगन कठिन है रे  भाई।

दो दाल आय लड़े भूमि,
पर सूरा लेत लड़ाई,
टूक टूक होय पड़े धरण पर,
वे खेत छोड़ नहीं जाई,
गुरु से लगन कठिन है रे भाई।

छोड़ो अपने तन की आशा,
हो निर्भय गुण गाई,
कहत कबीर सुणो भाई साधो,
सहजो मिले गुसाँई,
गुरु से लगन कठिन है भाई।

गुरु से लगन कठिन है रे भाई,
लगन लगाया बिना काज नहीं सरिये,
जीव प्रलय होय जाई,
गुरु से लगन कठिन है रे भाई।


भजन श्रेणी : कबीर भजन (Read More : Kabir Bhajan)

कबीर भजन | गुरु से लगन कठिन है भाई | Guru Se Lagan Kathin Hai Bhai | Vyas Ji Maurya

Guru Se Lagan Kathin Hai Re Bhai,
Lagan Lagaaya Bina Kaaj Nahin Sariye,
Jiv Pralay Hoy Jai,
Guru Se Lagan Kathin Hai Re Bhai.

Svaati Bund Ko Rate Papaiya,
Piya Piya Rat Lai,
Pyaase Praan Jaat Hai Ab Hi,
Aur Nir Nahin Bhaayi,
Guru Se Lagan Kathin Hai Re Bhai.

Taj Ghar Baar Sati Hoy Nikali,
Sat Karan Ko Jai,
Paavak Dekh Dare Nahin Taniko,
Kud Pade Harshai,
Guru Se Lagan Kathin Hai Re Bhai.

Mirgo Naad Shabd Ko Bhedi,
Shabd Sun Na Ko Jai,
Sohi Shabd Sun Praan Tyaag De,
Man Me Dar Nahin Lai,
Guru Se Lagan Kathin Hai Re  Bhai.

Do Daal Aay Lade Bhumi,
Par Sura Let Ladai,
Tuk Tuk Hoy Pade Dharan Par,
Ve Khet Chhod Nahin Jai,
Guru Se Lagan Kathin Hai Re Bhai.

Chhodo Apane Tan Ki Aasha,
Ho Nirbhay Gun Gai,
Kahat Kabir Suno Bhai Saadho,
Sahajo Mile Gusaani,
Guru Se Lagan Kathin Hai Bhai.

Guru Se Lagan Kathin Hai Re Bhai,
Lagan Lagaaya Bina Kaaj Nahin Sariye,
Jiv Pralay Hoy Jai,
Guru Se Lagan Kathin Hai Re Bhai.
जीवन का मार्गदर्शन करते इस भजन पर विचार करें : गुरु से लगन कठिन है भाई
Hindi Bhajan : Guru Se Lagan Kathin Hai Bhai
Singer : Vyas Ji Maurya
Music Director : Subhash Kanaujiya
Music Label: AAP Media

Lyrics -
गुरु से लगन कठिन है भाई
लगन लगे बिन काज न सरिहं, जीव परलय होय जाई।।
गुरु से लगन कठिन है भाई . . .

स्वाति बंूद को रटै पपीहा, पिया पिया रट लाई।
प्यासे प्रान जात है अभही, और नीर नहिं भाई।।
गुरु से लगन कठिन है भाई . . .

तजि घर द्वार सति होय निकली, सत्य करन को जाई।
पावक देखि डरै नहिं तनिको, कूदि परे हरशाई।।
गुरु से लगन कठिन है भाई . . .

छाड़हू अपनी तन की आशा, निर्भय होय गुण गाई।
कहत कबीर सुनो भाई साधो, नहिं तो जनम नसाई।।
गुरु से लगन कठिन है भाई . . .।

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