श्री काली चालीसा लिरिक्स हिंदी Kali Mata Chalisa Lyrics Benefits PDF

श्री काली चालीसा लिरिक्स हिंदी Kali Mata Chalisa Lyrics Benefits PDF, Kali Mata Chalisa Ke Fayde/Puja Benefits Hindi


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माँ काली शक्ति का रूप है। माँ काली दुर्गा माता का रूद्र अवतार है। माँ काली की आराधना करने से शक्ति मिलती हैं। बुराइयों से लड़ने की ताकत मिलती है। नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति मिलती है। सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। माता काली बुराई को दूर करने का प्रतीक है।

माता काली का चालीसा का पाठ करने के फायदे Benefits of Kali Mata Puja Hindi

  • माता काली का चालीसा का पाठ करने से मन में हिम्मत और उत्साह का संचार होता है।
  • माता काली का चालीसा का पाठ करने से शक्ति मिलती है।
  • माता काली का चालीसा का पाठ करने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
  • माता काली का चालीसा का पाठ करने से उत्साह बढ़ता है।
  • माता काली का चालीसा पाठ करने से बुराई से लड़ने की हिम्मत मिलती है।
  • माता काली का चालीसा पढ़ने से घर में सुख समृद्धि का वास होता है।
  • माता काली का चालीसा पढ़ने से दुर्गा माता की कृपा होती है।
  • माता काली का चालीसा पढ़ने से घर में भूत, प्रेत, रोग, दोष और ऊपरी बाधाएं दूर होती हैं।
  • माता काली का चालीसा पाठ करने से घर में सौहार्द का वातावरण बना रहता है। 
दोहा
जयकाली कलिमलहरण, महिमा अगम अपार।
महिष मर्दिनी कालिका, देहु अभय अपार।।
चौपाई
अरि मद मान मिटावन हारी,
मुण्डमाल गल सोहत प्यारी।
अष्टभुजी सुखदायक माता,
दुष्टदलन जग में विख्याता।
भाल विशाल मुकुट छवि छाजै,
कर में शीश शत्रु का साजै।
दूजे हाथ लिए मधु प्याला,
हाथ तीसरे सोहत भाला।
चौथे खप्पर खड्ग कर पांचे,
छठे त्रिशूल शत्रु बल जांचे।
सप्तम करदमकत असि प्यारी,
शोभा अद्भुत मात तुम्हारी।
अष्टम कर भक्तन वर दाता,
जग मनहरण रूप ये माता।
भक्तन में अनुरक्त भवानी,
निशदिन रटें ॠषी-मुनि ज्ञानी।
महशक्ति अति प्रबल पुनीता,
तू ही काली तू ही सीता।
पतित तारिणी हे जग पालक,
कल्याणी पापी कुल घालक।
शेष सुरेश न पावत पारा,
गौरी रूप धर्यो इक बारा।
तुम समान दाता नहिं दूजा,
विधिवत करें भक्तजन पूजा।
रूप भयंकर जब तुम धारा,
दुष्टदलन कीन्हेहु संहारा।
नाम अनेकन मात तुम्हारे,
भक्तजनों के संकट टारे।
कलि के कष्ट कलेशन हरनी,
भव भय मोचन मंगल करनी।
महिमा अगम वेद यश गावैं,
नारद शारद पार न पावैं।
भू पर भार बढ्यौ जब भारी,
तब तब तुम प्रकटीं महतारी।
आदि अनादि अभय वरदाता,
विश्वविदित भव संकट त्राता।
कुसमय नाम तुम्हारौ लीन्हा,
उसको सदा अभय वर दीन्हा।
ध्यान धरें श्रुति शेष सुरेशा,
काल रूप लखि तुमरो भेषा।
कलुआ भैंरों संग तुम्हारे,
अरि हित रूप भयानक धारे।
सेवक लांगुर रहत अगारी,
चौसठ जोगन आज्ञाकारी।
त्रेता में रघुवर हित आई,
दशकंधर की सैन नसाई।
खेला रण का खेल निराला,
भरा मांस-मज्जा से प्याला।
रौद्र रूप लखि दानव भागे,
कियौ गवन भवन निज त्यागे।
तब ऐसौ तामस चढ़ आयो,
स्वजन विजन को भेद भुलायो।
ये बालक लखि शंकर आए,
राह रोक चरनन में धाए।
तब मुख जीभ निकर जो आई,
यही रूप प्रचलित है माई।
बाढ्यो महिषासुर मद भारी,
पीड़ित किए सकल नर-नारी।
करूण पुकार सुनी भक्तन की,
पीर मिटावन हित जन-जन की।
तब प्रगटी निज सैन समेता,
नाम पड़ा मां महिष विजेता।
शुंभ निशुंभ हने छन माहीं,
तुम सम जग दूसर कोउ नाहीं।
मान मथनहारी खल दल के,
सदा सहायक भक्त विकल के।
दीन विहीन करैं नित सेवा,
पावैं मनवांछित फल मेवा।
संकट में जो सुमिरन करहीं,
उनके कष्ट मातु तुम हरहीं।
प्रेम सहित जो कीरति गावैं,
भव बन्धन सों मुक्ती पावैं।
काली चालीसा जो पढ़हीं,
स्वर्गलोक बिनु बंधन चढ़हीं।
दया दृष्टि हेरौ जगदम्बा,
केहि कारण मां कियौ विलम्बा।
करहु मातु भक्तन रखवाली,
जयति जयति काली कंकाली।
सेवक दीन अनाथ अनारी,
भक्तिभाव युति शरण तुम्हारी।
दोहा
प्रेम सहित जो करे, काली चालीसा पाठ।
तिनकी पूरन कामना, होय सकल जग ठाठ।।


मां काली का चालीसा पाठ करने के बाद आरती भी करें।

माँ काली की आरती लिरिक्स Kali Mata Aarti Lyrics Hindi

अम्बे तू है जगदम्बे काली,
जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेरे ही गुन गाए भारती,
हो मैया, हम सब उतारे तेरी आरती।
तेरे भक्त जनो पर माता भीड़ पड़ी है भारी,
दानव दल पर टूट पड़ो माँ करके सिंह सवारी,
सौ सौ सिंघों से बालशाली, है अष्ट भुजाओं वाली,
दुष्टों को तू ही ललकारती।
हो मैया, हम सब उतारे तेरी आरती।
माँ बेटे का है इस जग में बड़ा ही निर्मल नाता,
पूत कपूत सुने है पर ना माता सुनी कुमाता,
सब पे करुणा बरसाने वाली, अमृत बरसाने वाली,
दुखीं के दुखड़े निवार्ती।
हो मैया, हम सब उतारे तेरी आरती।
नहि मँगते धन और दौलत ना चांदी ना सोना,
हम तो मांगे माँ तेरे मन में एक छोटा सा कोना,
सब की बिगड़ी बनाने वाली, लाज बचाने वाली,
सतियों के सत को संवारती।
हो मैया, हम सब उतारे तेरी आरती।
चरन शरण में खडे़ तुम्हारी ले पूजा की थाली,
वरद हस्त सर पर रख दो माँ संकट हरने वाली,
माँ भर दो भक्ति रस की प्याली, अष्ट भुजाओ वाली,
भक्तो के कारज तू ही सवारती।
हो मैया, हम सब उतारे तेरी आरती।
अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली,
तेरे ही गुन गाए भारती,
हो मैया, हम सब उतारे तेरी आरती।


भजन श्रेणी : माता रानी भजन (Mata Rani Bhajan)

Jayakaali Kalimalaharan, Mahima Agam Apaar.
Mahish Mardini Kaalika, Dehu Abhay Apaar..
Chaupai
Ari Mad Maan Mitaavan Haari,
Mundamaal Gal Sohat Pyaari.
Ashtabhuji Sukhadaayak Maata,
Dushtadalan Jag Mein Vikhyaata.
Bhaal Vishaal Mukut Chhavi Chhaajai,
Kar Mein Shish Shatru Ka Saajai.
Duje Haath Lie Madhu Pyaala,
Haath Tisare Sohat Bhaala.
Chauthe Khappar Khadg Kar Paanche,
Chhathe Trishul Shatru Bal Jaanche.
Saptam Karadamakat Asi Pyaari,
Shobha Adbhut Maat Tumhaari.
Ashtam Kar Bhaktan Var Daata,
Jag Manaharan Rup Ye Maata.
Bhaktan Mein Anurakt Bhavaani,
Nishadin Raten Rshi-muni Gyaani.
Mahashakti Ati Prabal Punita,
Tu Hi Kaali Tu Hi Sita.
Patit Taarini He Jag Paalak,
Kalyaani Paapi Kul Ghaalak.
Shesh Suresh Na Paavat Paara,
Gauri Rup Dharyo Ik Baara.
Tum Samaan Daata Nahin Duja,
Vidhivat Karen Bhaktajan Puja.
Rup Bhayankar Jab Tum Dhaara,
Dushtadalan Kinhehu Sanhaara.
Naam Anekan Maat Tumhaare,
Bhaktajanon Ke Sankat Taare.
Kali Ke Kasht Kaleshan Harani,
Bhav Bhay Mochan Mangal Karani.
Mahima Agam Ved Yash Gaavain,
Naarad Shaarad Paar Na Paavain.
Bhu Par Bhaar Badhyau Jab Bhaari,
Tab Tab Tum Prakatin Mahataari.
Aadi Anaadi Abhay Varadaata,
Vishvavidit Bhav Sankat Traata.
Kusamay Naam Tumhaarau Linha,
Usako Sada Abhay Var Dinha.
Dhyaan Dharen Shruti Shesh Suresha,
Kaal Rup Lakhi Tumaro Bhesha.
Kalua Bhainron Sang Tumhaare,
Ari Hit Rup Bhayaanak Dhaare.
Sevak Laangur Rahat Agaari,
Chausath Jogan Aagyaakaari.
Treta Mein Raghuvar Hit Aai,
Dashakandhar Ki Sain Nasai.
Khela Ran Ka Khel Niraala,
Bhara Maans-majja Se Pyaala.
Raudr Rup Lakhi Daanav Bhaage,
Kiyau Gavan Bhavan Nij Tyaage.
Tab Aisau Taamas Chadh Aayo,
Svajan Vijan Ko Bhed Bhulaayo.
Ye Baalak Lakhi Shankar Aae,
Raah Rok Charanan Mein Dhae.
Tab Mukh Jibh Nikar Jo Aai,
Yahi Rup Prachalit Hai Mai.
Baadhyo Mahishaasur Mad Bhaari,
Pidit Kie Sakal Nar-naari.
Karun Pukaar Suni Bhaktan Ki,
Pir Mitaavan Hit Jan-jan Ki.
Tab Pragati Nij Sain Sameta,
Naam Pada Maan Mahish Vijeta.
Shumbh Nishumbh Hane Chhan Maahin,
Tum Sam Jag Dusar Kou Naahin.
Maan Mathanahaari Khal Dal Ke,
Sada Sahaayak Bhakt Vikal Ke.
Din Vihin Karain Nit Seva,
Paavain Manavaanchhit Phal Meva.
Sankat Mein Jo Sumiran Karahin,
Unake Kasht Maatu Tum Harahin.
Prem Sahit Jo Kirati Gaavain,
Bhav Bandhan Son Mukti Paavain.
Kaali Chaalisa Jo Padhahin,
Svargalok Binu Bandhan Chadhahin.
Daya Drshti Herau Jagadamba,
Kehi Kaaran Maan Kiyau Vilamba.
Karahu Maatu Bhaktan Rakhavaali,
Jayati Jayati Kaali Kankaali.
Sevak Din Anaath Anaari,
Bhaktibhaav Yuti Sharan Tumhaari.
Doha
Prem Sahit Jo Kare, Kaali Chaalisa Paath.
Tinaki Puran Kaamana, Hoy Sakal Jag Thaath..


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