राम का गुणगान करिये लिरिक्स

राम का गुणगान करिये लिरिक्स Ram Ka Gungan Kariye Lyrics, Ram Bhajan by Singer: Pt. Bhimsen Joshi, Lata Mangeshkar

राम का गुणगान करिये,
राम प्रभु की भद्रता का,
सभ्यता का धान धरिये,
राम का गुणगान करिये,
राम का गुणगान करिए।

राम के गुण, गुण चिरंतन,
राम के गुण, गुण चिरंतन,
मनुजता को कर विभूषित,
मनुज को धनवान करिये,
ध्यान धरिये,
राम गुण सुमिरन रतन धन।

सगुण ब्रह्म, स्वरुप सुन्दर,
सगुण ब्रह्म, स्वरुप सुन्दर,
सूजन रंजन, रूप सुखकर,
राम आत्मा राम,
आत्मा राम का सम्मान करिये,
ध्यान धरिये,
राम का गुणगान करिये,
राम गुण सुमिरन रतन धन।

राम का गुणगान करिये,
राम प्रभु की भद्रता का,
सभ्यता का धान धरिये,
राम का गुणगान करिये,
राम का गुणगान करिए।

भजन श्रेणी : राम भजन (Ram Bhajan)

Ram Ka Gun Gaan Kariye | राम का गुण गान करिये | राम भजन | Pt. Bhimsen Joshi, Lata Mangeshkar

Ram Ka Gunagan Kariye,
Ram PrAub hu Ki Bhadrata Ka,
SAub hyata Ka Dhan Dhariye,
Ram Ka Gunagan Kariye,
Ram Ka Gunagan Karie.

Ram Ke Gun, Gun Chirantan,
Ram Ke Gun, Gun Chirantan,
Manujata Ko Kar Vibhushit,
Manuj Ko Dhanavan Kariye,
Dhyan Dhariye,
Ram Gun Sumiran Ratan Dhan.

Sagun Brahm, Svarup Sundar,
Sagun Brahm, Svarup Sundar,
Sujan Ranjan, Rup Sukhakar,
Ram atma Ram,
atma Ram Ka Samman Kariye,
Dhyan Dhariye,
Ram Ka Gunagan Kariye,
Ram Gun Sumiran Ratan Dhan.

Ram Ka Gunagan Kariye,
Ram PrAub hu Ki Bhadrata Ka,
SAub hyata Ka Dhan Dhariye,
Ram Ka Gunagan Kariye,
Ram Ka Gunagan Karie.
+

एक टिप्पणी भेजें