कोई सहारा नहीं एक तेरे सिवा

कोई सहारा नहीं एक तेरे सिवा

कोई सहारा नहीं एक तेरे सिवा,
कोई सुनता नहीं इक तेरे सिवा,
मैंने भी ज़िंदगी को क़रीब तो देखा है,
मुश्किल में कोई साथी नहीं तेरे सिवा।।

मेरी रूह साईं तू, मेरी रूह साईं तू,
मेरी रूह साईं तू, मेरी रूह साईं तू,
मैं ना राही, दिल मेरे विच बसिया तू,
नाम साईं दा लेके ज़िंदगी मेरी कर दी अल्लाह हूं,
दिल विच मेरे कख नहीं रह गया,
काढ़ के ले गया तू,
मेरी रूह साईं तू, मेरी रूह साईं तू,
मेरी रूह साईं तू, मेरी रूह साईं तू।।

दर तेरे जो आन्दा ऐ, मन दी मुरादा पांदा ऐ,
मन दी मुरादा पांदा ऐ, मन दी मुरादा पांदा ऐ।
खाली झोली लांदा ऐ, भर झोली ले जान्दा ऐ,
भर झोली ले जान्दा ऐ, भर झोली ले जान्दा ऐ।
तू ही मेरा दाता साईंया, तू ही मेरा दाता साईंया,
मेरा सब कुछ तू,
मेरी रूह साईं तू, मेरी रूह साईं तू,
मेरी रूह साईं तू, मेरी रूह साईं तू।।

हाल दिला दा सुनदा ऐ, सब ते कृपा करदा ऐ,
सब ते कृपा करदा ऐ, सब ते कृपा करदा ऐ।
तू दिला के मथे साईंया, सब दे दुखड़े हरदा ऐ,
सब दे दुखड़े हरदा ऐ, सब दे दुखड़े हरदा ऐ।
सब दी बिगड़ी आप बनावे, सब दी बिगड़ी आप बनावे,
अग्गे वध के तू,
मेरी रूह साईं तू, मेरी रूह साईं तू,
मेरी रूह साईं तू, मेरी रूह साईं तू।।

तू ही सब दा दाता ऐ, तू ही सब दा बाबा ऐ,
तू ही सब दा बाबा ऐ, तू ही सब दा बाबा ऐ।
तू ही शिरडी वाला साईंया, तू ही सब दा काबा ऐ,
तू ही सब दा काबा ऐ, तू ही सब दा काबा ऐ।
तेरे दर तो मीत मंगदा, तेरे दर तो कपिल मंगदा,
देवे ना देवे तू,
मेरी रूह साईं तू, मेरी रूह साईं तू,
मेरी रूह साईं तू, मेरी रूह साईं तू।।


Meri Rooh Sai Tu | Kapil Khurana , Vikas Pandit, Deepanshu Ashish | Sai Baba Song 2019

ऐसे ही अन्य भजनों के लिए आप होम पेज / गायक कलाकार के अनुसार भजनों को ढूंढें.
 

पसंदीदा गायकों के भजन खोजने के लिए यहाँ क्लिक करें।

 
Singer - Kapil Khurana
Artist - Kapil Khurana , Vikas Pandit, Deepanshu Ashish
Lyrics - Meet & Kapil Khurana
Music - Amandeep Singh
 
भक्त का हृदय जब उस साईं को अपनी रूह का आधार मानता है, तब वह एक ऐसी गहन भक्ति और प्रेम से भर उठता है, जो उसे यह एहसास दिलाता है कि उसके जीवन में कोई और सहारा नहीं, सिवाय उस साईं के। यह भावना केवल एक पुकार नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक एकता है, जो भक्त को उस सत्ता के साथ हर साँस में जोड़ती है। वह साईं का नाम जपते हुए अपने जीव को अल्लाह की तरह अनुभव करता है, यह विश्वास रखते हुए कि उसका दिल अब उसका नहीं, बल्कि उस साईं की कृपा से पूरी तरह उसका हो चुका है। यह भक्ति का वह मार्ग है, जहाँ भक्त अपने तन-मन को उस साईं के चरणों में समर्पित कर देता है, यह जानते हुए कि वह ही उसका सच्चा राही और रहबर है।
 
Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर भजनों का संग्रह । इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें

Next Post Previous Post