अहिंसा नाम का अर्थ मतलब राशि Ahinsa Meaning Hindi
अहिंसा/Ahinsa: अहिंसा
का अर्थ है हिंसा ना करना, अहिंसक पुण्य, किसी प्राणी या जीव को न मारना,
मन, वचन, कर्म से किसी को दुःख न देना आदि। अहिंसा के विषय में आपको निचे
जानकारी दी गई है।
अहिंसा/Ahinsa: अहिंसा का सामान्य अर्थ है हिंसा नहीं करना (अ + हिंसा) हिंसा नहीं।
अहिंसा परमो धर्मस्तथाहिंसा परं तपः।
अहिंसा परं सत्यं यतोधर्मः प्रवर्तते।।
एवं सर्वमहिंसायां धर्मार्थमपिधीयते।
अमृतः स नित्यं वसति यो हिंसां न प्रपद्यते।।
रुपमव्यङ्गतामायुर्बुद्धि सत्वं बलं स्मृतिम्।
प्राप्तुकामैर्नरैर्हिंसा वर्जिता वै महात्मभिः।।
अहिंसा परमो यज्ञस्तथाहिंसा परमं फलम्।
अहिंसा परम् मित्रमहिंसा परमं सुखम्।।
अहिंस्रस्य तपोSक्षय्यमहिंस्रो यजते सदा।
अहिंस्रः सर्वभूतानां यथा माता तथा पिता।।
अहिंसा परमो धर्मो ह्यहिंसा परमं सुखम्।
अहिंसा धर्मशास्त्रेषु सर्वेषु परमं पदम्।।
अहिंसा परमो धर्मस्तथाहिंसा परो दमः ।
अहिंसा परमं दानमहिंसा परमं तपः ॥28॥
अहिंसा परमो यज्ञस्तथाहिंसा परं फलम् ।
अहिंसा परमं मित्रमहिंसा परमं सुखम् ॥29॥
अहिंसा/Ahinsa: अहिंसा का सामान्य अर्थ है हिंसा नहीं करना (अ + हिंसा) हिंसा नहीं।
- अहिंसा/Ahinsa: अहिंसा का विस्तृत अर्थ है की किसी भी जीव और प्राणी को मानसिक और शारीरिक कष्ट ना देना।
- अहिंसा/Ahinsa: किसी प्राणी या जीव को न मारना, मन, वचन, कर्म से किसी को दुःख न देना, आदि अहिंसा के अर्थ हैं।
- अहिंसा/Ahinsa: कंटक पाली या हंस नाम की घास को भी अहिंसा कहते हैं।
- अहिंसा/Ahinsa: not hurt, harmlessness, Non-destruction of life, Nonviolence/Nonviolence is the personal practise of not inflicting physical or verbal damage on others under any circumstances. It could relate to a general concept of nonviolence or it could stem from the conviction that harming people, animals, and/or the environment is unnecessary to attain a goal. Nonviolence is an important component of the Hindi/Jain Dharma.
- अहिंसा/Ahinsa: Ahinsa, the use of peaceful methods rather than force to effect political or social change
- अहिंसा/Ahinsa: Harmlessness, abstaining from killing or giving pain to others in thought, word or deed; as अहिंसा परमो धर्मः, अहिंसा समता तुष्टिः
अहिंसा परमो धर्मस्तथाहिंसा परं तपः।
अहिंसा परं सत्यं यतोधर्मः प्रवर्तते।।
एवं सर्वमहिंसायां धर्मार्थमपिधीयते।
अमृतः स नित्यं वसति यो हिंसां न प्रपद्यते।।
रुपमव्यङ्गतामायुर्बुद्धि सत्वं बलं स्मृतिम्।
प्राप्तुकामैर्नरैर्हिंसा वर्जिता वै महात्मभिः।।
अहिंसा परमो यज्ञस्तथाहिंसा परमं फलम्।
अहिंसा परम् मित्रमहिंसा परमं सुखम्।।
अहिंस्रस्य तपोSक्षय्यमहिंस्रो यजते सदा।
अहिंस्रः सर्वभूतानां यथा माता तथा पिता।।
अहिंसा परमो धर्मो ह्यहिंसा परमं सुखम्।
अहिंसा धर्मशास्त्रेषु सर्वेषु परमं पदम्।।
अहिंसा परमो धर्मस्तथाहिंसा परो दमः ।
अहिंसा परमं दानमहिंसा परमं तपः ॥28॥
अहिंसा परमो यज्ञस्तथाहिंसा परं फलम् ।
अहिंसा परमं मित्रमहिंसा परमं सुखम् ॥29॥
अहिंसा नाम का अर्थ "हिंसा ना करना, अहिंसक पुण्य, किसी प्राणी या जीव को न मारना, मन, वचन, कर्म से किसी को दुःख न देना" होता है। शाब्दिक रूप से अर्थ में भिन्नता आ सकती है.