साईं तेरे दर पे ख़ुद मैंने पाया

साईं तेरे दर पे ख़ुद मैंने पाया

(मुखड़ा)
साईं तेरे दर पे,
साईं तेरे दर पे,
ख़ुद मैंने पाया,
साईं तेरे दर पे,
सारे ग़म भुलाया,
साईं तेरे दर पे...
(अंतरा 1)

छोड़ कर साथ दुनिया का,
तेरे दर पे जब से आया,
जो भी क़िस्मत ने छीना था,
तेरे चरणों में सब पाया।
हमेशा यूं ही बनाए रखना,
अपना हाथ मेरे सर पे...
(पुनरावृत्ति: मुखड़ा)
(अंतरा 2)

दिल मेरा हर बार ये गाए,
चल उस राह जो शिर्डी जाए।
प्यार के बिन सुनसान है दिल,
मन खुशियों के बिन ख़ाली है।
मेरे जैसे दर पे आए, जाने कितने सवाली हैं,
तू सबको चरणों में रख ले बाबा,
अपने प्यार से तर कर दे...
(पुनरावृत्ति: मुखड़ा)
(अंतरा 3)

मैंने जब से होश संभाला,
साईं! मेरा तू रखवाला।
तेरी ही दरबार में बाबा, सारी उम्र बिताऊं मैं,
जी करता है सबसे सच्चा भक्त तेरा कहलाऊं मैं।
नज़ारे तू अपने मंदिर के,
आंखों में मेरे भर दे...
(पुनरावृत्ति: मुखड़ा)


SAI TERE DAR PE | Official Video | Chettan Krishna Malhotra | Sai Bhajans | Bhajan | Shirdi Sai Baba

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जब मनुष्य सांसारिक मोह-माया को त्यागकर प्रभु के चरणों में शरण लेता है, तब उसे वह सुख और शांति प्राप्त होती है, जो दुनिया की कोई भी वस्तु नहीं दे सकती। यह शरणागति जीवन के दुखों और हानियों को भुलाकर एक नई शुरुआत का मार्ग प्रशस्त करती है। प्रभु की कृपा से भक्त का जीवन न केवल पूर्णता की ओर बढ़ता है, बल्कि वह अपने भीतर एक ऐसी शक्ति का अनुभव करता है, जो उसे हर संकट में सहारा देती है। यह विश्वास कि प्रभु का आशीर्वाद सदा उसके साथ है, भक्त के हृदय को आलोकित करता है और उसे जीवन के हर पल में प्रभु की उपस्थिति का अनुभव कराता है। यह भक्ति का वह भाव है, जो मन को शुद्ध करता है और आत्मा को प्रभु के और करीब लाता है।

प्रभु का दरबार वह पवित्र स्थान है, जहाँ हर दुखी और जरूरतमंद आत्मा को शांति और प्रेम मिलता है। वहाँ न कोई भेदभाव है, न कोई ऊँच-नीच; हर भक्त उनकी कृपा का पात्र बनता है। जो मन से प्रभु को पुकारता है, वह उनके प्रेम और करुणा से सराबोर हो जाता है। यह प्रेम ही है, जो हृदय की सुनसान गलियों को खुशियों से भर देता है और जीवन को एक नया अर्थ प्रदान करता है। भक्त का यह संकल्प कि वह सदा प्रभु की भक्ति में लीन रहेगा और उनकी सेवा में जीवन अर्पित करेगा, उसे न केवल आत्मिक बल देता है, बल्कि दूसरों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनता है। प्रभु की कृपा से भक्त का जीवन एक ऐसा दीपक बन जाता है, जो स्वयं जलकर औरों को भी प्रकाश देता है।
 
Singer : ‪@ChettanKrishnaMalhotra‬
Produced By : Artbaaz Studios @Artbaaz Arts @artbaazstudios
Lyricist - Shiv Safar @ShivSafar
 
Saroj Jangir Author Author - Saroj Jangir

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