जग पे संकट आया बाबा मोरछड़ी लहराओ ना, हार गया जग इस संकट से नीले चढ़ अब आओ ना, जग पे संकट आया बाबा, मोरछड़ी लहराओ ना।
इस संकट की आंधी बाबा बढ़ती बढ़ती जावे है हर प्रेमी अब तेरे आगे एक ही अर्ज़ी लगावे है
इस संकट को हरने खातिर बाण तो एक चलाओ ना जग पे संकट आया बाबा मोरछड़ी लहराओ ना,
तेरे इस जग की बगिया के पुश गिरते जाएँ हैं धार के रूप काल माली का पुष्प चुनता जावे है बनके मांझी आजा सांवरे नैया पार लगाओ ना
Khatu Shyam Ji Bhajan Lyrics in Hindi
जग पे संकट आया बाबा मोरछड़ी लहराओ ना,
अनसुना क्यों करते बाबा प्रेमी तुझे पुकारे हैं गौरव संग प्रेमी ये सारे बाबा तेरे दुलारे हैं अँखियाँ बरसे छम छम बाबा कोई तो राह दिखाओ ना, जग पे संकट आया बाबा, मोरछड़ी लहराओ ना।