कालजे की कोर हिंदी मीनिंग अर्थ मतलब Kalaje Ki Kor Hindi Meaning Rajasthani Dictionary
कालजे की कोर/Kalaje Ki Kor : काळजे या कालजे की कोर एक राजस्थानी भाषा का व्याक्यांष है जिसका अर्थ हिंदी में "कलेजे की कोर", कलेजे का टुकड़ा" होता है। इसका भावार्थ बहुत प्रिय, ख़ास, दिल में समाया हुआ, सर्वश्व आदि होता है। हृदय/दिल को राजस्थानी में काळजा बोला जाता है। कोर का अर्थ टुकड़ा (Piece ) होता है। इसे कालजे री कोर भी बोला जाता है.
- Kalaje Ki Kor is Rajasthani terrm means "very dear, special, absorbed in the heart, omnipresent" "piece of heart"
- काळजे की कोर/Kalaje Ki Kor के पर्यायवाची : प्रिय, मनभावना, शीलवन्त, सबसे प्यारा, इंतियाज़ी, ख़ास, विशेषता-सूचक आदि।
कालजे की कोर नाम का अर्थ "कलेजे का टुकड़ा, बहुत प्रिय, ख़ास, दिल में समाया हुआ, सर्वश्व" होता है। शाब्दिक रूप से अर्थ में भिन्नता आ सकती है.
कालजे की कोर नाम का मतलब "कलेजे का टुकड़ा, बहुत प्रिय, ख़ास, दिल में समाया हुआ, सर्वश्व" होता है. शाब्दिक रूप से अर्थ कुछ भिन्न हो सकता है.
"Kalaje Ki Kor" Means "very dear, special, absorbed in the heart, omnipresent" "piece of heart"
in English Language. Meaning can vary as the word for "Kalaje Ki Kor" and as the name of a person. Remember that the meaning of the name is based on the characteristics of a word. You will also find below synonyms for "Kalaje Ki Kor"
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कालजे की कोर राजस्थानी भाषा का शब्द है जिसके निम्न उदाहरण हैं, आइये इस शब्द को उदाहरण के माध्यम से समझते हैं।
म्हारे काळजे री कोर, प्यारा प्यारा चितचोर,
म्हारें नैणा सूं नैण मिला रे,
बाबा, कुछ म्हासूं सूं बतळाले,
बतळाले रे श्याणा,
कुछ म्हासूं सूं बतळाले,
मेरे प्यारे कान्हा तू मेरा चित्तचोर,
हिवड़े माहीं बस रह्यो,
बण बन कालजे की कोर।
मेरे प्यारे कान्हां तू मेरा चित्तचोर,
हिवड़े माहीं बस रह्यो,
बण बन कालजे की कोर।
अकूको आखर मूडै बोल बोल अर कैवै क मायड़ रै मोह री पीड़ पालतो कोई बिरलो ई जमीं जायौ धपलका ऊठत कालजे री कोर सूं इज इण गत रा भाव काड सके ?
रघुवंश के आद्य तीन सर्गों का दिलीप नाम से राजस्थानी भाषा में अनुवाद हुआ है , और दूसरा अनुवाद ' कालजे री कोर ' नाम से किया गया है ।
म्हारें नैणा सूं नैण मिला रे,
बाबा, कुछ म्हासूं सूं बतळाले,
बतळाले रे श्याणा,
कुछ म्हासूं सूं बतळाले,
मेरे प्यारे कान्हा तू मेरा चित्तचोर,
हिवड़े माहीं बस रह्यो,
बण बन कालजे की कोर।
मेरे प्यारे कान्हां तू मेरा चित्तचोर,
हिवड़े माहीं बस रह्यो,
बण बन कालजे की कोर।
अकूको आखर मूडै बोल बोल अर कैवै क मायड़ रै मोह री पीड़ पालतो कोई बिरलो ई जमीं जायौ धपलका ऊठत कालजे री कोर सूं इज इण गत रा भाव काड सके ?
रघुवंश के आद्य तीन सर्गों का दिलीप नाम से राजस्थानी भाषा में अनुवाद हुआ है , और दूसरा अनुवाद ' कालजे री कोर ' नाम से किया गया है ।
अतः इस प्रकार से आपने जाना की "कालजे की कोर" एक राजस्थानी भाषा का शब्द है जिसका वाक्य में प्रयोग के आधार पर विविध प्रकार से बोला जाता है। "कालजे की कोर" शब्द के हिंदी भाषा में समानार्थी शब्द (अर्थ/मीनिंग) कलेजे का टुकड़ा, बहुत प्रिय, ख़ास, दिल में समाया हुआ, सर्वश्व आदि होते हैं। " कालजे की कोर" को अंग्रेजी में very dear, special, absorbed in the heart, omnipresent" "piece of heart कहते हैं। कालजे की कोर से सबंधित अन्य जानकारियां निचे दी गई हैं।