ॐ जय हरदौल लला, स्वामी जय हरदौल लला, तुम सौं वीर ना देख्यो जग में, तुम सौं वीर ना देख्यो जग में, पी गए हँसत हला, ॐ जय हरदौल लला, ओम जय हरदौल लला, स्वामी जय हरदौल लला, तुम सौं वीर ना देख्यो जग में, तुम सौं वीर ना देख्यो जग में, पी गए हँसत हला, ॐ जय हरदौल लला।
चुगलन ने चुगली कर लाला, तुमरे प्राण हरे, लाला, तुमरे प्राण हरे, देहि त्यागे अमर भये लाला, देहि त्यागे अमर भये लाला, कलके के पात झरे, ॐ जय हरदौल लला।
पार जब कुंजा, वीरन कछु बोलो,
मोरे वीरन कछु बोलो, मैं को हतो बहन कुंजा (बहन कुंजाबाई) को, वीर हतो जालो, ॐ जय हरदौल लला।
बहना रोये जब समाधी पे, बोले तुम पानी, लाल बोले तुम पानी, भात भरो महलन में आके, काहे अकुलानी, ॐ जय हरदौल लला।
तुम बुंदेला वीर सिरोमण, तन मन के उजले लाला तन मन के उजले, बाजीदे उर के अब सतजुग शेष धरे, ॐ जय हरदौल लला।
सोने चाँदी दार चुन के, छकड़ा भर लाये, लाला छकड़ा भर लाये, दिखे ना कहु असवार लला तुम,
बिना दरस के परस करे, दरशन देओ मामा, मोये दरशन देओ मामा, दे हो प्राण ठौर पे अपने, डूबे सब नामा, ॐ जय हरदौल लला।
प्रकटे भये हरदौल, भोजन करवाए, लाला भोजन करवाए, हर्षित भये बराती सबरे, जनवासे आये, ॐ जय हरदौल लला।
गावन गावन तपे चौथरा, आरती लाला की हुई आरती लाला की, सबके पायन मन्त्र आवे जय हो आल्हा की, ॐ जय हरदौल लला।
जय हो हरदौल लला की आरती, जो कोउ नर गावे, स्वामी जो कोउ जन गावे, सुख सम्पत पावे पावन हो, भव से तर जावै, ॐ जय हरदौल लला।
जो ध्यावे फल पावे लाला, लाला शीतल चन्दन है, कवि डालचंद अनुरागी को, चरणन वंदन है, ॐ जय हरदौल लला।
ॐ जय हरदौल लला, स्वामी जय हरदौल लला, तुम सौं वीर ना देख्यो जग में, तुम सौं वीर ना देख्यो जग में, पी गए हँसत हला, ॐ जय हरदौल लला, ओम जय हरदौल लला, स्वामी जय हरदौल लला, तुम सौं वीर ना देख्यो जग में, तुम सौं वीर ना देख्यो जग में, पी गए हँसत हला, ॐ जय हरदौल लला।