प्रेमी का प्रेम निभाता तू प्रेम के वश हो जाता
प्रेमी का प्रेम निभाता,
तू प्रेम के वश हो जाता,
निज प्रेमी से मिलवाता,
हमें प्रेम की राह दिखाता,
तू प्रेमी तो बड़ा ही प्यारा है,
हारे का, सहारा है।
तेरे प्रेम की भाषा,
जिसको समझ में आए,
उसके अंतर मन में,
प्रेम दीप जल जाए,
प्रेमी की लाज बचाता,
प्रेमी का मान बढाता,
निज प्रेमी से मिलवाता,
हमें प्रेम की राह दिखाता,
तू प्रेमी तो बड़ा ही प्यारा है,
हारे का, सहारा है।
प्रेम तुम्हारा पाकर,
प्रेमी शुकर मनाये,
तेरे प्रेम के धागे,
दिन दिन कसते जाये,
इतना तू प्रेम लुटाता,
दामन छोटा पड़ जाता,
निज प्रेमी से मिलवाता,
हमें प्रेम की राह दिखाता,
तू प्रेमी तो बड़ा ही प्यारा है,
हारे का, सहारा है।
तोड़े से ना ही टूटे,
प्रेम अटल है अपना,
तूने हर प्रेमी का,
पूरण किया है सपना,
चौखानी तुझे रिझाता,
भजनों की भेंट चढाता,
तू प्रेमी से मिलवाता,
हमें प्रेम की राह दिखाता,
तू प्रेमी तो बड़ा ही प्यारा है,
हारे का, सहारा है।
प्रेमी का प्रेम निभाता,
तू प्रेम के वश हो जाता,
निज प्रेमी से मिलवाता,
हमें प्रेम की राह दिखाता,
तू प्रेमी तो बड़ा ही प्यारा है,
हारे का, सहारा है।
भजन श्रेणी : कृष्ण भजन (Krishna Bhajan)
बाबा श्याम के प्रेमियों के लिये। प्रेमी बड़ा ही प्यारा। !! By Neha Rai !! 1st Bhajan by Neha Rai !!
यह भी देखें You May Also Like